अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) के एक शैक्षणिक संस्थान में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 100 बच्चों की मौत हो गई है। अफगानिस्तान के पत्रकार ने बिलाल सरवारी इसकी पुष्टि की है। इस घटना में मरने वाले ज्यादातर छात्र हजारा और शिया थे। हजारा अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा जातीय समूह है।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान (Khalid Zadran) ने कहा कि यह विस्फोट दशती बारची इलाके में एक शिक्षा संस्थान के अंदर हुआ था। इसमें ज्यादातर अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक शिया समुदाय के सदस्य मारे गए हैं।
आमतौर पर शुक्रवार को अफगानिस्तान में स्कूल बंद रहते हैं, लेकिन परीक्षा की वजह से काज हायर एजुकेशनल सेंटर खोला हुआ था। सोशल मीडिया पर इस हमले के वीडियो भी खूब वायरल हो रहे हैं। मरने वालों में ज्यादातर लड़कियाँ हैं।
“We have so far counted 100 dead bodies of our students. The number of students killed is much higher. Classroom was packed. This was a mock university entrance exam, so students could prepare for the real one.” A member of the Kaaj higher education center tells me.
— BILAL SARWARY (@bsarwary) September 30, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह धमाका आज सुबह 7:30 बजे काज एजुकेशन सेंटर (Kaaj education center) के बाहर हुआ है। यहाँ शिया और हजारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं। इस इलाके में अक्सर घातक हमले होते रहते हैं। अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद वहाँ इस तरह के एक के बाद कई हमले हुए हैं। काज एजुकेशन सेंटर के प्रबंधन के एक सदस्य ने पत्रकार को बताया कि जिस वक्त ये हमला हुआ, उस वक्त क्लास में लड़कियों और लड़कों को मिलाकर कुल 400 से अधिक छात्र मौजूद थे।
A member of the management at Kaaj higher educational center confirms to me : “ class was hosting more than 400 students – both girls and boys.” pic.twitter.com/h7OCCm24QR
— BILAL SARWARY (@bsarwary) September 30, 2022
तालिबान द्वारा नियुक्त गृहमंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल नाफी ताकोर ने कहा, “हमले की जगह पर सुरक्षा दल को भेज दिया गया है।” वहीं, सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों और वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे हमले में घाल लोगों को वहाँ से ले जाया जा रहा है।
बता दें कि काबुल में बीते शुक्रवार (23 सितंबर 2022) को जुमे की नमाज के बाद एक मस्जिद के बाहर बम विस्फोट हुआ था। धमाके में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि बच्चों समेत 41 लोग घायल हो गए थे। जिस जगह यह धमाका हुआ था। उसके आसपास कई देशों के दूतावास भी हैं। धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई थी।