पाकिस्तान के सिंध प्रान्त से हिन्दू बच्चों के बेचे जाने की खबर सामने आ रही है। जहाँ जानवरों की तरह बच्चे-बच्चियों को बेचा जा रहा है। यह जानकारी वॉइस ऑफ़ पाकिस्तान माइनॉरिटी के ट्विटर हैंडल ने दी है। इसमें पाकिस्तान पुलिस की मिलीभगत भी बताई जा रही है।
5 kids belonging to the Hindu community have been sold out to Mohammad Bux Laghari for Rs 5 lacks by SHO Momin Laghari in Mirpurkhas. The family was promised that their kids will be returned but when they reached the set location, they were denied.
— Voice of Pakistan Minority (@voice_minority) March 15, 2022
ट्वीट में लिखा गया है, “मीरपुरखास में एसएचओ मोमिन लगारी ने हिंदू समुदाय के 5 बच्चों को मोहम्मद बक्स लाघरी के हाथों 5 लाख रुपए में बेचा है। परिवार से वादा किया गया था कि उनके बच्चों को वापस कर दिया जाएगा लेकिन जब वे बताए गए लोकेशन पर पहुँचे तो उन्हें मना कर दिया गया।”
वहीं सिंध से सिंध से ही जबरन धर्म परिवर्तन के लिए दो और नाबालिग हिंदू लड़कियों के अपहरण का मामला भी सामने आया है। सिंध के खैरपुर से आरती मेघवार (14वर्ष ) और घोटकी से राबिया भील (13) का जबरन इस्लामीकरण के लिए अपहरण कर लिया गया। वहीं बताया जा रहा है कि इससे पहले भी बिंदिया नामक किसी लड़की को उठा लिया गया था।
WOUNDS OF SINDH.
— THE SINDHI NARRATIVE (@TSNARRATIVES) March 15, 2022
13 year old #Hindu girl Bindya Meghwar was abducted for forced conversion and marriage from Kumb, district Khairpur Mirs, #Sindh. No action has been taken by Khairpur police up till now even after complaining.#RaiseVoiceAgainstConversion. pic.twitter.com/6D636y6bi6
बिंदिया के मामले में बताया जा रहा है कि हाल ही में कुम्भ, जिला खैरपुर मीर, सिंध से 13 वर्षीय हिंदू लड़की बिंदिया मेघवार का जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह के लिए अपहरण कर लिया गया था। वहाँ के अल्पसंख्यक हिन्दू लगातार इसके लिए प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कोई भी उनकी सुध लेने को वहाँ तैयार नहीं है। सिंध नैरेटिव के ट्विटर हैंडल से यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि खैरपुर पुलिस ने शिकायत के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
यह कोई एक दो मामला नहीं है। वहाँ अक्सर हिन्दुओं लड़कियों को जबरन उठाने, इस्लाम कबूल कराकर निकाह के मामले आते रहते हैं। 2022 के पहले दिन, समरो सिंध की एक और हिंदू लड़की, नजमा कोहली का अपहरण करके इस्लाम कबूल करवाया गया और फिर फातिमा बनाकर एक 35 वर्षीय व्यक्ति अमानुल्लाह से निकाह करा दी गई। जिसके बाद पाकिस्तान में इसे अपहरण का मामला माना ही नहीं जाता।
𝐖𝐨𝐮𝐧𝐝𝐬 𝐨𝐟 𝐒𝐢𝐧𝐝𝐡.
— THE SINDHI NARRATIVE (@TSNARRATIVES) January 19, 2022
Case 2:
Another 15 year old #Hindu girl Payal Kumari has become the victim of forced conversion in #Sindh. She was abducted from Goth Wali Muhammad Patafi and converted to !slam. #RaiseVoiceAgainstConversion
@gabeenaa @FaqirShiva @SindhuSorath pic.twitter.com/NI1XgUtnLs
वहीं15 साल की एक और हिंदू लड़की पायल कुमारी का भी सिंध के गोथ वाली मुहम्मद पटाफी से अपहरण कर लिया गया था और उसका भी मजहब बदलवाकर जबरन निकाह करा दिया गया।
𝐖𝐨𝐮𝐧𝐝𝐬 𝐨𝐟 𝐒𝐢𝐧𝐝𝐡.
— THE SINDHI NARRATIVE (@TSNARRATIVES) January 31, 2022
Two #Sindhi daughters, 11 year old Jamna Kolhi and 12 year old Sooman Kolhi were kidnapped yesterday by Khoso brothers named Israr Khoso, Hyder Khoso , Arbab Khoso along with others, from Taluka Matli, Badin, #Sindh.#RaiseVoiceAgainstConversion pic.twitter.com/HEiNSUWR9W
ऐसे कई मामले है जिसे वॉइस ऑफ़ पाकिस्तान और सिंध नैरेटिव उठाते रहते हैं दुनिया के सामने कि कोई तो उनकी मदद करे। लेकिन न तो उनका संज्ञान अंतराष्ट्रीय मीडिया लेती है और कोई मानवाधिकार आयोग। पाकिस्तान की सरकार और पुलिस तो ऐसे मामलों को मजहबी मानकर पहले ही पल्ला झाड़ लेती है। या कभी कार्रवाई ही नहीं करती।