Sunday, June 22, 2025
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षा'ऑपरेशन सिंदूर' से पाकिस्तान में भारत ने मचाई भयंकर तबाही, आतंक के अड्डे ही...

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान में भारत ने मचाई भयंकर तबाही, आतंक के अड्डे ही नहीं पाक एयरफोर्स के बेस-रडार सिस्टम भी तबाह: सैटेलाइट तस्वीरों में देखिए- भारतीय सेना का पराक्रम

भारत ने पाकिस्तान के कई बड़े और महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें एयरबेस, रडार साइट्स, कमांड सेंटर और हथियारों के गोदाम शामिल थे। आइए, इन ठिकानों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

ऑपरेशन सिंदूर एक ऐसा सैन्य अभियान है, जिसने पाकिस्तान की सैन्य ताकत को करारा जवाब दिया और भारत की सामरिक शक्ति का लोहा मनवाया। यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें भारत ने न सिर्फ आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भी भारी नुकसान पहुँचाया। इस अभियान के तहत भारतीय वायु सेना (IAF) ने 8 और 10 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में कई बड़े हमले किए।

भारतीय वायु सेना ने ड्रोन और फाइटर जेट्स का इस्तेमाल करके पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए। ये हमले इतने प्रभावी थे कि पाकिस्तान की वायु सेना की ताकत को काफी हद तक कमजोर कर दिया गया। हालाँकि, पाकिस्तान इन हमलों को नकार रहा है, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरें साफ दिखाती हैं कि उनके एयरबेस और सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान हुआ है।

भारत ने पाकिस्तान के कई बड़े और महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें एयरबेस, रडार साइट्स, कमांड सेंटर और हथियारों के गोदाम शामिल थे। आइए, इन ठिकानों के बारे में विस्तार से जानते हैं:

सारगोधा एयरबेस (PAF मुशाफ)

कहाँ है?- पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में।

क्यों महत्वपूर्ण?- यह पाकिस्तानी वायु सेना का सेंट्रल कमांड हब है। यहाँ F-16, JF-17, मिराज विमान और हेलिकॉप्टर तैनात हैं। साथ ही, यह पाकिस्तान की वायु सेना का प्रशिक्षण केंद्र भी है।

नुकसान- भारतीय हमलों में इस एयरबेस को भारी क्षति हुई। सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि रनवे, हैंगर और अन्य सुविधाएँ तबाह हो गईं। नीचे की सैटेलाइट तस्वीरें इसकी गवाही देती हैं।

सरगोधा एयरफील्ड, हमले से पहले और हमले के बाद। (फोटो साभार: PIB India)

सुक्कुर एयरबेस

कहाँ है?- पाकिस्तान के सिंध प्रांत में।

क्यों महत्वपूर्ण?- यह एयरबेस 2017 में शुरू हुआ था और कराची के पास तटीय सुरक्षा के लिए बनाया गया था। यहाँ F-16 विमान तैनात हैं।

नुकसान- भारत के हमलों में इस एयरबेस को भारी नुकसान हुआ। साथ ही, पास की रडार साइट भी नष्ट कर दी गई।

सुक्कुर एयरबेस की तबाही सैटेलाइट तस्वीर के जरिए

मुरीदके एयरबेस

कहाँ है?- चकवाल, पंजाब में।

क्यों महत्वपूर्ण?- यह पाकिस्तान के ड्रोन और मानव रहित हवाई वाहनों (UAVs) के लिए बड़ा केंद्र है।

नुकसान- भारतीय हमलों ने इसकी ड्रोन ऑपरेशन क्षमता को लगभग खत्म कर दिया।

मुरीदके एयरबेस

नूर खान एयरबेस

कहाँ है?- रावलपिंडी के चकलाला में, इस्लामाबाद से 10 किमी दूर।

क्यों महत्वपूर्ण?- यह पाकिस्तानी वायु सेना का मुख्यालय और VIP उड़ानों का केंद्र है। यहाँ C-130, IL-78 विमान और अर्ली वॉर्निंग सिस्टम (AEW&C) तैनात हैं। रावलपिंडी में पाकिस्तानी फौज का मुख्यालय होने के कारण यह रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है।

नुकसान- भारत ने इस एयरबेस को निशाना बनाकर पाकिस्तानी फौज की रीढ़ पर वार किया।

नूर खान एयरबेस की धज्जियाँ उड़ी

रहीम यार खान एयरबेस

कहाँ है?- पंजाब में, राजस्थान की सीमा के पास।

क्यों महत्वपूर्ण?- यह भारत की सीमा के करीब होने के कारण रणनीतिक रूप से अहम है।

नुकसान- भारतीय हमलों ने इसकी सैन्य क्षमता को पंगु कर दिया।

फोटो साभार: PIB India

चूनियाँ एयरबेस

कहाँ है?- लाहौर से 70 किमी दूर, पंजाब में।

क्यों महत्वपूर्ण?- यह एक रडार साइट और हवाई रक्षा केंद्र है।

नुकसान- इसे पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।

भोलारी एयरबेस

कहाँ है?- सिंध प्रांत में।

क्यों महत्वपूर्ण?- यह एयरबेस F-16, JF-17 और अन्य विमानों का ठिकाना है। 2020 में यहाँ चीन के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास हुआ था।

