Saturday, April 27, 2024
Homeदेश-समाजजंगलों में बना दिए मजार, उत्तराखंड में 15 पर चले बुलडोजर: 2000+ अवैध मजारें...

जंगलों में बना दिए मजार, उत्तराखंड में 15 पर चले बुलडोजर: 2000+ अवैध मजारें होने का दावा आया था सामने, CM ने कहा था- कुकुरमुत्ते की तरह पनप रहे

ऑपइंडिया ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में भी इसी तरह की ‘घुसपैठ’ देखी थी। जंगल में कई मजार मिली थी। भले ही इस पार्क के भीतर किसी को रहने की अनुमति नहीं हो, लेकिन प्रवेश करने के करीब 1 किलोमीटर बाद ही हमने पहली मजार देखी थी।

उत्तराखंड में चल रहे ‘मजार जिहाद’ पर बुलडोजर चलने लगा है। देहरादून और पौढ़ी जिलों के जंगलों में बने 15 मजारों को ध्वस्त कर दिया गया है। हाल ही में वन विभाग की जमीन पर बनी 17 मजारों को चिह्नित किया गया था। लेकिन, कार्रवाई के दौरान दस्तावेज दिखाए जाने के बाद दो मजारों को फिलहाल छोड़ दिया गया है।

रिपोर्टों के अनुसार दो दिन पहले गुपचुप तरीके से वन विभाग ने ये कार्रवाई की। टीम टीन-टप्पर, लोहा, ईंट, गारा सब उठाकर ले गई। इस दौरान किसी प्रकार के विरोध की खबर नहीं है। देहरादून वन प्रभाग के डीएफओ नीतिश मणि त्रिपाठी ने कार्रवाई की पुष्टि की है। पौढ़ी में वन विभाग की जमीन पर बने मकबरे को भी हटा दिया गया है। यहाँ पीर बाबा मकबरे के टीन शेड निर्माण के लिए विधायक निधि से दो लाख रुपए स्वीकृत किए जाने की बात भी सामने आई थी।

रिपोर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में ​राज्य के अन्य जिलों में भी बनाए गए अवैध मजारों पर कार्रवाई होगी। अमर उजाला ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कई मजार तो फॉरेस्ट रेंज चौकी के नजदीक भी बना दिए गए हैं। इसको लेकर नैनीताल हाई कोर्ट भी कई बार राज्य सरकार और वन विभाग को फटकार लगा चुका है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुछ महीनों पहले ऐसे मजारों पर कार्रवाई की बात कही थी। दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया था कि राज्य में कुकुरमुत्ते की तरह मजार उग आए हैं, जबकि पहाड़ी वन संरक्षित और आरक्षित हैं। वयोवृद्ध संत स्वामी दर्शन भारती ने ऑपइंडिया को बताया था कि उत्तराखंड में 37 साल पहले एक मस्जिद तक नहीं थी। लेकिन अब राज्य में दो हजार से अधिक अवैध मजार होने का अनुमान है।

ऑपइंडिया ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में भी इसी तरह की ‘घुसपैठ’ देखी थी। जंगल में कई मजार मिली थी। भले ही इस पार्क के भीतर किसी को रहने की अनुमति नहीं हो, लेकिन प्रवेश करने के करीब 1 किलोमीटर बाद ही हमने पहली मजार देखी थी। यह मजार सड़क से एकदम सटा कर बनाई गई थी। इस पर बाकायदा रंग रोशन किया गया था और चादर भी चढ़ाई गई थी। गौर करने की बात यह है कि इस जगह पर गाइड ने हमें वाहन से उतरने से मना कर दिया क्योंकि इलाका बाघों का क्षेत्र माना जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि फिर इस मजार पर रंग-रोशन कौन करता होगा?

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल में हिंसा के बीच देश भर में दूसरे चरण का मतदान संपन्न, 61%+ वोटिंग, नॉर्थ ईस्ट में सर्वाधिक डाले गए...

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 102 गाँवों में पहली बार लोकसभा के लिए मतदान हुआ।

‘इस्लाम में दूसरे का अंग लेना जायज, लेकिन अंगदान हराम’: पाकिस्तानी लड़की के भारत में दिल प्रत्यारोपण पर उठ रहे सवाल, ‘काफिर किडनी’ पर...

पाकिस्तानी लड़की को इतनी जल्दी प्रत्यारोपित करने के लिए दिल मिल जाने पर सोशल मीडिया यूजर ने हैरानी जताते हुए सवाल उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe