शिव जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं! pic.twitter.com/F1CMNcct8o
— Imtiaz Jaleel (@imtiaz_jaleel) February 19, 2025
एक यूजर ने इम्तियाज जलील को ‘जलील’ कहा। दूसरे ने कहा कि इस आदमी को औरंगाबाद से हराकर जनता ने अच्छा किया।
Imtiyaz bhai dhobi ka gadha na Ghar ka hota na ghat ka..baki aap samajhdar ho
— Zaid (@ZaidAIHindi) February 19, 2025
जैद नाम के यूजर ने उन्हें लिखा- इम्तियाज भाई धोबी का गधा न घर का होता है न घाट का। एक कट्टर मुस्लिम ने कॉमेंट करते हुए कहा- कुफ्रिया कयादत से मुसलमान उम्मीद लगाए बैठे हैं, मुसलमान दीन भुलाए बैठे हैं।
युसूफ नाम के यूजर ने लिखा- ऐसे सियासतदानों से मुस्लिमों की हिफाजत करें।

मुहम्मद शाहीन ने लिखा- वाह री खयादत। शिर्कियत को किस हठधर्मी से प्रमोट किया जा रहा है।
ye ich wajah thi seat se haath dhona padha
— Mukhalifeen E Majlis (@shh_ji20) February 19, 2025
ताब ए सुखान नाम का यूजर कहता है सीट हारकर भी अक्ल नहीं आई इसको।
Seat haarke bhi aqqal nahi aayi yaro tumareku.
— تاب سخن (@taab_e_sukhan) February 19, 2025
बता दें कि इस्लाम में मूर्ति पूजा गुनाह माना जाता है और अल्लाह के अलावा किसी अन्य को ईश्वर नहीं माना जाता। यही वजह है कि जब कट्टर मुस्लिम छवि वाले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ इम्तियाज जलील ने थोड़ा सा सेकुलरिज्म दिखाते हुए सोशल मीडिया पर फोटो डाली और उस पर शिव जयंती की शुभकामनाएँ लिखी तो लोग भड़क गए। उन्होंने इम्तियाज जलील के न केवल सांसद चुने जाने पर सवाल खड़ा किया बल्कि मुसलमान होने पर भी सवाल उठाया।