Thursday, July 10, 2025
Homeदेश-समाजअतीक अहमद का 'खात्मा' चाहती हैं उमेश पाल की पत्नी और माँ, कहा- वह...

अतीक अहमद का ‘खात्मा’ चाहती हैं उमेश पाल की पत्नी और माँ, कहा- वह जिंदा रहा तो हम सबको खत्म कर देगा… वह डर से काँप-काँप कर मरे

बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल प्रमुख गवाह थे। 24 फरवरी 2023 को गवाही के बाद वह घर लौट रहे थे। इसी दौरान अतीक के गुर्गों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी। गोली और बम से किए गए हमले में उमेश पाल के गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की भी मौत हो गई थी।

गैंगस्टर अतीक अहमद को पेशी के लिए साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया है। फिलहाल उसे नैनी जेल में रखा गया है। इस बीच मृतक उमेश पाल की पत्नी ने कहा है कि जब तक अतीक जिंदा रहेगा, तब तक कोई न कोई उमेश मरता रहेगा। इसलिए उसके जीने का हक छीन लेना चाहिए। वहीं, उमेश पाल की माँ ने कहा है कि अतीक अहमद के मरने के बाद ही उन्हें तसल्ली मिलेगी। बता दें कि पिछले महीने अतीक के शूटरों ने उमेश पाल की हत्या कर दी थी।

अतीक अहमद को प्रयागराज लाए जाने को लेकर उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी निवेदन करती हूँ कि मेरे पति की हत्या करवाने में जिन लोगों का हाथ रहा है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उसका जीने का हक पूरी तरह से छीन लिया जाए। अतीक अहमद जब तक जिंदा रहेगा, तब तक कुछ न कुछ होता रहेगा। इसी तरह कोई न कोई उमेश पाल खत्म होता रहेगा। इसलिए उसका खात्मा जरूरी है।”

साबरमती जेल से बाहर आने के बाद अतीक अहमद ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। इसको लेकर जया पाल ने कहा कि जब अतीक किसी को मारने में पीछे नहीं रहा तो उसे मरवाने में क्या दिक्कत है। उन्होंने आगे कहा, “उसने हमारा सुहाग उजाड़ा है। उसने हमारा परिवार उजाड़ दिया है। अतीक अहमद ने जो किया है, उसका कौन जिम्मेदार है? इन सबका वो खुद जिम्मेदार है। मैंने और मेरे पति ने उसका क्या बिगाड़ा था? अब उसको डर लग रहा है तो मेरी बद्दुआ है कि वह काँप-काँप कर मरे। पूरे परिवार का सर्वनाश हो जाए। गाड़ी पलटे या न पलटे बस भगवान करे कि वो खत्म हो जाए।”

अतीक अहमद को होने वाली सजा को लेकर उन्होंने आगे कहा, “मैं चाहती हूँ कि उस आदमी को सजा-ए मौत मिले। मैं नहीं चाहती कि वो जिंदा रहे। जिंदा रहेगा तो वह हम सबको खत्म कर देगा। ये पता है मुझे। मैं जज, शासन-प्रशासन सबसे यही गुहार करूँगी कि उसे छोड़ा न जाए। यदि वह जेल में भी रहेगा तो वह कुछ भी करवा सकता है।”

वहीं, उमेश पाल की माँ शांति देवी ने कहा, “अदालत को जो भी फैसला होगा हमें मंजूर है। अतीक अहमद जेल से बैठकर ही सारा कार्यक्रम करता आ रहा है। बाहर रहता है तो भी करता है और जेल में रहता है तो भी करता है। अगर इसकी मौत हो जाएगी, तब मुझे तसल्ली मिलेगी। जैसे मेरे बेटे की हत्या की थी, वैसे ही इसका भी होना चाहिए”

अतीक अहमद को प्रयागराज ट्रांसफर करने की खबर सामने आने के बाद से उसके एनकाउंटर की चर्चा जोरों पर थी। हालाँकि, वह सुरक्षित प्रयागराज के नैनी जेल पहुँच गया है। उसे जेल में हाई-सिक्योरिटी बैरक में अकेला रखा गया। उसके सेल में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। इसके साथ ही जेल कर्मचारियों को उनके रिकॉर्ड के आधार पर चुनकर तैनात किया गया। इन कर्मियों के पास बॉडी वियर कैमरे हैं।

एनकाउंटर को लेकर उठ रहे सवालों पर यूपी के डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि यूपी पुलिस की गाड़ियाँ नहीं पलटतीं, बल्कि अपराधी पलटता है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस के ऊपर कोई गोली चलाएगा तो पुलिस इसका जवाब गोली से ही देती है। यही ट्रेनिंग है।

अतीक अहमद के गुर्गों ने की थी उमेश पाल की हत्या

बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल प्रमुख गवाह थे। 24 फरवरी 2023 को गवाही के बाद वह घर लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी। गोली और बम से किए गए हमले में उमेश पाल के गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह की भी मौत हो गई थी।

अब तक इस मामले में पुलिस कई आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, कुछ आरोपित पुलिस मुठभेड़ में भी ढेर हुए हैं। हालाँकि, मुख्य शूटर और अतीक अहमद की पत्नी तथा बेटे अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस ने इन पर इनाम घोषित किया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

BRICS में घुसने का तुर्की का सपना भारत-चीन ने तोड़ा, ‘खलीफा’ बनने के सपने हुए चूर: पाकिस्तान से गलबहियाँ-उइगर का समर्थन बना कारण

भारत और चीन के विरोध के चलते तुर्की को BRICS में जगह नहीं मिली। इसके पीछे कश्मीर, उइगर और पाकिस्तान से जुड़े विवाद प्रमुख कारण हैं।

किशनगंज में 1 महीने में आते थे 25 हजार आवेदन, अब 1 सप्ताह में ही आए 1.27 लाख: क्या घुसपैठियों को बचाने के लिए...

बिहार में जबसे वोटर लिस्ट वेरीफिकेशन चालू हुआ है तब से किशनगंज में निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन की संख्या 5-6 गुना बढ़ गई है।
- विज्ञापन -