पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के भड़काऊ बयान के एक दिन बाद अब कॉन्ग्रेस पार्टी के एक और नेता ने पूरे किसान प्रदर्शन की पोल खोली है। मीडिया से बातचीत में कॉन्ग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने स्वीकार किया ये पूरा आंदोलन कॉन्ग्रेस द्वारा प्रायोजित है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि ये प्रदर्शन सारी पार्टियों द्वारा स्पांसर किया गया। ये बीजेपी के ख़िलाफ़ आंदोलन है जो काले कानून लेकर आए। ये संघर्ष सारा उनके ख़िलाफ़ है।
किसान प्रदर्शन के पीछे कॉन्ग्रेस की ‘साजिश’ स्वीकारते हुए उन्होंने कहा, “ये सच है कि ये आंदोलन पंजाब स्पांसर है। ये पंजाब के किसानों का आंदोलन है। ये सभी पार्टी द्वारा स्पांसर है। ये बात आपको मैं कहता हूँ ये आंदोलन भाजपा के ख़िलाफ़ है जो हमारी खेती के लिए काले कानून लेकर आए। ये तमाम संघर्ष उनके ख़िलाफ़ है। इसमें क्या शक है कि कॉन्ग्रेस किसानों के साथ है। इस संघर्ष के साथ है। तो हमारी साजिश है इसके साथ। मैं खुल कर कहता हूँ हम किसानों के साथ हैं और पूरी तरह से साथ हैं।”
#Breaking 1st on TIMES NOW | #Congress MLA Raj Kumar Verka admits ‘Cong sponsored farmers protest’. Verka says ‘this is a fight against <a href="https://twitter.com/hashtag/BJP?
बता दें कि एक ओर जहाँ कॉन्ग्रेस ने किसान प्रदर्शन पर ये बात कही है। वहीं भाजपा ने भी इस संबंध में बयान दिया है। टाइम्स नाऊ के अनुसार, भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, “ये स्पष्ट तौर पर मिलीभगत है और किसान प्रदर्शन को कॉन्ग्रेस द्वारा वित्तपोषित किया जा रहा है।”
There is a clear connivance and farmers protest is funded by #Congress: @rpsinghkhalsa, #BJP, tells TIMES NOW. pic.twitter.com/Ef4hZve6TC
— TIMES NOW (@TimesNow) September 14, 2021उल्लेखनीय है कि इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार (13 सितंबर) को किसान संगठनों को पंजाब की बजाए दिल्ली और हरियाणा में विरोध प्रदर्शन के लिए उकसा कर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने किसान संगठनों से कहा कि वे अपना आंदोलन हरियाणा और दिल्ली में करें, लेकिन पंजाब में धरना आदि न दें। होशियारपुर में कैप्टन सिंह ने पंजाब को आर्थिक नुकसान पहुँचाने के लिए किसान प्रदर्शनकारियों को दोषी ठहराया।
उन्होंने कहा था, ”मैं पंजाब के किसानों को बताना चाहता हूँ कि यह उनकी जमीन है, जहाँ उनके द्वारा किया गया विरोध प्रदर्शन राज्य के हित में नहीं है।” इसके अलावा, कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता ने किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन करने और केंद्र पर कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए दबाव बनाने के लिए उकसाया।
उन्होंने कहा, “राज्य में विरोध प्रदर्शन करने की बजाए, किसानों को केंद्र पर कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए दबाव बनाना चाहिए।” इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस दौरान किसान प्रदर्शनकारियों को पड़ोसी राज्य हरियाणा में व्यवधान पैदा करने के लिए उकसाया। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब में किसानों को रोका जाता तो वे सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर नहीं पहुँच पाते। आप हरियाणा और दिल्ली में जो चाहें करते रहें, लेकिन पंजाब को नुकसान क्यों पहुँचा रहे हैं? उन्होंने किसानों पर पंजाब में 113 जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर राज्य के विकास में बाधा डालने का भी आरोप लगाया।