फाइनल ईयर की परीक्षाएँ रद्द करने की अपील को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दी है। हालॉंकि कोरोना की वजह से राज्यों को 30 सितंबर के बाद भी परीक्षा लेने की सहूलियत दी गई है।
लाखों छात्रों के भविष्य और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर केंद्र सरकार ने JEE और NEET परीक्षा कराने का फैसला किया है, लेकिन कॉन्ग्रेस और कुछ गैरजिम्मेदार राजनीतिक पार्टियाँ इसके खिलाफ देश भर के युवाओं को उकसाने का प्रयास कर रही हैं।
अजय राय को शिक्षकों के पदों पर फर्जी नियुक्तियों में शामिल लोगों का पर्दाफाश करने का काम सौंपा गया था। इसके वजह से घोटालेबाजों ने उनकी सरेआम हत्या करवा दी।
अब जेईई परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, वहीं नीट परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की जाएगी। ये भी कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आज या एक दो दिन में कभी भी जेईई मेन के एडमिट कार्ड जारी हो सकते हैं।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में कहीं भी इस बात का बिल्कुल ही जिक्र नहीं है कि अंग्रेजी को एकदम हटाया जाए। इस नीति में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जो भी विदेशी भाषा है, उसको विदेशी भाषा के रूप में पढ़ाया जाएगा।
तीन दशकों में पूरी दुनिया के सोचने, समझने और शिक्षा को बेहतर तरीके से पहुँचाने का तरीका बदल जाता है, लेकिन भारत उसी वामपंथी नीति पर अटका था, जो कि इसकी जड़ों को दीमक की तरह खोखला करता रहा।