सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कल (21 दिसंबर 2021) एक प्रेस रिलीज जारी करके जानकारी दी थी कि भारत सरकार ने भारत विरोधी प्रोपगेंडा फैलाने वाली 2 वेबसाइट और 20 यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया है। रिलीज के मुताबिक, इन साइट व चैनल पर मौजूद सामग्री तथ्यात्मक रूप से गलत थी और भारत के खिलाफ़ दुष्प्रचार कर रही थी, इसलिए सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 के नियम 16 के तहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करके ये कार्रवाई की।
अब हमें ये तो पता है कि ब्लॉक होने वाले पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल कंटेंट के नाम पर भारत विरोधी प्रोपगेंडा फैला रहे थे, लेकिन ये किन काल्पनिक विषयों को आधार बनाकर अपना काम कर रहे थे, ये जानना बेहद दिलचस्प और हैरान करने वाला है।
पीआईबी की प्रेस रिलीज के अनुसार:
द पंच लाइन जैसा चैनल जिसके सब्सक्राइबर 1, 16,000 हैं और कुल व्यू 2,01,31,840 हैं, उसने कश्मीर से लेकर राम मंदिर तक पर झूठ का प्रचार किया हुआ था। इस चैनल ने बताया था कि तैयब एर्दोगन ने राम मंदिर की जगह मस्जिद के पुननिर्माण का ऐलान कर दिया है और इससे योगी-मोदी को परेशानी होने वाली है।
इसके बाद कश्मीर मुजाहिद्दीनों (आतंकी) द्वारा भारतीय सेना पर अटैक और उन्हें मारे जाने की खबर, ‘भारत में लगे इमरान खान जिंदाबाद के नारे’ , ’200 भारतीय सैनिकों द्वारा श्रीनगर में कबूल किया गया इस्लाम’, ‘इस्लामी देशों में भारत का विरोध चरम पर’ जैसे टाइटल के साथ वीडियो डाली गई थी। एक वीडियो के टाइटल में दावा था कि नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी हार हुई है क्योंकि भारतीय सेना ने कश्मीरी लोगों पर गोली चलाने से मना कर दिया है।
इसी तरह 1,14,000 सब्सक्राइबर और 1,50,46,007 व्यू वाले इंटरनेशनल वेब न्यूज ने ‘खालिस्तान जनमत संग्रह यूके 2021’ और ‘भारत के इस क्षेत्र में पाला जा रहा आतंकवाद’…जैसे विषय पर अपनी सामग्री पोस्ट की। फिर खालसा टीवी ने भी सिखों को देश के ख़िलाफ़ भड़काने वाली सामग्री पोस्ट की।
4 लाख सब्सक्राइबर और 8 करोड़ व्यूज पाने वाले वाले द नेक्ड ट्रुथ ने तो ये फैलाया कि भारत सरकार ने मुजाहिद्दिनों (आतंकी) की माँगे मान ली हैं; 47 भारतीय जनरलों के समूह ने टैंक के साथ कश्मीर को आजाद कराने के लिए घोषणा की है; पाँच देशों ने बाबरी मस्जिद पर निर्णय लिया है; भारतीय सेना कश्मीर में हार गई है।
इनके अतिरिक्ट भारत के ख़िलाफ़ प्रोपगेंडा फैलाने वालों में- न्यूज 24, 48 न्यूज, फिक्शनल, हिस्टॉरिकल फैक्ट्स, पंजाब वायरल, नया पाकिस्तान ग्लोबल, कवर स्टोरी, गो ग्लोबल, जुनैद हलीम ऑफिशियल, तैयब हनीफ, जैन अली ऑफिशियल, मोहसिन राजपूत, कनीज फातिमा, सदफ दुर्रानी, मियाँ इमरान अहमद, नज्म हसन जैसे चैनलों के नाम हैं।
इन चैनलों पर फैलाई गई कुछ निराधार खबरें जिनसे भारत के दुष्प्रचार का काम किया गया, इस प्रकार हैं:
- तुर्की की आर्मी दिल्ली में घुस गई है।
- एर्दोगन ने कश्मीर में 35 हजार के सैनिकों को भारत भेजा है।
- 300 भारतीय जासूसों को अफगान में तालिबानियों ने पकड़ लिया है।
- जो बाइडन ने यूएस आर्मी को दिल्ली में घुसने को कहा है।
- 7 अरब देशों ने भारत को तेल देने से मना कर दिया है।
- नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अयोध्या में अपनी सेना को भेज दिया है।
- 500 मुजाहिद्दीन भारत में घुस गए हैं।
- भारत ने अपने फायदे के लिए अमेरिका की पीठ में चाकू घोंपा।
- बिपिन रावत की मौत एक्सीडेंट नहीं थी, बीजेपी-आरएसएस ने भारतीय मुस्लिमों के लिए प्लान बनाया था।
- 1000 असम मुस्लिम तालिबान के पास ट्रेनिंग लेने गए हैं।
- 193 देशों ने अनुच्छेद 370 पर मोदी को धमकाया।
पीआईबी द्वारा जारी की गई रिलीज में कई वीडियो के स्क्रीनशॉट और उनपर फेक न्यूज का स्टैंप भी लगा है।





