ऑपरेशन सिंदूर एक ऐसा सैन्य अभियान है, जिसने पाकिस्तान की सैन्य ताकत को करारा जवाब दिया और भारत की सामरिक शक्ति का लोहा मनवाया। यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें भारत ने न सिर्फ आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भी भारी नुकसान पहुँचाया। इस अभियान के तहत भारतीय वायु सेना (IAF) ने 8 और 10 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में कई बड़े हमले किए।
भारतीय वायु सेना ने ड्रोन और फाइटर जेट्स का इस्तेमाल करके पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए। ये हमले इतने प्रभावी थे कि पाकिस्तान की वायु सेना की ताकत को काफी हद तक कमजोर कर दिया गया। हालाँकि, पाकिस्तान इन हमलों को नकार रहा है, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरें साफ दिखाती हैं कि उनके एयरबेस और सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान हुआ है।
भारत ने पाकिस्तान के कई बड़े और महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें एयरबेस, रडार साइट्स, कमांड सेंटर और हथियारों के गोदाम शामिल थे। आइए, इन ठिकानों के बारे में विस्तार से जानते हैं:
सारगोधा एयरबेस (PAF मुशाफ)
कहाँ है?- पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में।
क्यों महत्वपूर्ण?- यह पाकिस्तानी वायु सेना का सेंट्रल कमांड हब है। यहाँ F-16, JF-17, मिराज विमान और हेलिकॉप्टर तैनात हैं। साथ ही, यह पाकिस्तान की वायु सेना का प्रशिक्षण केंद्र भी है।
नुकसान- भारतीय हमलों में इस एयरबेस को भारी क्षति हुई। सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि रनवे, हैंगर और अन्य सुविधाएँ तबाह हो गईं। नीचे की सैटेलाइट तस्वीरें इसकी गवाही देती हैं।

सुक्कुर एयरबेस
कहाँ है?- पाकिस्तान के सिंध प्रांत में।
क्यों महत्वपूर्ण?- यह एयरबेस 2017 में शुरू हुआ था और कराची के पास तटीय सुरक्षा के लिए बनाया गया था। यहाँ F-16 विमान तैनात हैं।
नुकसान- भारत के हमलों में इस एयरबेस को भारी नुकसान हुआ। साथ ही, पास की रडार साइट भी नष्ट कर दी गई।

मुरीदके एयरबेस
कहाँ है?- चकवाल, पंजाब में।
क्यों महत्वपूर्ण?- यह पाकिस्तान के ड्रोन और मानव रहित हवाई वाहनों (UAVs) के लिए बड़ा केंद्र है।
नुकसान- भारतीय हमलों ने इसकी ड्रोन ऑपरेशन क्षमता को लगभग खत्म कर दिया।

नूर खान एयरबेस
कहाँ है?- रावलपिंडी के चकलाला में, इस्लामाबाद से 10 किमी दूर।
क्यों महत्वपूर्ण?- यह पाकिस्तानी वायु सेना का मुख्यालय और VIP उड़ानों का केंद्र है। यहाँ C-130, IL-78 विमान और अर्ली वॉर्निंग सिस्टम (AEW&C) तैनात हैं। रावलपिंडी में पाकिस्तानी फौज का मुख्यालय होने के कारण यह रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है।
नुकसान- भारत ने इस एयरबेस को निशाना बनाकर पाकिस्तानी फौज की रीढ़ पर वार किया।

रहीम यार खान एयरबेस
कहाँ है?- पंजाब में, राजस्थान की सीमा के पास।
क्यों महत्वपूर्ण?- यह भारत की सीमा के करीब होने के कारण रणनीतिक रूप से अहम है।
नुकसान- भारतीय हमलों ने इसकी सैन्य क्षमता को पंगु कर दिया।

चूनियाँ एयरबेस
कहाँ है?- लाहौर से 70 किमी दूर, पंजाब में।
क्यों महत्वपूर्ण?- यह एक रडार साइट और हवाई रक्षा केंद्र है।
नुकसान- इसे पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।

