Thursday, May 22, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयचीन में कोरोना के कारण 1 महीने में 60000 की मौत: ये सिर्फ अस्पतालों...

चीन में कोरोना के कारण 1 महीने में 60000 की मौत: ये सिर्फ अस्पतालों में मरने वालों का आधिकारिक आँकड़ा, दूर-दराज इलाकों का कोई हिसाब नहीं

उन्होंने यह भी कहा है कि मौत के ये आँकड़े सिर्फ अस्पतालों में हुई मौत के हैं। यानी कि चीन ने उन लोगों के आँकड़े जारी नहीं किए हैं, जिनकी मौत घरों या दूर-दराज इलाकों पर हुई है।

चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी पर कोरोना वायरस फैलाने और इससे हुई मौतों के आँकड़े छिपाने के आरोप लगते रहे हैं। हालाँकि, अब चीन ने कोरोना वायरस से हुई मौत को लेकर आँकड़ा जारी किया है। चीन के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारी ने कहा है कि जीरो कोविड पॉलिसी खत्म करने के बाद, बीते एक महीने में कोरोना के कारण चीन में करीब 60,000 लोगों की मौत हुई है।

चीन द्वारा जारी किए गए आँकड़ों से पता चलता है कि नए साल से पहले कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने वहाँ जमकर कहर मचाया है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के चिकित्सा प्रशासन ब्यूरो के प्रमुख जिओ याहुई (Jiao Yahui) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि 8 दिसंबर 2022 से लेकर 12 जनवरी, 2023 के बीच कोरोना से जुड़ी बीमारियों के कारण चीन में कुल 59938 लोगों की मौत हुई है।

जियाओ याहुई ने यह भी कहा है कि चीन में बीते एक महीने में जो लोग मरे हैं उनमें साँस लेने में समस्या के कारण 5503 लोगों और कोरोना के साथ ही अन्य बीमारियों (कैंसर, हार्ट अटैक) के चलते 54435 लोगों की मौत हुई।

उन्होंने यह भी कहा है कि मौत के ये आँकड़े सिर्फ अस्पतालों में हुई मौत के हैं। यानी कि चीन ने उन लोगों के आँकड़े जारी नहीं किए हैं, जिनकी मौत घरों या दूर-दराज इलाकों पर हुई है। ऐसे में, चीन में कोविड-19 से हुई मौत के आँकड़े और भी भयावह हो सकते हैं।

जियाओ याहुई ने यह भी कहा है कि चीन में अब कोरोना वायरस का (पीक टाइम) कहर कम हो गया है। दिसंबर में कोरोना चीन में तबाही मचा रहा था। 23 दिसंबर 2022 को रोजाना 28 लाख से अधिक लोग हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे थे। वहीं, अब गुरुवार (12 जनवरी 2023) को यह संख्या 83 प्रतिशत घटकर 4,77,000 हो गई है।

बता दें कि चीन में ओमिक्रॉन वैरिएंट के घातक होने के बाद वहाँ की सरकार ने कोरोना वायरस से हो रही मौतों की जानकारी देना बंद कर दिया था। इसके बाद, ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)’ द्वारा आँकड़े जारी करने के लिए कहा गया था। गौरतलब है कि इससे पहले चीन ने साँस संबंधी समस्याओं के कारण हुई मौतों को लेकर आँकड़े जारी किए थे। चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की वेबसाइट में 8 दिसंबर के बाद चीन में कुल 37 लोगों की मौत की बात कही गई है।

चीन ने ये आँकड़े तब जारी किए थे, जब दुनिया भर के मीडिया चैनल्स में चीन के शहरों और श्मशान घाटों में लाशों के ढेर के फोटोज और वीडियोज दिखाए जा चुके हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

धर्म बदलकर मुस्लिम बन चुकी है ज्योति मल्होत्रा, पाकिस्तान में की है शादी… हरियाणा पुलिस ने मीडिया में चल रही हर खबर की हकीकत...

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तान प्रेम को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर हिसार पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर भ्रामक खबरों से बचने को कहा है।

क्या है ‘गोल्डन डोम’ जिस पर डोनाल्ड ट्रंप खर्च करेंगे ₹14.52 लाख करोड़, क्या इजरायल के ‘आयरन डोम’ से भी अधिक सक्षम है अमेरिका...

गोल्डन डोम ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 175 अरब डॉलर (लगभग 14.52 लाख करोड़ रुपए) की अंतरिक्ष आधारित मिसाइल रक्षा प्रणाली है, जो अमेरिका को बैलिस्टिक और हाइपरसोनिक खतरों से बचाने के लिए बनाई जा रही है।
- विज्ञापन -