रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ 30 दिन के युद्ध विराम के अमेरिकी योजना पर सहमति जताई है। वहीं, यूक्रेन ने भी इसे स्वीकार कर लिया है। इस प्रस्ताव को लेकर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित दुनिया के तमाम नेताओं का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने इस मामले पर बहुत ध्यान दिया।
पिछले महीने व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ बैठक के दौरान पीएम मोदी ने ने कहा था कि वे रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को खत्म करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप के प्रयासों का समर्थन करते हैं। पीएम मोदी ने कहा था, “मैं हमेशा रूस और यूक्रेन के साथ करीबी संपर्क में रहा हूँ। मैंने दोनों देशों के नेताओं से मुलाकात की है। कई लोगों को गलतफहमी है कि भारत तटस्थ है, लेकिन भारत तटस्थ नहीं है। हम एक पक्ष में हैं और वह है शांति।”
पुतिन ने युद्ध विराम योजना पर गुरुवार (13 मार्च 2025) को सार्वजनिक रूप से टिप्पणी की है। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने यूक्रेन के साथ 30 दिन के युद्ध विराम वाले इस अमेरिकी प्रस्ताव को ‘महान और सही’ बताया। इसके साथ पुतिन इस बात पर जोर दिया कि रूस सैद्धांतिक रूप से इसका समर्थन करता है।
पुतिन ने कहा, “मैं यूक्रेन समझौते पर इतना ध्यान देने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति श्री ट्रम्प को धन्यवाद देकर शुरुआत करना चाहूँगा। हम सभी के पास अपने घरेलू मामलों को निपटाने के लिए पर्याप्त समय है। हालाँकि, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के राष्ट्रपति सहित कई वैश्विक नेता इस मुद्दे पर अपना बहुमूल्य समय दे रहे हैं।”
आभार व्यक्त करते हुए पुतिन ने कहा, “इसके लिए हम इन सभी के आभारी हैं, क्योंकि इस गतिविधि का उद्देश्य एक महान मिशन को प्राप्त करना है और यह उद्देश्य है- शत्रुता और जानमाल के नुकसान को समाप्त करना।” पुतिन ने आगे कहा, “हम शत्रुता समाप्त करने के प्रस्ताव से सहमत हैं, लेकिन हम इस धारणा से आगे बढ़ रहे हैं कि इससे दीर्घकालिक शांति और संकट के मूल कारणों का खात्मा होगा।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब में जेद्दा शांति वार्ता के बाद यूक्रेन द्वारा युद्ध विराम पर सहमति जताने का स्वागत किया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि रूस भी इस पर सहमत होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि इस ‘भयानक युद्ध’ में दोनों पक्ष अपने सैनिकों को खो रहे हैं और युद्ध विराम बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बाद अब रूस ने भी इसे स्वीकार कर लिया है।