Friday, March 29, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयकाबुल बम ब्लास्ट में 100+ बच्चों की मौत, ज्यादातर अल्पसंख्यक समुदाय से: जुमे के...

काबुल बम ब्लास्ट में 100+ बच्चों की मौत, ज्यादातर अल्पसंख्यक समुदाय से: जुमे के दिन हुआ स्कूल पर फिदायीन हमला, एग्जाम देने आए थे 400 छात्र

काबुल के शैक्षणिक संस्थान में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 100 बच्चों की मौत हो गई है। अफगानिस्तान के पत्रकार ने इसकी पुष्टि की है। इस घटना में मरने वाले ज्यादातर छात्र हजारा और शिया थे।

अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) के एक शैक्षणिक संस्थान में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 100 बच्चों की मौत हो गई है। अफगानिस्तान के पत्रकार ने बिलाल सरवारी इसकी पुष्टि की है। इस घटना में मरने वाले ज्यादातर छात्र हजारा और शिया थे। हजारा अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा जातीय समूह है।

काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान (Khalid Zadran) ने कहा कि यह विस्फोट दशती बारची इलाके में एक शिक्षा संस्थान के अंदर हुआ था। इसमें ज्यादातर अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक शिया समुदाय के सदस्य मारे गए हैं।

आमतौर पर शुक्रवार को अफगानिस्तान में स्कूल बंद रहते हैं, लेकिन परीक्षा की वजह से काज हायर एजुकेशनल सेंटर खोला हुआ था। सोशल मीडिया पर इस हमले के वीडियो भी खूब वायरल हो रहे हैं। मरने वालों में ज्यादातर लड़कियाँ हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह धमाका आज सुबह 7:30 बजे काज एजुकेशन सेंटर (Kaaj education center) के बाहर हुआ है। यहाँ शिया और हजारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं। इस इलाके में अक्सर घातक हमले होते रहते हैं। अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद वहाँ इस तरह के एक के बाद कई हमले हुए हैं। काज एजुकेशन सेंटर के प्रबंधन के एक सदस्य ने पत्रकार को बताया कि जिस वक्त ये हमला हुआ, उस वक्त क्लास में लड़कियों और लड़कों को मिलाकर कुल 400 से अधिक छात्र मौजूद थे।

तालिबान द्वारा नियुक्त गृहमंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल नाफी ताकोर ने कहा, “हमले की जगह पर सुरक्षा दल को भेज दिया गया है।” वहीं, सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों और वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे हमले में घाल लोगों को वहाँ से ले जाया जा रहा है।

बता दें कि काबुल में बीते शुक्रवार (23 सितंबर 2022) को जुमे की नमाज के बाद एक मस्जिद के बाहर बम विस्फोट हुआ था। धमाके में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि बच्चों समेत 41 लोग घायल हो गए थे। जिस जगह यह धमाका हुआ था। उसके आसपास कई देशों के दूतावास भी हैं। धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई थी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कभी इस्लामी आतंकवाद से त्रस्त, आज ₹2 लाख करोड़ की इकोनॉमी: 1600+ आतंकी ढेर, 370 हटाने के बाद GDP दोगुनी… जानिए मोदी राज में...

मोदी सरकार में जम्मू कश्मीर आतंक की घटनाओं में काफी कमी आई है, राज्य की अर्थव्यवस्था इस दौरान बढ़ कर ₹2 लाख करोड़ हो गई है।

‘धरती का बोझ खत्म हुआ, अनाथ हुए परिवारों-बच्चों के लिए खुशी की बात’: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अलका राय ने बाबा विश्वनाथ...

पूर्व MLA अलका राय ने कहा कि जितने भी परिवार या बच्चे अनाथ हुए हैं, बड़ी ख़ुशी की बात है कि ऐसे अपराधी का अंत हुआ है, धरती का बोझ खत्म हुआ है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe