गुजरात के सूरत में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ 26 वर्षीय मुसीबुल मकबूल शेख ने खुद को हिंदू प्रदीप क्षेत्रपाल बताकर एक हिंदू लड़की को प्रेमजाल में फंसाया। पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले के रहने वाले मुसीबुल ने सूरत में हिंदू इलाके में झूठी पहचान के सहारे एक मकान किराए पर लिया और नेपाली मूल की हिंदू लड़की के साथ लिव-इन में रहने लगा। यह साजिश तब खुली, सूरत पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) को उसकी फर्जी पहचान के बारे में गुप्त सूचना मिली।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुसीबुल ने मोबाइल एप्लिकेशन की मदद से एक फर्जी आधार कार्ड तैयार किया था, जिसमें उसने अपना नाम प्रदीप सुजय क्षेत्रपाल बताया। यह सब उसने इसलिए किया क्योंकि मुस्लिम पहचान के कारण उसे हिंदू बहुल इलाके में मकान किराए पर नहीं मिल रहा था और उसे अपनी पहचान भी छिपानी थी। पुलिस जाँच में पता चला कि वह पिछले पाँच महीने से झूठे दस्तावेजों के सहारे हिंदू बनकर वहाँ रह रहा था।
जानकारी के मुताबिक, करीब डेढ़ साल पहले मुसीबुल ने मुंबई में एक हिंदू लड़की से मुलाकात की थी। देश गुजराती की रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की नेपाली मूल की है। उसे फाँसने के लिए मुसीबुल ने खुद को प्रदीप बताकर लड़की का विश्वास जीता और उसे शादी और बेहतर जीवन का सपना दिखाया। लड़की उसके जाल में फंस गई और वह उसके साथ सूरत आ गई। मुसीबुल ने हिंदू इलाके में रहने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए और लड़की के साथ लिव-इन में रहने लगा।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि रांदेर इलाके में एक व्यक्ति झूठे दस्तावेजों के सहारे रह रहा है। इसके बाद SOG ने कार्रवाई करते हुए मुसीबुल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने हिंदू बनकर लड़की को धोखा दिया। पुलिस ने मुसीबुल के पास से दो आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक आरसी बुक और ₹15,000 नकद बरामद किए हैं। मुसीबुल ने कबूल किया कि उसने यह साजिश सिर्फ इसलिए रची क्योंकि मुस्लिम पहचान के कारण उसे हिंदू इलाके में मकान नहीं मिल रहा था और वो जल्द ही ‘निकाह’ भी करने वाला था।
एएसआई जालूभाई मगनभाई की शिकायत पर एसओजी सूरत सिटी ने BNS की धाराओं 319, 336(2), 336(3) और 338 के तहत उस पर केस दर्ज किया है। पुलिस इस मामले को लव जिहाद के एंगल से जाँच रही है। अधिकारियों का मानना है कि मुसीबुल की इस साजिश में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि मुसीबुल का संपर्क किसी बड़े नेटवर्क से तो नहीं है। फिलहाल उसे रांदेर पुलिस को सौंप दिया गया है, जहाँ उससे आगे की पूछताछ की जा रही है।