नुकसान- भारतीय हमलों में इसे भारी क्षति पहुँची।

स्कर्दू और जैकबाबाद एयरबेस

कहाँ है?– PoK और सिंध में।

क्यों महत्वपूर्ण?- ये दोनों एयरबेस पाकिस्तान की रणनीतिक योजनाओं का हिस्सा हैं।

नुकसान– इन ठिकानों को भी भारी नुकसान पहुँचाया गया।

पसरूर और आरिफवाला रडार साइट्स

कहाँ है?- पाकिस्तान के पंजाब में।

क्यों महत्वपूर्ण?– ये रडार साइट्स पाकिस्तान की हवाई रक्षा और अर्ली वॉर्निंग सिस्टम का हिस्सा थीं।

नुकसान– भारतीय हमलों में इन्हें पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।

पसरूर रेडार स्टेशन
आरिफवाला रेडार

पाकिस्तानी एयरफोर्स के ठिकानों के साथ ही आतंकियों के ठिकानों पर निशाना बनाने की भी सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। ये तस्वीर बहावलपुर आतंकी अड्डे की है, जहाँ आतंकियों को प्रशिक्षण मिला था। ऑपरेशन सिंदूर में इसके परखच्चे उड़ गए। हमले से पहले और हमले के बाद की तस्वीरें सबकुछ बयाँ कर रही हैं।

मुरीदके आतंकी सेंटर की तबाही सैटेलाइट तस्वीरों में साफ दिख रही है।

लश्कर कैंप को 4 हमलों में किया गया तबाह

ये मरकज सुभानपुर की तबाही की तस्वीरें हैं।

इस तरह से पाकिस्तान को घुटनों के बल लाया भारत

भारतीय वायु सेना ने इन हमलों के लिए अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल किया। ड्रोन, फाइटर जेट्स और सटीक मिसाइलों की मदद से ये हमले किए गए। हर हमला इतना सटीक था कि सिर्फ सैन्य ठिकाने ही निशाना बने, और आम लोगों को कोई नुकसान न हो। सैटेलाइट तस्वीरों और खुफिया जानकारी के आधार पर इन हमलों की योजना बनाई गई थी।

ह्यूमन इंटेलीजेंस (HUMINT) और ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) की मदद से भारत ने इन ठिकानों की सटीक लोकेशन और उनकी गतिविधियों की जानकारी जुटाई। इसके बाद, भारतीय वायु सेना ने रात के अंधेरे में इन ठिकानों पर हमला किया, जिससे पाकिस्तान को संभलने का मौका ही नहीं मिला।

ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है कि वह आतंकवाद और सीमा पर उकसावे की हरकतों को अब और बर्दाश्त नहीं करेगा। इन हमलों ने पाकिस्तान की हवाई रक्षा और कमांड स्ट्रक्चर को गहरी चोट पहुँचाई है। भारत ने दिखा दिया कि वह अपनी सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।

ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक कौशल का शानदार उदाहरण है। सैटेलाइट तस्वीरें इस बात की गवाही देती हैं कि भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुँचाया। इस अभियान ने न सिर्फ आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य ताकत को भी कमजोर किया। भारतीय वायु सेना की सटीकता और खुफिया जानकारी की ताकत ने इस ऑपरेशन को ऐतिहासिक बना दिया। यह ऑपरेशन भारत के दुश्मनों के लिए एक चेतावनी है कि भारत अब चुप नहीं रहेगा और हर हमले का करारा जवाब देगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

आज जो छाँटते हैं मीडिया एथिक्स का ‘ज्ञान’, वही थे आपातकाल का ‘गोदी मीडिया’: इंदिरा गाँधी ने झुकने को कहा, वे खुद को बड़ा...

आपातकाल के दौरान मीडिया पर कड़ा नियंत्रण हुआ। स्वतंत्र पत्रकारिता दबा दी गई और बड़े मीडिया हाउस इंदिरा गाँधी के प्रचार का औज़ार बनकर रह गए।

भारत-हिंदू-यहूदी विरोधी जोहरान ममदानी बनना चाहता है न्यूयॉर्क का मेयर, जमकर डॉलर दे रहे इस्लामी कट्टरपंथी संगठन: मीरा नायर का बेटा ‘सोशलिज्म’ की आड़...

जोहरान का मकसद साफ है - वो उन ताकतों का साथ लेकर न्यूयॉर्क का मेयर बनना चाहता है, जो भारत और हिंदुओं के खिलाफ हैं।
- विज्ञापन -