यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की रूस के साथ युद्ध खत्म करने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने बातचीत की मेज पर आने के लिए हामी भरी है। जेलेंस्की ने व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ बैठक में हुए झगड़े को लेकर भी दुख जताया है। जेलेंस्की के रुख में यह नरमी अमेरिका के यूक्रेन की सारी सैन्य मदद रोकने के फैसले के बाद दिखी है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शान्ति वार्ता को लेकर एक्स पर ऐलान किया है। उन्होंने लिखा, “हममें से कोई भी एक अंतहीन युद्ध नहीं चाहता। यूक्रेन स्थायी शान्ति लाने के लिए जल्द से जल्द बातचीत की मेज पर आने के लिए तैयार है…मेरी टीम और मैं शांति बहाल करने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प के मजबूत नेतृत्व में काम करने के लिए तैयार हैं।”
I would like to reiterate Ukraine’s commitment to peace.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) March 4, 2025
None of us wants an endless war. Ukraine is ready to come to the negotiating table as soon as possible to bring lasting peace closer. Nobody wants peace more than Ukrainians. My team and I stand ready to work under…
उन्होंने आगे लिखा, “हम युद्ध को समाप्त करने के लिए तेजी से काम करने के लिए तैयार हैं, पहले चरण में कैदियों की रिहाई और हवाई हमलों पर रोक लगनी चाहिए। मिसाइलों, लंबी दूरी के ड्रोन, ऊर्जा और अन्य नागरिक बुनियादी ढांचे पर बमों पर भी रोक लगाई जानी चाहिए, रूस को भी यही करना होगा।”
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने व्हाइट हाउस में हुई बैठक में हुए झगड़े को लेकर कहा, “शुक्रवार को वाशिंगटन में व्हाइट हाउस में हमारी बैठक उस तरह नहीं हुई जैसी होनी चाहिए थी। यह अफ़सोस की बात है कि यह सब हुआ। अब समय आ गया है कि हम सब चीजों को ठीक करें।”
यूक्रेन ने अमेरिका के साथ खनिज डील करने पर भी सहमति जताई है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन यह डील किसी भी तरह से और किसी भी समय करने के लिए तैयार है। जेलेंस्की के रुख में यह बड़ा बदलाव अमेरिका के सैन्य मदद रोकने के फैसले के बाद आया है।
मंगलवार (4 मार्च, 2025) को अमेरिका ने यूक्रेन को भेजे जाने वाले मिसाइल, ड्रोन, टैंक समेत बाकी हथियारों की डिलीवरी रोक दी थी। अमेरिका ने इसके पीछे शान्ति वार्ता पर यूक्रेन के पीछे हटने को कारण बताया था। यह मदद रुकने के चलते यूक्रेन बड़े खतरे में पड़ गया था।
यह सैन्य मदद पैकेज रुकने के कुछ ही घंटे के भीतर यूक्रेन का रुख बदल गया। इस बदले रुख के बाद अमेरिका और यूक्रेन खनिज डील पूरी करने की तरफ बढ़ गए हैं। इस बीच यूरोप ने भी यूक्रेन को सैन्य मदद देने के लिए कदम आगे बढ़ाए हैं।