OpIndia is hiring! click to know more
Saturday, April 12, 2025
Homeराजनीतिबजरंग पुनिया और विनेश फोगाट की राजनीति को मिला अखाड़ा, हरियाणा के दंगल में...

बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट की राजनीति को मिला अखाड़ा, हरियाणा के दंगल में टीम कॉन्ग्रेस की ओर लगाएँगे दाँव: रिपोर्ट में दावा- विधानसभा चुनाव लड़ने की सीट फाइनल

बजरंग पूनिया को बादली सीट से टिकट दिया जाएगा। यह झज्जर जिले में स्थित है। इसके अलावा विनेश फोगाट को जुलाना सीट से टिकट दिया जाएगा, यह जींद जिले में पड़ती है।

पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। दोनों कॉन्ग्रेस के टिकट से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी ठोकेंगे। दोनों के चुनाव लड़ने की बात कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी से मुलाकात के बाद तय हुई है। दोनों की सीटों पर भी फैसला हो गया है।

लाइवहिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार (4 सितम्बर, 2024) को दिल्ली में राहुल गाँधी से मुलाक़ात के बाद बजरंग पूनिया को बादली सीट से टिकट दिया जाएगा। यह झज्जर जिले में स्थित है। इसके अलावा विनेश फोगाट को जुलाना सीट से टिकट दिया जाएगा, यह जींद जिले में पड़ती है। इस बात का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है।

दोनों पहलवानों ने राहुल गाँधी के अलावा कॉन्ग्रेस के संगठन महासचिव से भी मुलाकात की है। इसके बाद दोनों के टिकट पर बात फाइनल हुई है। विनेश के जिस सीट से लड़ने की बात मीडिया रिपोर्ट्स में कही गई है, उसके अंतर्गत उनका ससुराल पड़ता है। इस सीट पर अच्छी खासी संख्या जाट मतदाताओं की बताई जाती है।

वहीं बादली सीट झज्जर जिले में है जो बजरंग पूनिया का गृह जनपद है। वर्तमान में जहाँ बादली सीट पर कॉन्ग्रेस तो वहीं जुलाना सीट पर जजपा का कब्जा है। बादली सीट पर कॉन्ग्रेस सीट के कुलदीप वत्स विधायक हैं, वह हरियाणा के बड़े ब्राम्हण नेताओं में शुमार किए जाते है। ऐसे में बादली सीट पर टिकट के लिए कॉन्ग्रेस को यह सीट खाली करवानी होगी।

इससे राज्य में उसके वोटों का अंकगणित बिगड़ सकता है। वहीं जुलाना सीट पर उसे लड़ाई में आना होगा। 2019 में वह इस सीट पर तीसरे नम्बर पर रही थी। उसे इस सीट पर मात्र 10% वोट ही हासिल हुए थे। ऐसे में यहाँ से विनेश फोगाट की लड़ाई मुश्किल हो सकती है।

विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया लगातार केंद्र सरकार का विरोध करते आए हैं। दोनों पहलवान कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन के नेता रहे हैं। दोनों के प्रदर्शन और उनके रुख को कॉन्ग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा का खुला समर्थन रहा है।

विनेश फोगाट हाल ही में पेरिस ओलम्पिक से वजन अधिक होने के कारण बाहर हो गईं थी। विनेश फोगाट बिना मेडल के देश लौटी थीं। हालाँकि खापों ने उन्हें एक मेडल दिया था। उनकी वापसी पर उनका स्वागत भी भूपिंदर हुड्डा के बेटे और सांसद दीपेंदर हुड्डा ने किया था।

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

5000 मुस्लिमों की भीड़ ने ठप्प की रेलवे सेवा, प्रखंड मुख्यालय फूँका, पुलिसवालों ने मस्जिद में छिप कर बचाई जान: बंगाल में वक़्फ़ के...

जिन गाड़ियों को फूँका गया है उनमें पुलिस के वैन और सार्वजनिक बसें शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि जवानों पर 'बम जैसे पदार्थ' फेंके गए।

हिन्दुओं के खिलाफ कोई भी मामला हो, काले कोट में दिखता है एक ही चेहरा: अब वक्फ की पैरवी करेंगे कपिल सिब्बल, संयोग या...

कपिल सिब्बल बार-बार उन पक्षों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जो बहुसंख्यक हितों के विरोध में और अल्पसंख्यक विशेषाधिकारों के पक्ष में खड़े होते हैं।
- विज्ञापन -