प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार-बुधवार (28-29 जनवरी) की रात हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 60 लोग घायल हैं। प्रशासन ने इसकी जानकारी दी है। इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गला रूंध गया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की। साथ ही न्यायिक जाँच के आदेश भी दिए। हादसे के बाद उन्होंने कुंभ क्षेत्र में बदलाव के जरूरी निर्देश भी दिए हैं।
इस घटना को सबक बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “सरकार ने फैसला लिया है कि घटना की न्यायिक जाँच कराई जाएगी। इसके लिए हमने जस्टिस हर्ष कुमार की अध्यक्षता में पूर्व DG वीके गुप्ता और रिटायर्ड IAS डीके सिंह वाली 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है।” उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में जितनी भी व्यवस्थाएँ की जा सकती हैं, सबको तैनात किया गया है।
महाकुंभ भगदड़: श्रद्धालुओं की मौत पर भावुक हुए सीएम योगी#CMYogi | #MahakumbhStampede pic.twitter.com/8tODS1RrrW
— NDTV India (@ndtvindia) January 29, 2025
हादसे के बाद पूरे कुंभ मेला क्षेत्र को ‘नो-व्हीकल जोन’ घोषित किया गया है। क्षेत्र में किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। सारे VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं। किसी तरह के पास के जरिए वाहन को कुंभ क्षेत्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके अलावा, सभी रास्तों को वन-वे बना दिया गया है। यानी किसी रास्ते पर श्रद्धालुओं के आने और जाने, दोनों काम नहीं होगा। इनमें से सिर्फ एक होगा।
इसके अलावा, बाहर से आने वाले वाहनों को प्रयागराज की सीमा पर ही रोका जाएगा। उन्हें अंदर आने की अनुमति नहीं होगी। चार फरवरी तक शहर में चार-पहिया वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। VVIP स्नान और एस्कॉर्ट की गाड़ियों के काफिले पर रोक लगाई गई है। सिर्फ बाइक, एंबुलेंस, नगर निगम और फायर की गाड़ियाँ ही अंदर चलेंगी। सड़कों पर रेहड़ी-पटरी लगाने वालों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा, ताकि जाम आदि ना लगे।
भीड़ को देखते हुए सीएम ने परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें चलाने, लोगों को ठहरने और उनके भोजन-पानी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही बिजली आपूर्ति भी सुनिश्चित करने को कहा है। इसके साथ ही भीड़ वाली जगहों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अयोध्या और वाराणसी में भी व्यवस्था को सुचारू और भीड़ को नियंत्रित करने का आदेश दिया गया।
योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं की समीक्षा करने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने कुंभ 2019 के दौरान प्रयागराज के संभागीय आयुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के पूर्व उपाध्यक्ष भानु गोस्वामी को व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के लिए तैनाती का आदेश दिया है। संचालन की देखरेख के लिए पाँच विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया जा रहा है। ये सभी अधिकारी 12 फरवरी तक कुंभ क्षेत्र में रहेंगे।
भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी ने प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों- कौशांबी, वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संत कबीर नगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर सहित कई जिलों के DM और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देर रात को बात की।
सीएम योगी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर 30 जनवरी को प्रस्तावित दिल्ली की सभा को भी टाल दिया है और वे कुंंभ की व्यवस्था के साथ-साथ अयोध्या एवं वाराणसी में व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली में उनकी 30 जनवरी वाली रैली को 31 जनवरी को आयोजित किया जा सकता है।