Saturday, April 20, 2024
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‘मेरे पति के कई महिलाओं से संबंध’: जिसके ससुर रहे गुजरात के CM उसने अपने कॉन्ग्रेसी पति की ‘करतूत’ सोनिया-राहुल को बताई

“मेरे पति पार्टी की ही इन महिलाओं के साथ लगातार बातें करते रहते हैं। वो कहते अगर वह बूढ़े हो गए तो क्या हो गया। उनके 22 साल की उम्र लड़कियों के साथ ही अपने उम्र की बुड्ढी महिलाओं के साथ संबंध हैं। वो अपनी ज्यादातर एनर्जी इन्हीं महिलाओं के पीछे खर्च करते हैं।”

गुजरात कॉन्ग्रेस (Gujrat congress) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी (Bharat sinh solanki) की पत्नी रेशमा सोलंकी (Reshmi solanki) ने उन पर कॉन्ग्रेस (Congress) पार्टी को बर्बाद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। रेशमा का कहना है कि भरत सोलंकी अपने राजनीतिक दबदबे का इस्तेमाल कर कॉन्ग्रेस को सत्ता में आने से रोक रहे हैं। इस मामले में उन्होंने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी (Sonia gandhi), उनके बेटे राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) और काँग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) को पत्र लिखा है।

रेशमा सोलंकी ने अपने पति पर दूसरी महिलाओं के साथ अवैध संबंध रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन महिलाओं को चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने के लिए भरत सिंह सोलंकी ने दूसरी सक्षम महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ने से रोक दिया। उन्होंने पत्र में लिखा, “मेरे पति पार्टी की ही इन महिलाओं के साथ लगातार बातें करते रहते हैं। वो कहते अगर वह बूढ़े हो गए तो क्या हो गया। उनके 22 साल की उम्र लड़कियों के साथ ही अपने उम्र की बुड्ढी महिलाओं के साथ संबंध हैं। वो अपनी ज्यादातर एनर्जी इन्हीं महिलाओं के पीछे खर्च करते हैं।”

पत्र का पार्ट-1 (साभार: एबीपी लाइव)

अपने पत्र में उन्होंने सोनिया गाँधी से इस मामले में संज्ञान लेते हुए गुजरात कॉन्ग्रेस की गरिमा को बनाए रखने का आग्रह किया है। रेशमा ने पत्र में आरोप लगाया, “24 साल पहले मेरी मर्जी के खिलाफ मुझसे शादी की गई और इतने सालों में मुझे कभी भी पत्नी का अधिकार नहीं मिला। मेरे जीजा अमित चावड़ा (जो सोलंकी के पहले चचेरे भाई हैं) यह सब जानते हैं लेकिन अपना राजनीतिक करियर सेट करने के लिए इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है।”

पत्र का पार्ट-2 (साभार: एबीपी लाइव)

पति भरतसिंह सोलंकी पर व्यभिचार का आरोप लगाते हुए रेशमा ने पत्र में लिखा कि रात में बेडरूम में आते ही सोलंकी दरवाजा बंद कर लेते हैं और पार्टी की ही 8/10 महिलाओं को अश्लील मैसेज भेजते हैं। उन्होंने सोनिया गाँधी से इन महिलाओं को सबक सिखाने का आग्रह किया और कहा कि वह उन्हें सही करने का मौका देंगी। रेशमा ने ये भी बताया है कि वो अपने पति से डरती हैं और अब दोस्तों की मदद से अमेरिका में रह रही हैं। लेकिन वहाँ भी उनके सामने जीवन-यापन का संकट है।

उन्होंने आगे कहा, “अगर कोई घर की महिलाओं को न्याय नहीं दे सकता तो वे राज्य की महिलाओं को न्याय कैसे देंगे? मेरे ससुर माधवसिंह सोलंकी (Madhav singh solanki) भी अपने बेटे से नाराज रहते थे। भरतसिंह सोलंकी का नाम अपने पिता के कारण ही राजनीति में है। भरतसिंह के लिए कॉन्ग्रेस एक व्यापार और अपने जुर्मों को छिपाने का तरीका मात्र है।”

पत्र का पार्ट-3 (साभार: एबीपी लाइव)

सोनिया गाँधी से भरत सिंह सोलंकी को कॉन्ग्रेस से बाहर निकालने का आग्रह करते हुए रेशमा ने खुलासा किया है कि उनकी अपने भाई और बहनों से भी नहीं बनती है। सोलंकी की बहन ने भी उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है।

उल्लेखनीय है कि इसी साल की शुरुआत में ही एक वाकया सामने आया था, जहाँ रेशमा सोलंकी ने अपने पति भरत सिंह सोलंकी पर मानसिक शोषण और तलाक देने के लिए विवश करने का आरोप लगाया था। रेशमा के मुताबिक COVID-19 से ठीक होने के बाद भरतसिंह सोलंकी ने उनके साथ बदसलूकी की थी। भरत सिंह सोलंकी द्वारा अपनी पत्नी के साथ उनके नाम पर किसी भी लेन-देन में शामिल होने के लिए सार्वजनिक चेतावनी देने के बाद उनका (रेशमा) नोटिस आया था। भरतसिंह सोलंकी ने आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी बीते चार साल से उनके साथ नहीं रह रहीं थीं।

गुजरात के पूर्व सीएम माधवसिंह सोलंकी के बेटे हैं भरतसिंह सोलंकी

गुजरात कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी के बेटे हैं, जिन्होंने गुजरात में कॉन्ग्रेस के लिए ‘KHAM’ (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी, मुस्लिम) वोट बैंक सिद्धांत को लाए थे। गुजरात में जब भीषण साम्प्रदायिक दंगे (Communal riots) भड़के थे उस दौरान माधव सिंह सोलंकी ही मुख्यमंत्री थे। बता दें कि 1980 के दशक में गुजरात ,में अंतर्जातीय संघर्ष हुआ था, जो बाद में साम्प्रदायिक दंगों में बदल गया था। माधव सिंह सोलंकी का इसी साल निधन हुआ था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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