Sunday, June 22, 2025
Homeराजनीति'केजरीवाल को देख लिया है हमने… अब BJP आए': पाकिस्तानी हिंदुओं ने पहली बार...

‘केजरीवाल को देख लिया है हमने… अब BJP आए’: पाकिस्तानी हिंदुओं ने पहली बार दिल्ली चुनाव में डाला वोट, CAA से मिली है भारत की नागरिकता

आम आदमी पार्टी की वर्तमान सरकार को लेकर उन्होंने कहा, "केजरीवाल को हमने देख लिया। हम चाहते हैं कि भाजपा सत्ता में आए। बीजेपी कार्यकर्ता हमारे लिए काम करते रहते हैं। आम आदमी पार्टी ने हमारे लिए कुछ नहीं किया।" राधेकृष्ण और उनके 21 वर्षीय भाई लक्ष्मण का कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान AAP से कोई नहीं आया, जबकि बीजेपी के लोग आते रहे।

धार्मिक प्रताड़ना के कारण पाकिस्तान से भागकर आए कुछ हिंदुओं नागरिकता मिलने के बाद दिल्ली विधानसभा चुनावों में पहली बार मतदान किया। इन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बननी चाहिए। बता दें कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए 5 फरवरी 2025 को वोट डाले गए। नतीजे 8 फरवरी को आने हैं। एग्जिट पोल्स के अनुसार, भाजपा दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद वापसी कर रही है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान से आए राधेकृष्ण आडवाणी और उनका परिवार पहली बार भारत में मतदान किया। आडवाणी साल 2013 में अपनी माँ, पिता, पत्नी और दो बच्चों के साथ भारत आए थे। वे अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण के लिए पास के ही एक मोबाइल मरम्मत की दुकान पर काम करते हैं।

दिल्ली विधानसभा चुनावों में पहली बार वोट देने के बाद उन्होंने कहा, “मैंने पाकिस्तान में कभी मतदान नहीं किया और जब हम दिल्ली आए तो हमें घर जैसा महसूस हुआ। आज हमें लगता है कि हम वाकई यहीं के हैं।” उन्होंने अपना वोटर कार्ड दिलाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं का धन्यवाद दिया। हालाँकि, उनके घर की महिलाओं के वोटर आईडी नहीं मिले, क्योंकि प्रमाण पत्र देरी से जमा किए गए थे।

राधेकृष्ण आडवाणी की तरह ऐसे 150 से अधिक हिंदुओं हैं, जिन्होंने वोट किया। पिछले साल मोदी सरकार ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) के तहत इन्हें भारतीय नागरिकता दी थी। आडवाणी की तरह ही पाकिस्तान से आए हजारों हिंदू दिल्ली स्थित मजनू का टीला और आदर्श नगर में स्थापित किए गए दो शिविरों में रह रहे हैं।

राधेकृष्ण का कहना है कि सरकार अब उन लोगों की समस्याओं पर नजर डाले। उनका कहना है, “हमारे इलाके में एक निजी कंपनी (टाटा पावर) बिजली सप्लाई करती है, जो बहुत महंगी है। हमें उम्मीद है कि सरकार हमें दिल्ली के दूसरे इलाकों की तरह ही सब्सिडी वाली बिजली मुहैया कराएगी।” इसके साथ ही इलाका खाली करने के लिए मिलने वाले नोटिस से भी वे खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं।

आम आदमी पार्टी की वर्तमान सरकार को लेकर उन्होंने कहा, “केजरीवाल को हमने देख लिया। हम चाहते हैं कि भाजपा सत्ता में आए। बीजेपी कार्यकर्ता हमारे लिए काम करते रहते हैं। आम आदमी पार्टी ने हमारे लिए कुछ नहीं किया।” राधेकृष्ण और उनके 21 वर्षीय भाई लक्ष्मण का कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान AAP से कोई नहीं आया, जबकि बीजेपी के लोग आते रहे।

ये सिर्फ राधेकृष्ण और लक्ष्मण की बात नहीं है। हाल ही में नागरिकता पाए हिंदुओं ने अरविंद केजरीवाल की पार्टी की सरकार की जगह भाजपा की सत्ता की उम्मीद जताई। उनका कहना है कि भाजपा उनके लिए बेहतर कर सकती है। वे भारत की नागरिकता दिलाने से लेकर उनके लिए विभिन्न सुविधाओं की माँग तक के लिए भाजपा कार्यकर्ता आगे रहे हैं।

भारतीय नागरिकता पाए इन अप्रवासी हिंदुओं की तरह ही दिल्ली का मूड भी इस बार बदला-बदला सा दिख रहा है। एग्जिट पोल में अरविंद केजरीवाल के जीत के आसार नहीं हैं। वहीं कॉन्ग्रेस का खाता खुलता नहीं दिख रहा है। MATRIZE के एग्जिट पोल में बीजेपी को 35-40 सीटें तो AAP को 32-37 सीटें मिलने के आसार जताए गए हैं। वहीं, कॉन्ग्रेस को एक भी सीट नहीं दी गई है।

चाणक्य स्ट्रैटजी के एग्जिट पोल में बीजेपी की स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बन रही है। इसके मुताबिक, बीजेपी को 39-44 सीटें मिल सकती है। AAP फिसलकर 25-28 सीटों पर सिमट सकती है। कॉन्ग्रेस को 2-3 सीटों पर जीत मिलने की संभावना दिख रही है। पोल डायरी के एग्जिट पोल में AAP को 18-25 सीटें दी गई हैं। वहीं, बीजेपी को 42-50 सीटें और कॉन्ग्रेस को 0-2 सीटें दी गई हैं।

इनसाट के अनुसार बीजेपी को 40 से 44 सीटें मिल सकती हैं। आप को 25 से 29 सीटें मिलने का अनुमान है। पी-मार्क के पोल में बीजेपी को 39-49 तो आप को 21-31 सीटों का अनुमान लगाया गया है। वहीं WeePreside के एग्जिट पोल में AAP की सत्ता कायम रहने का अनुमान लगाया गया है। इसके अनुसार उसे 46 से 52 सीटें तो बीजेपी को 18 से 23 सीटें मिल सकती है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अब या तो शांति होगी या होगा सर्वनाश… अमेरिका ने ताबड़तोड़ ईरान पर की एयरस्ट्राइक, परमाणु ठिकानों को तबाह किया: बंकर में छिपा खामेनेई...

अमेरिका ने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि ईरान या तो शांति कायम करे या विनाश के लिए तैयार रहे।

भारत की ‘आत्मनिर्भरता’ से किलसे राहुल गाँधी, ‘मेक इन इंडिया’ को बताया ‘असेम्बल इन इंडिया’: आँकड़ों के साथ समझें कॉन्ग्रेस MP ने फैलाया कैसे...

राहुल गाँधी मैन्युफैक्चरिंग पर भ्रम फैलाते पकड़े गए हैं। उन्होंने यह साफ झूठ बोला कि भारत में स्मार्टफोन बनने से कोई फायदा नहीं होता।
- विज्ञापन -