Tuesday, May 7, 2024
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महुआ मोइत्रा ने BJP सांसद को कहा ‘झारखंडी कुत्ता’, कबूला – कारोबारी से मँगाए लिपस्टिक और आई शैडो, 3 साल से दुबई से लॉगिन हो रही संसद वाली आईडी

"जब भी मैं मुंबई जाती हूँ, जो शायद पिछले 5 साल में चार या पाँच बार हुआ, तो उनकी कार मुझे ले जाती है और वापस हवाई अड्डे तक छोड़ देती है। मैं उनके साथ कभी नहीं रही।"

अपनी तीखी और तेज़-तर्रार ज़ुबान के लिए मशहूर तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा ने आखिर स्वीकार कर लिया कि कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के साथ उन्होंने अपना संसद का लॉगिन आईडी और पासवर्ड शेयर किया था।

शुक्रवार (27 अक्टूबर, 2023) को पत्रकार राजदीप सरदेसाई के साथ एक इंटरव्यू में ‘कैश फॉर क्वेरी’ की आरोपित सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि ऐसा करके उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और ये किसी भी तरह से नियमों के खिलाफ नहीं है। इस दौरान वो संसद में उन पर आरोप लगाने वाले और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से उनकी शिकायत करने वाले बीजेपी सांसद डॉ निशिकांत दुबे पर भी निशाना साधने से भी नहीं चूकीं। मोइत्रा ने कहा, “कोई छोटा झारखंडी पिटबुल मुझे खत्म नहीं कर सकता।”

गौरतलब है लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने ये मामला संसद की आचार समिति को भेजा था। आचार समिति ‘पैसे के बदले संसद में सवाल पूछने’ के मुद्दे की जाँच कर रही है। टीएमसी सांसद मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से नकद और अन्य तरह की मदद लेकर उनके प्रतिद्वंद्वी गौतम अडानी को टारगेट कर संसद में सवाल पूछने का आरोप है।

उन्हें आचार समिति ने 31 अक्टूबर को पेश होने को कहा था, लेकिन टीएमसी सांसद महुआ ने आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर को दो पन्नों का लेटर लिख आने से इनकार कर 5 नवंबर की तारीख माँग ली।

‘कैश लेने के आरोप के सबूत कहाँ हैं?’: महुआ मोइत्रा

पत्रकार राजदीप सरदेसाई के साथ इस इंटरव्यू में महुआ मोइत्रा ने कहा, “कोई भी कुछ भी आरोप लगा सकता है। दर्शन हीरानंदानी ने कैश का जिक्र किया है। इसे साबित करने का दायित्व भी शिकायतकर्ता पर है। क्या हीरानंदानी ने यह दिखाने के लिए कोई दस्तावेजी सबूत दिया गया है कि उन्होंने मुझे नकदी दी है। दर्शन ने अपने हलफनामे तक में नकदी का कोई जिक्र नहीं किया है। तो, वहीं वकील जय देहाद्राई हैं, जिनके अतीत में मेरे साथ खराब रिश्ते थे और वो आरोप लगा रहे हैं कि मुझे कैश मिला है।

TMC सांसद ने कहा, “कल, उन्हें (हीरानंदानी) को समिति में बुलाया गया था। समिति ने उनसे 14 बार पूछा ‘क्या आपके पास यह दिखाने के लिए कोई दस्तावेजी सबूत है कि कोई नकद दिया गया था’, वो कुछ भी देने में असमर्थ थे। यह पूरी बात एक दिखावा है। अगर उनके पास कोई सबूत है तो उन्हें इसे सामने लाना चाहिए। यदि दर्शन हीरानंदानी ने नकदी दी है और वे उन्हें तथाकथित सरकारी गवाह कहा जा रहा है, तो उन्हें तुरंत बताना चाहिए कि उन्होंने मुझे नकदी कहाँ दी है। यह शुरू से आखिर तक पूरी तरह से फर्जी और झूठ है।”

महुआ मोइत्रा ने कहा, “जय अनंत देहाद्राई ने बगैर किसी दस्तावेजी सबूत के मुझे दिए गए सामानों की लिस्ट दी। मैं एक बैंकर थी। उन्होंने फेरागामो जूतों का जिक्र किया। जब उन्होंने इस ब्रांड का उच्चारण भी नहीं सीखा था, तभी से मैं इसका इस्तेमाल कर रही हूँ। मैंने इस देश में आने के लिए इसे छोड़ दिया और मैं बाटा चप्पल भी पहनतीं हूँ। जैसा कि मैंने पहले कहा था, ये राजनीतिक दुर्भावना से किया गया काम है। उन्होंने बस इतना किया है कि एक नाकाम रिश्ते से एक शख्स को आरोप लगाने के लिए चुना है और फिर दर्शन हीरानंदानी के सिर पर बंदूक रखकर उसे सरकारी गवाह बना दिया है।”

