Wednesday, June 18, 2025
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बंगाल का एक दुर्गा पूजा पंडाल ऐसा भी: याद उनकी जो चुनाव बाद मार डाले गए, सुनाई देगी माँ की रुदन

"जश्न हमारे लिए या उन लोगों के लिए कोई मायने नहीं रखता, जिन्होंने देखा है कि मेरे भाई को यहाँ कैसे मारा गया। लोगों को याद है कि कैसे उसे घसीटा गया और बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया।"

दुर्गा पूजा में अलग-अलग थीम के पंडाल के तैयार किए जाते हैं। पश्चिम बंगाल में इस बार एक पूजा पंडाल उन लोगों की याद में तैयार किया गया है जो विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा में मार डाले गए थे। इस आयोजन से बीजेपी कार्यकर्ता रहे अभिजीत सरकार के परिजन भी जुड़े हैं। सरकार की भी हत्या कर दी गई थी।

यह विशेष पंडाल कोलकाता में बनाया गया है। इस पंडाल में काले कपड़े का उपयोग किया गया है। पिछले साल चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए लोगों की याद में पूजा हो रही रही है। रिपोर्ट के अनुसार मंत्रों या तेज ध्वनि वाली संगीत की जगह इस पंडाल में संतानों की हत्या पर माँ की रुदन सुनाई देगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोलकाता के कांकुरगाछी में चुनाव बाद हुई हिंसा की थीम पर यह पंडाल बनाया गया है। पूजा का आयोजन सरस्वती काली माता मंदिर परिषद क्लब ने किया है। यह क्लब सरस्वती और काली पूजा के साथ दुर्गा पूजा भी मनाता है। थीम का नाम ‘मायेदर कान्ना, रक्तात बंगाल’ (माँ का रुदन और रक्तरंजित बंगाल) रखा गया है।

गौरतलब है कि बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के नतीजे घोषित होने के बाद मई में टीएमसी के गुंडों ने भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने 2020 में इस क्लब की स्थापना की थी। वे इस पूजा के आयोजकों में से एक थे। अब अभिजीत के भाई बिस्वजीत सरकार पूजा के प्रभारी हैं। लेकिन अभिजीत की मौत के बाद परिवार के लिए बहुत कुछ बदल गया है। आयोजकों ने शोक प्रकट करने के लिए पूजा पंडाल में काला कपड़ा लगाया है और माँ दुर्गा की मूर्ति अंधेरे में रखी है।

बिस्वजीत ने भावुक होते हुए कहा, “जश्न हमारे लिए या उन लोगों के लिए कोई मायने नहीं रखता, जिन्होंने देखा है कि मेरे भाई को यहाँ कैसे मारा गया। लोगों को याद है कि कैसे उसे घसीटा गया और बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। 2020 में वह माँ दुर्गा की पूजा करने के लिए बहुत उत्साहित था। उसने ही पूजा की सभी व्यवस्थाएँ की थीं। हम उसके जाने से अभी भी दुखी हैं। बंगाल में दुर्गा पूजा एक सामाजिक संदेश देने के लिए मनाया जाता है। इस पूजा के माध्यम से हम चुनावी हिंसा में मारे गए लोगों का दुख मना रहे हैं।”

बता दें कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की जीत सुनिश्चित होते ही मतगणना वाले दिन न सिर्फ भाजपा प्रत्याशियों पर हमले हुए, बल्कि पार्टी के दफ्तरों को जलाया गया और हत्या भी हुई। 2 मई 2021 को अभिजीत सरकार ने TMC के गुंडों की हरकतों के बारे में बताया था, जिसके कुछ ही देर बाद उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। अभिजीत सरकार ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपनी बात रखी थी। उन्हें पता भी नहीं था कि फेसबुक पर लाइव कैसे आते हैं, लेकिन उन्होंने किसी तरह वीडियो बनाया और बताया कि TMC के गुंडे लगातार बमबारी कर रहे थे और उन्होंने उनके घर और दफ्तर को तहस-नहस कर डाला। उन्होंने कहा था कि उनकी एक ही गलती है कि वे भाजपा कार्यकर्ता हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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