कॉन्ग्रेस पार्टी का हाथ छोड़कर भाजपा के साथ जुड़ने वाले जितिन प्रसाद इस समय चहुँओर चर्चा में बने हुए हैं। उनके इस फैसले के बाद जहाँ तमाम कॉन्ग्रेस राजनेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है, वहीं मध्य प्रदेश की कॉन्ग्रेस ईकाई ने उनकी तुलना कूड़े और भाजपा की तुलना कूड़ेदान से की है।
जितिन प्रसाद के भाजपा से जुड़ने के बाद आज दोपहर 3:15 पर MP कॉन्ग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि जितिन प्रसाद के जाने से कॉन्ग्रेस खुश है। यह कूड़ा कूड़ेदान में डालने जैसी सामान्य क्रिया है। कॉन्ग्रेस के ट्विटर हैंडल से अब यह ट्वीट डिलीट हो चुका है लेकिन सोशल मीडिया पर इसके स्क्रीनशॉट वायरल हैं।
Gracious 👏🏽 pic.twitter.com/Wp1qyROOT5
— Shiv Aroor (@ShivAroor) June 9, 2021
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जितिन प्रसाद के कॉन्ग्रेस छोड़ने पर अपनी तिलिमिलाहट दिखाई। चूँकि जितिन प्रसाद को कॉन्ग्रेस का बड़ा ब्राह्मण चेहरा माना जाता है। ऐसे में उनके पार्टी छोड़ने पर लल्लू ने कहा था यूपी में प्रियंका गाँधी से बड़ा कोई ब्राह्मण चेहरा नहीं है।
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— भारत समाचार (@bstvlive) June 9, 2021
➡यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू का बयान:-
➡4 दिन पहले अखिलेश से मिले थे-लल्लू
➡जो विधानसभा न जीत पाए-लल्लू
➡जो अपनी सीट न जीत पाए-लल्लू
➡सीट नहीं जीत पाए तो पार्टी पर दोष दिए-लल्लू
➡उसके बारे में क्या बात करना-लल्लू
➡आज जाकर बीजेपी में मिल गए-लल्लू pic.twitter.com/UnqcVZNx80
उल्लेखनीय है कि आज यानी 9 जून को उत्तर प्रदेश में कॉन्ग्रेस के बड़े नेता जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इसे बड़े फेरबदल के रूप में देखा जा रहा है। दोपहर में भाजपा मुख्यालय में जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने का कार्यक्रम हुआ। शाहजहाँपुर में अच्छी पैठ रखने वाले जितिन प्रसाद फ़िलहाल दिल्ली में ही हैं।
इस अवसर पर जितिन प्रसाद ने कहा कि उनकी तीन पुश्तें कॉन्ग्रेस से जुड़ी रही हैं, इसीलिए उन्होंने काफी सोच-विचार के बाद ये महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 8-10 वर्षों में उन्हें महसूस हुआ है कि एक ही पार्टी ऐसी है, जो पूरी तरह राष्ट्रीय है और वो है भारतीय जनता पार्टी। जितिन प्रसाद ने कहा कि अन्य राजनीतिक दल क्षेत्रीय हैं, लेकिन भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है। उन्होंने कहा कि यही एक पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कठिन परिस्थिति में देशहित के लिए खड़े हैं।
धोखेबाज, गद्दार- ज्योतिरादित्य सिंधिया
जब कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दिया था तो कॉन्ग्रेसियों ने सिंधिया को गद्दार और धोखेबाज जैसे विशेषणों से पुकारना शुरू कर दिया था। कुछ समर्थकों ने सिंधिया के विकिपीडिया पेज को अपडेट कर उनके लिए ‘गधा’ और ‘सत्ता का भूखा सिंधिया’ जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया था।
सिंधिया पर बौखलाए थे ‘निष्पक्ष’ पत्रकार तक
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कॉन्ग्रेस छोड़ने से पत्रकारों के गिरोह विशेष की सुलग गई थी। सबा नकवी ने नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा था, “अरे, हम सब लोग इतना काम करते हैं। हम सभी इतनी मेहनत करते हैं। क्या है ये? हम दिन-रात काम करते हैं, ख़बरों को कवर करते हैं। कोई आ रहा है, कोई जा रहा है। ये सब क्या है? मजाक चल रहा है क्या?”