‘सीपीडब्ल्यूडी ने किया मेरे बंगले का रेनोवेशन’: महुआ मोइत्रा

इस दौरान दर्शन हीरानंदानी के उनके बंगले के रेनोवेशन का भुगतान करने के दावे पर मोइत्रा ने कहा, “जिस बंगले 9B टेलीग्राफ लेन में मैं अभी रहती हूँ, वह मेरा सरकार से आवंटित बंगला है। वो (दर्शन हीरानंदानी) मेरे बहुत ही पक्के दोस्त हैं। वो मेरे लिए अब भी ऐसे ही है और वह मेरे सांसद होने से पहले से भी मेरे लिए ऐसे ही रहे हैं।”

महुआ मोइत्रा ने आगे कहा, “दर्शन और उनके पिता की एक बहुत बड़ी रियल एस्टेट कंपनी है। वे भारत के सबसे बड़े बिल्डरों में से एक हैं। जब मुझे मेरा निजी बँगला आवंटित किया गया तो वह जर्जर हालत में था। इसमें 5 फॉल्स सीलिंग थीं और रोशनी नहीं आती थी। मैंने दर्शन से पूछा कि क्या आप किसी आर्किटेक्ट से मुझे यह बताने के लिए कह सकते हैं कि हम खिड़कियों, रोशनी और दरवाजों को कैसे फिर से डिजाइन कर सकते हैं ताकि रोशनी आती रहे और केंद्रीय लोक निर्माण प्रभाग (CPWD) कैसे इसे ऐसा बना सकता है?”

इस दौरान मोइत्रा ने कथित तौर पर दर्शन हीरानंदानी के वास्तुकार के उन्हें भेजे गए तथाकथित डिज़ाइन चित्र भी दिखाए। उन्होंने कहा, “ये डिज़ाइन CPWD के इंजीनियरों और ठेकेदारों को सौंपे गए थे जिन्होंने मेरे घर का काम किया था। इस सरकारी बँगले का पूरा रेनोवेशन भारत सरकार के अधीन CPWD ने किया है। इस घर में कोई निजी ठेकेदार नहीं आया। एक दोस्त के तौर पर दर्शन हीरानंदानी ने मुझे ये वास्तुकार के डिजाइन दिए। रीडिजाइन के हर एक पैसे का भुगतान CPWD ने किया था। कोई भी निजी ठेकेदार ने इसमें शामिल नहीं था।”

‘दर्शन हीरानंदानी ने खरीदी लिपस्टिक और आई-शैडो’

इस दौरान महुआ मोइत्रा ने कबूला कि दर्शन हीरानंदानी ने उनके लिए लिपस्टिक और आई-शैडो खरीदी थी। उनका कहना था, “एक करीबी दोस्त के तौर पर दर्शन हीरानंदानी से मुझे केवल एक चीज मिली थी। मेरे जन्मदिन के तोहफे के तौर पर 3-4 साल पहले एक स्कार्फ। जब वह दुबई से आ रहे थे तो उन्होंने मुझे फोन कर पूछा कि क्या मुझे कुछ चाहिए। बॉबी ब्राउन नामक एक ब्रांड का मैं इस्तेमाल करती थी। एक करीबी दोस्त होने के नाते वो मेरे लिए दुबई ड्यूटी-फ्री मेकअप स्टोर से बिटन पीच रंग की लिपस्टिक और छाल के रंग का आई-शैडो एक बार नहीं बल्कि शायद 2-5 बार खरीद कर लाए हैं।”