भोलारी एयरबेस
कहाँ है?- सिंध प्रांत में।
क्यों महत्वपूर्ण?- यह एयरबेस F-16, JF-17 और अन्य विमानों का ठिकाना है। 2020 में यहाँ चीन के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास हुआ था।
नुकसान- भारतीय हमलों में इसे भारी क्षति पहुँची।

स्कर्दू और जैकबाबाद एयरबेस
कहाँ है?– PoK और सिंध में।
क्यों महत्वपूर्ण?- ये दोनों एयरबेस पाकिस्तान की रणनीतिक योजनाओं का हिस्सा हैं।
नुकसान– इन ठिकानों को भी भारी नुकसान पहुँचाया गया।

पसरूर और आरिफवाला रडार साइट्स
कहाँ है?- पाकिस्तान के पंजाब में।
क्यों महत्वपूर्ण?– ये रडार साइट्स पाकिस्तान की हवाई रक्षा और अर्ली वॉर्निंग सिस्टम का हिस्सा थीं।
नुकसान– भारतीय हमलों में इन्हें पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।


पाकिस्तानी एयरफोर्स के ठिकानों के साथ ही आतंकियों के ठिकानों पर निशाना बनाने की भी सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। ये तस्वीर बहावलपुर आतंकी अड्डे की है, जहाँ आतंकियों को प्रशिक्षण मिला था। ऑपरेशन सिंदूर में इसके परखच्चे उड़ गए। हमले से पहले और हमले के बाद की तस्वीरें सबकुछ बयाँ कर रही हैं।

मुरीदके आतंकी सेंटर की तबाही सैटेलाइट तस्वीरों में साफ दिख रही है।

ये मरकज सुभानपुर की तबाही की तस्वीरें हैं।

इस तरह से पाकिस्तान को घुटनों के बल लाया भारत
भारतीय वायु सेना ने इन हमलों के लिए अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल किया। ड्रोन, फाइटर जेट्स और सटीक मिसाइलों की मदद से ये हमले किए गए। हर हमला इतना सटीक था कि सिर्फ सैन्य ठिकाने ही निशाना बने, और आम लोगों को कोई नुकसान न हो। सैटेलाइट तस्वीरों और खुफिया जानकारी के आधार पर इन हमलों की योजना बनाई गई थी।
ह्यूमन इंटेलीजेंस (HUMINT) और ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) की मदद से भारत ने इन ठिकानों की सटीक लोकेशन और उनकी गतिविधियों की जानकारी जुटाई। इसके बाद, भारतीय वायु सेना ने रात के अंधेरे में इन ठिकानों पर हमला किया, जिससे पाकिस्तान को संभलने का मौका ही नहीं मिला।
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है कि वह आतंकवाद और सीमा पर उकसावे की हरकतों को अब और बर्दाश्त नहीं करेगा। इन हमलों ने पाकिस्तान की हवाई रक्षा और कमांड स्ट्रक्चर को गहरी चोट पहुँचाई है। भारत ने दिखा दिया कि वह अपनी सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।
A decision was taken to strike where it would hurt and towards that in a swift, coordinated, calibrated attack, we stuck air bases, command centers, military infrastructure, air defence systems across the entire Western Front.
— PIB India (@PIB_India) May 11, 2025
The bases we stuck include #Chaklala, Rafiqui, Rahim… pic.twitter.com/LNB2wNap4f
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक कौशल का शानदार उदाहरण है। सैटेलाइट तस्वीरें इस बात की गवाही देती हैं कि भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुँचाया। इस अभियान ने न सिर्फ आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य ताकत को भी कमजोर किया। भारतीय वायु सेना की सटीकता और खुफिया जानकारी की ताकत ने इस ऑपरेशन को ऐतिहासिक बना दिया। यह ऑपरेशन भारत के दुश्मनों के लिए एक चेतावनी है कि भारत अब चुप नहीं रहेगा और हर हमले का करारा जवाब देगा।