Friday, January 3, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय5 साल की बच्ची तूने सेक्स के लिए 'हाँ' कहा था… और वो बाप...

5 साल की बच्ची तूने सेक्स के लिए ‘हाँ’ कहा था… और वो बाप जो अपनी ही बेटी को गैंगरेप से बचाने के लिए हो गया गिरफ्तार: इंग्लैंड में मुस्लिम ग्रूमिंग गैंग को ऐसे बचाती है पुलिस

पीड़िता ने बताया कि वो केवल पाँच साल की थीं जब उनके साथ ये सब हुआ था और तब बाकी के 96.5% केसों की तरह सीपीएस ने कोर्ट में उनके मामले में भी आरोपितों को कोर्ट ले जाने की बजाय, बचाने का काम किया था।

इंगलैंड में ग्रूमिंग गैंग का काला सच दोबारा से सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच कुछ ऐसी कहानियाँ निकलकर सामने आ रही हैं जिनमें पुलिस की भूमिका को सुन कोई भी हक्का-बक्का हो जाए। कल एक पिता की आपबीती सामने आई थी जिन्होंने अपनी बेटी को ग्रूमिंग गैंग से छुड़ाने का फैसला लिया, लेकिन जब वो उस स्थान पर पहुँचे तो पुलिस ने वहाँ पहुँचकर उन्हें अरेस्ट कर लिया।

वीडियो में पिता को कहते सुन सकते हैं कि एक बार उन्हें कॉल आई जिसमें बताया गया कि ग्रूमिंग गैंग ने उनकी बेटी को कहाँ रखा गया है। वो चूँकि उस जगह के करीब ही थे तो वो उस अपार्टमेंट में गए। उन्होंने दरवाजा खटखटाया और फिर अंदर देखा तो कुछ लोग पर्दे के पीछे थे। इसके बाद पुलिस भी वहाँ 5 मिनट के भीतर आ गई लेकिन उन्होंने आरोपितों को पकड़ने की बजाय उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया और सवाल पूछा- “तुम यहाँ क्या कर रहे हो।” इसके बाद पुलिस फिर उस पिता को उनके घर लेकर गई और वहाँ भी उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

इस मामले को एलन मस्क ने भी अपनी टाइमलाइन पर उठाया और हर व्यक्ति की गिरफ्तारी की माँग की जिसके कारण उस पिता के साथ ऐसा दुर्व्यवहार हुआ।

अब इसी क्रम में एक पीड़िता की भी वीडियो सामने आई है। पीड़िता बता रही है कि जब उसने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में सामने आकर सीएसई टीम के जासूस को बताया, तो कार्रवाई की बजाय ये पूछा गया कि क्या तुमने सेक्स के लिए हाँ कहा था। पीड़िता ने बताया कि वो केवल पाँच साल की थीं जब उनके साथ ये सब हुआ था और तब बाकी के 96.5% केसों की तरह सीपीएस ने कोर्ट में उनका मामले में भी आरोपितों को कोर्ट तक ले जाने से मना कर दिया था।

पुलिस प्रशासन से निराश होने के बाद पीड़िता नेशनल टीवी पर गई और शहर में हो रहे बाल यौन शोषण के बारे में टीवी पर सब कुछ बताया। पीड़िता कहती हैं कि उनके इस कदम के बाद पुलिस दौड़ी-दौड़ी उनके दरवाजे आई और उन्हें अपने साथ बयान देने के लिए थाना चलने को कहा। पीड़िता के मुताबिक पुलिस उन्हें सिर्फ इसलिए ले जाना चाहती थी ताकि उन्हें चुप करवा सके।

ग्रूमिंग गैंग के खिलाफ एक्शन

बता दें कि ब्रिटेन में ग्रूमिंग गैंग के खिलाफ की गई कार्रवाई में पिछले वर्ष तक 550 से अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। यह कार्रवाई एक विशेष पुलिस टास्कफोर्स द्वारा की गई, जिसे अप्रैल 2023 में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा स्थापित किया गया था। इस टास्कफोर्स का उद्देश्य बाल यौन शोषण और ग्रूमिंग से संबंधित मामलों की जाँच को बेहतर बनाना और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करना था।

यह टास्कफोर्स इंग्लैंड और वेल्स के सभी 43 पुलिस बलों के साथ मिलकर काम कर रही है। इसमें विशेषज्ञ अधिकारी और डेटा विश्लेषक शामिल हैं, जो ग्रूमिंग गैंग के मामलों की जाँच पहले भी कर चुके हैं। इस टास्कफोर्स की वजह से 4,000 से अधिक पीड़ितों की पहचान हो चुकी है और उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की जा चुकी है।

ब्रिटेन में ग्रूमिंग गैंग

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में ग्रूमिंग गैंग की समस्या आज की नहीं है। सालों से इस गैंग का शिकार हुई पीड़िताओं की कहानी लोगों को चौंकाती रही है। इस गैंग का कनेक्शन सीधा पाकिस्तान के इस्लामी कट्टरपंथियों से था जो चुन-चुन कर छोटी उम्र की गोरी और गैर मुस्लिम लड़कियों को अपना शिकार बनाते, फिर उनका शोषण करते, उनसे अप्राकृतिक रूप से बलात्कार करते, उनकी तस्करी करते और उन्हें हिंसक धमकियाँ देते थे। ग्रूमिंग गैंग चलाने वाले दरिंदों का साफ मानना था कि गोरी लड़कियाँ कचरा और वेश्या हैं इनका इस्तेमाल कैसे भी हो सकता है।

हैरानी की बात ये है कि लड़कियों को टारगेट करने वाले अपना धंधा एक दशक तक ब्रिटेन के अलग-अलग शहरों (लंदन, ब्रिस्टल, बर्मिंघम, रोशडेल, रोदरहैम आदि) में चलाते रहे लेकिन पुलिस प्रशासन ने इस पर कोई एक्शन तक नहीं लिया। नतीजतन 1997 से 2013 तक एशियाई देशों (मुख्यत: पाकिस्तान) के इस्लामी कट्टरपंथी 1400 लड़कियों को अपने निशाना बना चुके थे। मामले का खुलासा आखिर में तब हुआ कुछ पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर ध्यान दिया। इन्हीं लोगों की पहल से इस मामले में एक स्वतंत्र रिपोर्ट आई जिसने इस मुद्दे को उठाया और पीड़िताएँ सामने आईं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

प्लास्टर से छिपाए मंदिर होने के सबूत, घंटे वाली जगह पर झूमर लटकाया: संभल के जामा मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में पेश, भीतर...

सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्जिद परिसर में दो बरगद के पेड़ हैं, जो आमतौर पर हिंदू मंदिरों से जुड़े होते हैं और वहाँ उनकी पूजा होती है।

भारत स्वतंत्र हुआ, पर कैद ही रह गया पुराणों का अक्षयवट: पहली बार प्रयागराज महाकुंभ में हिंदू कर सकेंगे दर्शन, अकबर का लगाया प्रतिबंध...

कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक एवं सांस्कृतिक समागम है, जो पूर्णत: वैज्ञानिक अवधारणाओं पर आधारित है।
- विज्ञापन -