Tuesday, February 18, 2025
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इंस्टाग्राम से नाबालिग छात्राओं को फँसाते, फोटो-वीडियो से ब्लैकमेल करते, फिर कहते- मुस्लिम बनो, अपनी सहेलियों से मिलवाओ: अजमेर जैसे सेक्स स्कैंडल से राजस्थान के ब्यावर में बवाल

इस गैंग में करीब 15 युवक शामिल थे, जिन्होंने कम से कम पाँच स्कूली छात्राओं को अपना शिकार बनाया। सबसे छोटी पीड़िता महज 15 साल की है।

राजस्थान के ब्यावर शहर में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ स्कूली हिंदू छात्राओं को पहले झांसे में लेकर फँसाया, फिर ब्लैकमेल कर उनका शारीरिक शोषण किया गया। आरोपितों ने लड़कियों को होटल और रेस्टोरेंट में बुलाकर उनकी तस्वीरें और वीडियो बना लिए और बाद में उन्हें धमकाने और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने की कोशिश की। इस मामले में पुलिस ने रिहान मोहम्मद (20 वर्ष), सोहेल अंसारी (19 वर्ष), लुकमान (20 वर्ष), अरमान पठान (19 वर्ष), साहिल कुरैशी (19 वर्ष) और 2 नाबालिगों को पकड़ा है।

इंस्टाग्राम पर दोस्ती, फिर जाल में फँसाने की साजिश

पुलिस जाँच में पता चला है कि आरोपित मुस्लिम युवक इंस्टाग्राम के जरिए स्कूल जाने वाली हिंदू छात्राओं से दोस्ती करते थे। वे पहले उन्हें मोबाइल फोन देते, फिर धीरे-धीरे अपने जाल में फंसाते। जब लड़कियाँ उन पर विश्वास करने लगतीं, तो वे उन्हें होटल और कैफे में मिलने के लिए बुलाते। वहाँ उनकी गोपनीय तस्वीरें और वीडियो बनाए जाते थे। इसके बाद ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू होता था। आरोपितों ने पीड़ित छात्राओं को उनकी सहेलियों से मिलवाने के लिए मजबूर किया। जब लड़कियों ने इंकार किया तो वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई।

तीन महीने से चल रहा था गंदा खेल

पुलिस की जाँच में खुलासा हुआ है कि यह पूरी साजिश पिछले तीन महीनों से चल रही थी। इस गैंग में करीब 15 युवक शामिल थे, जिन्होंने कम से कम पाँच स्कूली छात्राओं को अपना शिकार बनाया। सबसे छोटी पीड़िता महज 15 साल की है। सभी पीड़ित छात्राएँ दसवीं कक्षा में पढ़ती हैं। ये मामला तब खुला, जब एक पीड़ित छात्रा ने आरोपितों को देने के लिए अपने घर से पैसे चुराए। आरोपित इन छात्राओं ने पैसे भी वसूलते थे, ताकि वो अपना मुँह बंद रखें। वो लगातार पीड़ित छात्राओं पर धर्मांतरण का भी दबाव डालते थे।

शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई, 7 आरोपित गिरफ्तार

मामले का खुलासा तब हुआ जब एक पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सीओ मसूदा सज्जन सिंह ने बताया कि पीड़ित छात्राओं के परिजनों की शिकायत के तुरंत बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पोक्सो एक्ट, धारा 376 (बलात्कार), और धर्म परिवर्तन के दबाव से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

पुलिस ने अब तक 7 आरोपितों रिहान मोहम्मद (20 वर्ष), सोहेल अंसारी (19 वर्ष), लुकमान (20 वर्ष), अरमान पठान (19 वर्ष), साहिल कुरैशी (19 वर्ष) और 2 नाबालिगों को पकड़ा है। पुलिस ने तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं। अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें दबिश दे रही हैं।

इस पूरे मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने जमकर प्रदर्शन किया और कार्रवाई की माँग की। विहिप की अगुवाई में लोगों ने आरोपितों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की माँग की। विहिप के धनराज कावड़िया का कहना है कि पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया है।

बता दें कि ब्यावर का मामला अजमेर कांड से मिलता जुलता है, जिसमें सैकड़ों हिंदू लड़कियों की अस्मत लूटी गई थी। इस घिनौने मामले के खुलने के बाद कई लड़कियों ने आत्महत्या भी कर ली थी। उस मामले में अजमेर दरगाह से जुड़े लोगों, कॉन्ग्रेस के पदाधिकारियों पर आरोप लगे थे, जिसमें सजा भी सुनाई गई थी। इस मामले का खुलासा 1992 में हुआ था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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