महुआ ने आगे कहा, “मैं दर्शन हीरानंदानी से विनती करूँगी कि वह तुरंत आएँ और उन्होंने मुझे जो कुछ भी दिया है उसे रिकॉर्ड में रखें। तीसरी चीज जो उन्होंने मुझे दी है वह यह है कि जब भी मैं मुंबई जाती हूँ, जो शायद पिछले 5 साल में चार या पाँच बार हुआ, तो उनकी कार मुझे ले जाती है और वापस हवाई अड्डे तक छोड़ देती है। मैं उनके साथ कभी नहीं रही। मैं अपने दोस्तों के साथ रहती हूँ। उनकी कार ने मुझे पिक किया और वापस हवाई अड्डे तक छोड़ दिया। वो मेरे दोस्त हैं। कल अगर मैं मुंबई जाऊँगी, तो मुझे उम्मीद होगी कि उनकी कार मुझे ले जाएगी और वापस हवाई अड्डे पर छोड़ देगी। जब ‘इंडिया टुडे’ मुझे अपने स्टूडियो में आमंत्रित करता है, तो आप मुझे लेने के लिए एक कार भेजते हैं। यह वैसा ही है। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं एक खास तरीके से कुछ माँगती हूँ।”

TMC सांसद ने खुद को दी क्लीन चिट

महुआ मोइत्रा ने राजदीप सरदेसाई से कहा, “सबसे पहले, यह साबित हो गया है कि कोई नकद लेनदेन नहीं हुआ था, इसलिए ये आरोप पूरी तरह से खत्म हो गए हैं। इससे यह भी सिद्ध हो गया है कि ऐसा कुछ भी नहीं था, जैसा कि मैंने बताया न तो नकदी है और न ही सामान के तौर पर मेरे पास ऐसा कुछ नहीं है।”

महुआ ने आगे संसद में सवाल पूछने को लेकर कहा, “सवालों की औसत संख्या क्या है, एक सांसद सवाल कैसे पूछता है? सवाल पूछने के दो तरीके हैं। मैं हाथ से उठाकर सवाल पूछ सकती हूँ। मैं इसे लिख सकती हूँ, इस पर हस्ताक्षर कर सकती हूँ और इसे दे सकती हूँ। साल 2019 से कोई भी इन्हें ऑनलाइन दे सकता है। किसी को आपके लिए सवाल पूछने के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल देने का कोई मतलब नहीं है।”

‘NIC लॉगिन के कोई नियम नहीं हैं’: महुआ मोइत्रा

उन्होंने अन्य सांसदों पर भी यही तरीका अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, “कोई भी सांसद अपने सवाल नहीं पूछता। उनके PA, उनके इंटर्न, उनके PRS फेलो सवाल टाइप करते हैं और सोर्स से उन सवालों का बनाकर सवाल डालते हैं। अधिकतर सांसदों को यह भी नहीं पता कि सवाल क्या हैं। किसी भी सांसद के पास अपना लॉगिन और पासवर्ड नहीं है। सभी लॉगिन और पासवर्ड उनकी टीमों के पास हैं। NIC लॉगिन के लिए कोई नियम नहीं हैं।”

महुआ मोइत्रा ने कहा, “NIC लॉगिन पर कोई नियम नहीं है कि आपकी लॉगिन आईडी और पासवर्ड किसके पास हो सकता है। हर सांसद का लॉगिन और सवाल बड़ी टीमों को दिए जाते हैं। आप कह रहे हैं कि मैंने इसे एक विदेशी संस्था को दे दिया। दर्शन हीरानंदानी मेरे दोस्त हैं और वह एक भारतीय नागरिक हैं। तीन साल से वह दुबई से लॉग इन कर रहे हैं।”

‘कैश फॉर क्वेरी’ की आरोपित सांसद ने कहा, “मैंने खुद स्विट्जरलैंड से लॉग इन किया है। मेरी बहन का बच्चा कैंब्रिज में था, जब मैं छुट्टियों पर थी तो मैंने कहा, ‘क्या आप इसे डाल सकती हैं, मेरे पास सवाल डालने की समय सीमा है, तो क्या आप कृपया सवाल टाइप कर सकते हैं।’ उसने (बहन) ऐसा किया है। यदि एनआईसी का सवाल और उत्तर पोर्टल इतना सुरक्षित है तो आप आईपी पते को इसमें प्रवेश करने से क्यों नहीं रोकते? जब हर एक सवाल आरटीआई के तहत है तो संसद में सवाल कहाँ की राष्ट्रीय सुरक्षा है? दर्शन हीरानंदानी संसद में सवाल पूछने के लिए मुझसे नहीं मिले।”

महुआ मोइत्रा ने अडानी पर बोला हमला और कहा – टीएमसी साथ है

महुआ मोइत्रा ने कहा, “मैं मिस्टर अडानी पर निशाना साध रही थी। मैं अभी भी उन पर निशाना साध रही हूँ और कोई मुझे झुका नहीं सकता। क्योंकि वह धोखाधड़ी कर रहे हैं, वह भाजपा सरकार की मदद से इस देश के लोगों पर सबसे बड़ा कॉर्पोरेट घोटाला कर रहा है जिसकी वजह से आपको बिजली, हवाई टिकट, बंदरगाहों और हर चीज के लिए ऊँची कीमतें चुकानी पड़ रही हैं।”

