ब्रिटिश समाचार संस्थान BBC को मोदी सरकार ने करारी लताड़ लगाई है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी BBC लगातार प्रोपेगेंडा कर रहा था। वह इस्लामी आतंकियों को ‘मुजाहिद’ बता रहा था। उसे अब विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है। BBC की इस संबंध में कोई प्रतिक्रया सामने नहीं आई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विदेश मंत्रालय की XP डिवीजन ने BBC को पहलगाम हमले की रिपोर्टिंग को लेकर पत्र लिखा है। विदेश मंत्रालय ने यह पत्र भारत में BBC के मुखिया जैकी मार्टिन को लिखा है। इसमें विदेश मंत्रालय ने पहलगाम हमले को लेकर भारतीयों की भावना को स्पष्ट कर दिया है।
#BREAKING: India asks BBC the country's strong sentiments to Jackie Martin (India Head, BBC) regarding their reporting on the terror attack. Formal letter written to BBC on terming terrorists as militants. XP Division of India’s MEA will be monitoring the reporting of BBC. pic.twitter.com/9ASO5nTE1w
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) April 28, 2025
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि वह आगामी समय में इस मामले पर BBC की रिपोर्टिंग को ‘मॉनिटर’ करेगा। BBC को यह पत्र उसकी रिपोर्टिंग के भारत विरोधी रवैये को लेकर लिखा गया है। BBC पहलगाम में हमला करने वाले आतंकियों को ‘मिलिटेंट’ (लड़ाके) लिखता है। वह इन हमलावरों को आतंकी लिखने से बचता आया है।

मिलिटेंट शब्द का एक मतलब ‘मुजाहिद’ भी होता है। मुजाहिद का अर्थ जिहाद के लिए लड़ने वाला होता है। इस तरह से वह एक तरह से आतंकियों को सही ठहरा रहा होता है। हिंदी की वेबसाइट पर भी BBC आतंकी ना लिख कर ‘चरमपंथी’ लिखता है। चरमपंथी शब्द किसी गैर हिंसक व्यक्ति के लिए भी लिखा जा सकता है।
पहले भी फैलाता आया है प्रपंच
BBC की करतूतें सिर्फ यहीं तक नहीं रुकती बल्कि वह कश्मीर को लेकर बाकी मामलों में भी प्रोपेगेंडा करता आया है। वह अपनी रिपोर्टिंग में लगातार भारत को ‘इंडियन एडमिनिस्टर्ड कश्मीर’ या ‘भारत प्रशासित कश्मीर’ लिखता आया है। जबकि असल में बात यह है कि भारत प्रशासित कश्मीर जैसी कोई जगह नहीं है। जम्मू कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है।
BBC पाकिस्तान द्वारा कब्जाए गए कश्मीर को पाकिस्तान एडमिनिस्टर्ड यानी प्रशासित कश्मीर लिखता है। BBC यह नहीं बताता कि PoK पर पाकिस्तान का अनाधिकृत कब्जा है और यह इलाका कानूनी तौर पर भारत का है। वह कश्मीर ही नहीं बल्कि बाकी मुद्दों को लेकर भी फर्जी नैरेटिव फैलाता है।
उसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर डाक्यूमेंट्री भी बनाई थी। इसमें गुजरात दंगों का दोषी पीएम मोदी को बताने की कोशिश की गई थी जबकि हर बार पीएम मोदी को देश की अदालतें क्लीन चिट दे चुकी हैं। यह डॉक्यूमेंट्री भारत में बैन कर दी गई थी।
बाकी विदेशी मीडिया संस्थान भी नहीं पीछे
BBC के अलावा बाकी कई और विदेशी मीडिया संस्थान भी पहलगाम हमले के बाद लगातार प्रोपेगेंडा कर रहे हैं। क़तर के सरकारी मीडिया संस्थान ‘अल जज़ीरा’, पाकिस्तान के ‘द डॉन’, अमेरिका के ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ (NYT) और ब्रिटेन के सरकारी मीडिया BBC ने शब्दों का हेरफेर करके आतंकियों का महिमामंडन करने का प्रयास किया है।
किसी मीडिया संस्थान ने आतंकियों को बंदूकधारी लिखा तो किसी ने उन्हें चरमपंथी बताया। उन्होंने घटना की भी कई जानकारियाँ छुपा ली थीं। उन्होंने यह भी नहीं बताया था कि हमले के दौरान इस्लामी आतंकियों ने धर्म पूछ कर हत्याएँ की थीं।