रवीश कुमार पहलू खान के हत्यारों को हिंदू बताते नहीं अघाते। लेकिन, बेंगलुरु में हिंसा करने वालों को लेकर उनका कहना है कि दंगाइयों का कोई मजहब नहीं होता।
नवीन ने शुक्रवार (अगस्त 14, 2020) को बेंगलुरु दंगों के मामले की पुलिस जाँच के दौरान पूछताछ में कॉन्ग्रेस पार्टी के साथ अपने जुड़ाव की खुलकर पुष्टि की है।
कलीम पाशा की पत्नी इरशाद बेगम कॉन्ग्रेस पार्टी की पार्षद हैं। इस हिंसा के पीछे PFI समर्थित संगठन SDPI और कॉन्ग्रेस के गठजोड़ की आशंका भी जताई जा रही है क्योंकि कलीम पाशा के कॉन्ग्रेस से बहुत अच्छे संबंध हैं।
आज से ठीक 10 साल बाद सोशल मीडिया पर उठा यह गुस्सा लगभग सभी भूल जाएँगे। लोगों को 11 अगस्त 2020 को क्या हुआ था इस बारे में सही जानकारी इकट्ठा करने के लिए अच्छी भली मेहनत करनी पड़ेगी। उसके बावजूद सही नतीजे मिले या न मिलें इसका कुछ भरोसा नहीं।