Saturday, July 27, 2024
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राजस्थान: कॉन्ग्रेस ऑफिस में फिर से लगे सचिन पायलट के पोस्टर, मनुहार में जुटी पार्टी

बैठक से पायलट समेत कम से कम 19 विधायक नदारद रहे जो बताता है कि संकट अभी खत्म नहीं हुआ। बैठक के बाद जिस तरह से सभी विधायकों को होटल में सुरक्षित कर लिया गया है, उससे भी साफ है कि इस सियासी पटकथा के कई पन्ने अभी लिखे जाने शेष हैं।

राजस्थान की राजनीति हर घंटे नई करवट लेती जा रही है। हालॉंकि अभी भी अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कॉन्ग्रेस सरकार का संकट टल नहीं है। पार्टी उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के मनुहार में लगी हुई है।

सुबह जयपुर के पार्टी दफ्तर से पायलट के पोस्टर हटा दिए गए थे। लेकिन दोपहर होते-होते उन्हें फिर लगा दिया गया है। पार्टी ने उनसे बात करने की भी अपील की है।

पायलट सोमवार (जुलाई 13, 2020) को विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए नहीं पहुँचे। मुख्यमंत्री गहलोत के मीडिया सलाहकार ने बैठक में 107 विधायकों की मौजूदगी का दावा किया है।

हालाँकि, बैठक से पायलट समेत कम से कम 19 विधायक नदारद रहे जो बताता है कि संकट अभी खत्म नहीं हुआ। बैठक के बाद जिस तरह से सभी विधायकों को होटल में सुरक्षित कर लिया गया है, उससे भी साफ है कि इस सियासी पटकथा के कई पन्ने अभी लिखे जाने शेष हैं।

इसी बीच कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ बातचीत कर प्रदेश के राजनीतिक संकट को दूर करने की कोशिश कर रही हैं।

वहीं मुख्यमंत्री आवास पर मौजूद 100 से ज्यादा विधायकों ने मीडिया के सामने विक्ट्री साइन दिखाया। कॉन्ग्रेस का दावा है कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है।

राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह ने कहा, “केंद्र में भाजपा सरकार के अंत की शुरुआत राजस्थान से होगी। राजस्थान के लोग चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे। कल रात 115 विधायक हमारे साथ थे, अब 109 हमारे साथ हैं। हम संख्याबल जीत रहे हैं।”

दूसरी तरफ पायलट गुट अभी भी 30 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है। पायलट ने दावा किया था कि कॉन्ग्रेस के 30 से अधिक विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों द्वारा उन्हें समर्थन देने के वादे के बाद अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है।

इसके अलावा रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी सचिन पायलट के संपर्क में है और उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही हैं। उनसे 48 घंटों में अनेकों बार कॉन्ग्रेस नेतृत्व की तरफ से बात की गई है।

उन्होंने आगे कहा, “एक बात मैं बता दूँ कि हम राजस्थान में पूरे पाँच का कार्यकाल पूरा करेंगे। भाजपा कितने भी हथकंडे अपनाए। ईडी, सीबीआई और आयकर के जरिए वह लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को नहीं गिरा पाएगी।”

सुरजेवाला ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सभी विधायकों के लिए दरवाजे खुले हैं, खुले रहेंगे। सोनिया-राहुल गाँधी से बात कीजिए। व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के लिए कॉन्ग्रेस पार्टी को अस्थिर करना गलत है। सभी विधायक विधायक दल की बैठक में शामिल हों। पार्टी फोरम में अपनी बात रखें, न की पार्टी के बाहर। भाजपा सीबीआई, आयकर, ईडी के जरिए लोकतंत्र की हत्या करती है।”

राजस्थान में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कर्नाटक कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सोमवार को विश्वास जताया कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कॉन्ग्रेस नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने पायलट को ‘सच्चा कॉन्ग्रेसी’ बताया।

राजस्थान में कॉन्ग्रेस दो धड़ों में बँट चुकी है, ऐसे में हर किसी की ओर से अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं। सचिन पायलट के गुट का दावा है कि उनके साथ करीब 30 विधायक हैं, जबकि और भी साथ आ सकते हैं। जल्द ही इन विधायकों के इस्तीफा देने की बात भी कही जा रही है। दूसरी ओर क़ॉन्ग्रेस इस दावे को नकार रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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