म्यांमार में सैन्य नेतृत्व वाले जुंटा और जातीय विद्रोही समूहों के बीच चल रही झड़पों से पैदा हुए तनाव में हिंदुओं और बौद्धों के 5000 घरों को जला दिया गया।
म्यांमार की फ़ौज ने 'आराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (ARSA)' और 'आराकान रोहिंग्या आर्मी (ARA)' को 'आराकान आर्मी (AA)' के खिलाफ लड़ने के लिए हथियार से लेकर सैन्य प्रशिक्षण तक दिया है।
पाकिस्तान ने म्यांमार को जिन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति की थी वे कबाड़ बन गए हैं। जेएफ-17 थंडर में गड़बड़ी के बाद म्यांमार के सैन्य शासन ने नाराजगी जताई है।