इस इंटरव्यू में मोइत्रा ने कहा, “मेरी पार्टी मेरे पीछे है और मैं एथिक्स कमेटी में इसे सुलझाने में पूरी तरह से काबिल हूँ। अब तक मैं चुप थी क्योंकि मैं आचार समिति के नियमों का पालन कर रहा थी। लेकिन, दूसरी चीज़ जनमत की अदालत है। इस देश में लाखों लोग हैं जो इन फासीवादी गुंडों के खिलाफ खड़े होने और अडानी और उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने के लिए मुझे एक आवाज के रूप में देखते हैं। तो ये लोग सोच रहे हैं कि महुआ का मुँह बंद कर दिया, इसलिए यह मेरा दायित्व है कि मैं मीडिया के पास जाऊँ और लोगों को आश्वस्त करने के लिए अपना पक्ष रखूँ कि कोई भी चीज मुझे निराश नहीं करेगी।”

बीजेपी MP निशिकांत दुबे को कहा ‘पिटबुल’

आखिर में, महुआ मोइत्रा ने कहा, “कल, मैं हँस रही थी जब एक शिकायतकर्ता ने कहा कि यह एक धर्म युद्ध था। यह कोई धर्मयुद्ध नहीं है दोस्त। यह द्रौपदी का चीर हरण है और अब आप महाभारत युद्ध देखेंगे। मैं चाहती हूँ कि 13000 करोड़ रुपए के कोयला घोटाले में एफआईआर दर्ज हो। ये राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए लगाए गए आरोप हैं।”

उन्होंने कहा, “जय देहाद्राई इस तरह की राष्ट्रीय अहमियत के हकदार नहीं हैं कि इस मुद्दे को मेरे बनाम उनके जैसा बनाया जाए। उन्होंने फर्जी शिकायत लिखी है। रत्ती भर भी सबूत नहीं है। सबसे अहम बात जो भाजपा करने की कोशिश कर रही है वह यह है कि उन्हें यह फर्जी शिकायत मिली है और अब उन्हें इसका समर्थन करने के लिए दर्शन की मदद लेनी होगी। इसलिए दर्शन को समिति के सामने आना होगा और उन सामानों की एक फेहरिस्त देनी होगी जो उन्होंने मुझे दी हैं। यही वो हैं, यदि में दोषी हूँ तो मुझे ये फाँसी दिलवाएंगे।”

अपने विरोधियों को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा, “उन्होंने धमकाने के लिए गलत इंसान को चुना है। कुछ भी मुझे झुकाएगा नहीं। मैंने इसमें दाखिल हो गई हूँ और यहाँ बैठने के लिए मैंने अपने जीवन में सब कुछ त्याग दिया है, कुछ छोटे झारखंडी पिटबुल और कुछ पहले के कड़वे निजी खराब रिश्ते मेरा खात्मा नहीं कर पाएँगे।

वहीं सांंसद डॉ निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर सरकारी गवाह दर्शन हीरानंदानी को प्रभावित करने का आरोप लगाया। डॉ निशिकांत दुबे ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किया, “जानकारी के मुताबिक, दर्शन हीरानंदानी और दुबई दीदी (एमपी) संपर्क में हैं। गवाह को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। लोकसभा अध्यक्ष को कार्रवाई करनी चाहिए।”

उधर दूसरी तरफ राजदीप सरदेसाई के साथ महुआ मोइत्रा के इस इंटरव्यू के प्रसारित होने के कुछ घंटों बाद ही वकील जय अनंत देहाद्राई ने इसकी मेजबानी करने वाले पत्रकार राजदीप सरदेसाई को जवाब देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का सहारा लिया।

जय अनंत देहाद्राई ने लिखा, “इसने साबित कर दिया। यह साफ करने के लिए राजदीप सरदेसाई को धन्यवाद कि क्यों मेरे अपहरण किए कुत्ते हेनरी को मेरी सीबीआई शिकायत वापस लेने के बदले लौटाने का ऑफर दिया जा रहा है। ऐसा तब होता है जब ‘लेन-देन’ जिंदगी का एक तरीका बन जाता है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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