Monday, May 19, 2025
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‘अंग्रेजी-अरबी आती हो, गैर-मुस्लिमों में कर सके इस्लाम का प्रचार’ – जाकिर नाइक खोज रहे लड़की, बेटे के लिए चाहिए बीवी

"वो कुरान की शिक्षा के अनुसार इस्लाम का अनुसरण कर रही हो। हराम गतिविधियों से दूर रहती हो। उसका अखलाक (चरित्र) सही हो। विनम्र, दयालु, नेक और मजहबी हो। अंग्रेजी-क्लासिक अरबी में निपुण हो।"

इस्लामी मुबल्लिग़ ज़ाकिर और भगोड़ा नाइक को अपने बेटे फरीक के लिए बीवी की तलाश है। उसने फ़ेसबुक के जरिए बताया है कि कौन लड़कियाँ इसके लिए आवेदन कर सकती हैं। लड़की की योग्यताएँ क्या होनी चाहिए और उसे किन-किन चीजों का ज्ञान होना चाहिए, ये सब जाकिर नाईक के इस फ़ेसबुक पोस्ट में लिखा है। उसका बेटा फरीक भी अक्सर यूट्यूब के जरिए अपने अब्बा की तरह ही इस्लामी तालीम देता है।

उसने गुरुवार (23 सितंबर, 2021) को शेयर किए गए एक फ़ेसबुक पोस्ट में लिखा, “मैं अपने बेटे फरीक के लिए एक बीवी की तलाश कर रहा हूँ। वो अच्छे चरित्र वाली एक मजहबी मुस्लिम लड़की होनी चाहिए, ताकि मेरा बेटा और उसकी बीवी – दोनों एक दूसरे की मजबूती और पथ-प्रदर्शन का स्रोत बनें। अगर आप उस लड़की (जो आपको लगता है कि इसकी योग्य है) के पिता या रिश्तेदार हैं, तब आप इन सूचनाओं के साथ हमें प्रतिक्रिया दें।”

जाकिर नाईक के अनुसार, लड़की में निम्नलिखित ‘गुण’ होने चाहिए:

  • वो कुरान की शिक्षा के अनुसार इस्लाम का अनुसरण कर रही हों। साथ ही ‘सहीह हदीथ’ की शिक्षा के अनुसार चलती हो और ‘फारिद’ को पूरा करती हो।
  • हराम गतिविधियों से दूर रहती हो।
  • वो सुन्नाह के हिसाब से मुसतहब (पुण्यकारी कार्य) करती हो।
  • उसका अखलाक (चरित्र) सही हो। विनम्र, दयालु, नेक और मजहबी हो।
  • ‘दावा’ और इस्लामी तालीम के प्रचार-प्रसार को लेकर सक्रिय हो।
  • अपने शौहर की ‘दावा’ गतिविधियों को बढ़ावा दे और उसका समर्थन करे।
  • बिना भोग-विलास के जीवन जी सकती हो। इनशाल्लाह, मेरा बेटा और बहू, दोनों ही एक सुविधाजनक जीवन व्यतीत करेंगे, लेकिन जब परिस्थिति की माँग हो तो वो अल्लाह के लिए सब त्याग देने के लिए तैयार हो।
  • अंग्रेजी भाषा में निपुण हो।
  • मलेशिया में बसने के लिए तैयार हो।

इसके अलावा जाकिर नाईक ने ये भी बताया है कि उस लड़की में क्या-क्या योग्यताएँ होनी चाहिए, जिससे उसके बेटे का निकाह होगा:

  • क्लासिक अरबी (कुरान वाली) में निपुण हो।
  • नॉन-मुस्लिम और मुस्लिमों के बीच इस्लाम के प्रचार-प्रसार में सक्रिय हो।
  • इस्लामी अध्ययन के किसी भी क्षेत्र में स्नातक की डिग्री हासिल हो।
  • कुरान की अध्येता हो।
  • किसी इस्लामी संगठन के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हो।
  • इस्लाम के अंग्रेजी बोलने वाले फकीरों को देखती-सुनती हो।

जाकिर नाईक ने कहा है कि जो परिवार इच्छुक है, वो लड़की की सीवी भेज सकता है। साथ ही उसमें लिखन है कि इन ‘गुणों’ में से कौन-कौन से उस लड़की में विद्यमान हैं। एक अन्य तस्वीर शेयर कर के उसने अपने बेटे का विवरण भी दिया है। उसकी हाइट और उम्र से लेकर उसकी शिक्षा-दीक्षा के बारे में भी सब कुछ बताया है। इसमें उसके अम्मी-अब्बू के बारे में भी सारे विवरण हैं। उसकी दोनों बहनों के बारे में भी डिटेल्स दिए गए हैं।

ज़ाकिर नाइक ने फेसबुक पर ये तस्वीर डाल कर बताया कि उसकी बहू में कौन-कौन से ‘गुण’ होने चाहिए

जाकिर नाईक का बेटा फरीक भी अपने अब्बा की तरह अजीबोगरीब इस्लामी शिक्षाएँ देता रहता है। उसने यहाँ तक दावा कर दिया था कि महिलाओं को काम करने की जरूरत ही नहीं है। उसने कहा था कि महिलाओं को इस्लाम का कोई भी नियम तोड़े बिना ही जॉब करना चाहिए और हिजाब हमेशा पहनना चाहिए। उसने कहा था कि महिलाओं की पूरी बॉडी कवर में होनी चाहिए और हाथों व आँखों के अलावा कुछ नहीं दिखना चाहिए, साथ ही टाइट कपड़े नहीं होने चाहिए और ऐसे भी नहीं होने चाहिए जिससे पुरुषों में आकर्षण की फीलिंग आए।

ज़ाकिर नाइक ने अपने बेटे के सारे डिटेल्स भी शेयर किए

साथ ही उसने कहा था कि महिलाओं को ‘हराम’ जॉब्स नहीं करने चाहिए, जैसे शराब सर्व करना, या फिर डांसिंग, सिंगिंग या अभिनय करना, क्योंकि इन जॉब्स में वो हिजाब नहीं पहन पाएँगी। उसने कहा था कि महिलाओं का मेन फोकस ये रहना चाहिए कि एक अच्छी पत्नी के रूप में वो क्या कर सकती हैं, या बच्चों को लेकर। उसने महिलाओं के लिए शिक्षक, काउंसलिंग व इस्लामी शिक्षा देने को अच्छा जॉब बताया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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