Friday, July 11, 2025
Homeराजनीतिअमेरिका जाकर राहुल ने गाँधी-नेहरू से लेकर बोस तक को बना दिया NRI: कहा-...

अमेरिका जाकर राहुल ने गाँधी-नेहरू से लेकर बोस तक को बना दिया NRI: कहा- विदेश से लौटे लोगों ने बनाया आधुनिक भारत, दक्षिण अफ्रीका से शुरू हुआ स्वतंत्रता आंदोलन

कॉन्ग्रेस नेता कहते हैं, "महात्मा गाँधी एक एनआरआई थे। ऐसा कह सकते हैं कि भारत का स्वतंत्रता आंदोलन दक्षिण अफ्रीका से प्रांरभ हुआ। नेहरू, अंबेडकर, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस सब प्रवासी भारतीय थे "

विदेश जाकर भारत के बारे में नकारात्मक बातें करने वाले कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी अब एक नए बयान के कारण चर्चा में आए हैं। उन्होंने अपने यूएस दौरे के दौरान न्यूयॉर्क में आयोजित कार्यक्रम में कहा है कि आधुनिक भारत के रचयिता NRI (विदेशों से लौटे भारतीय हैं जिन्होंने बाहरी दुनिया को देखा।)

राहुल गाँधी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े बड़े नेता महात्मा गाँधी, बीआर अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस सब एनआरआई थे जो विदेशों से होकर भारत आए थे और जानते थे बाहरी दुनिया कैसी है।

कॉन्ग्रेस नेता कहते हैं, “महात्मा गाँधी एक एनआरआई थे। ऐसा कह सकते हैं कि भारत का स्वतंत्रता आंदोलन दक्षिण अफ्रीका से प्रांरभ हुआ। मेरे दादाजी नेहरू, अंबेडकर, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस सब NRI थे।”

राहुल गाँधी ने न्यूयॉर्क में संबोधन के दौरान कहा कि भारत फिलहाल दो विचारधाराओं के कारण संघर्ष कर रहा है। पहला कॉन्ग्रेस समर्थित दूसरी भाजपा और आरएसएस समर्थित। लेकिन कॉन्ग्रेस के सिद्धांत और हमारी विचारधारा महात्मा गाँधी के विचारधारा से मेल खाती है जो एनआरआई थे और बहुत सुलझे हुए व्यक्ति थे।

भाजपा की विचारधारा पर राहुल बोले कि भारतीय जनता पार्टी के विचार महात्मा गाँधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे से मेल खाते है। वह हिंसक और गुस्सैल व्यक्ति है। साथ ही और जीवन की सच्चाई का सामना करने में असमर्थ है।

राहुल ने बालासोर रेल हादसे के बारे न्यूयॉर्क में बात की। वह बोले कि जब कॉन्ग्रेस के राज में रेल हादसे होते थे तो वो लोग अंग्रेजों पर दोष नहीं मढ़ते थे। लेकिन भाजपा-आरएसएस वाले तो कह देंगे कि 50 साल पहले कॉन्ग्रेस ने ऐसा किया था तो इसलिए ऐसा हो गया। कॉन्ग्रेस नेता ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में नफरत फैलाने के लिए कुछ संस्थाएँ जिम्मेदार हैं जिन्होंने लोकतंत्र को चलाने वाली संस्था पर कब्जा कर लिया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अरुणाचल के CM ने चीन की कमजोर नस दबाई: जानिए क्यों कहा तिब्बत से लगती है हमारी सीमा, क्या ‘बफर स्टेट’ बना पड़ोसी बदल...

तिब्बत की अपनी अलग पहचान है और भारत का रिश्ता उसी से है, चीन से नहीं। ये बयान चीन की विस्तारवादी नीतियों पर सीधा हमला है।

‘छांगुर पीर’ भय-लालच से त्यागी को बनाता है वसीम अकरम, पंडित शंखधर के पास तीन तलाक से मुक्ति के लिए आती है शबनम: बिलबिलाओ...

छांगुर बाबा ने हिन्दुओं का इस्लाम में जबरन धर्मांतरण करवाया जबकि जबकि पंडित शंखधर ने स्वेच्छा से सनातन में आने वालों की घर वापसी करवाई।
- विज्ञापन -