AAP की आतिशी ने CM रहते चुनाव लड़ा। हारते-हारते जीतीं। पार्टी सत्ता से बाहर हो गई। कॉन्ग्रेस की रागिनी नायक जमानत न बचा सकीं। पार्टी का तीसरी बार खाता नहीं खुला। पर 'जश्न' ऐसा कि अब मजाक बन रहा।
महिला हो या मिडिल क्लास... इस बार हर कोई भाजपा से आस लगाए बैठा था। इनमें मिडल क्लास को तो पहले ही सरकार ने तोहफा दे दिया था और महिलाओं को भी 2500 देने की गारंटी दे चुके थे।