75 वर्षीय एपी चेरियन को लोहे के रॉड से मार डाला। 68 वर्षीय उनकी पत्नी लिलिकुट्टी चेरियन को हत्यारों ने कुदाल से काट डाला। हत्यारों की तलाश में लुक आउट नोटिस जारी।
एसएचओ शशि कुमार पांडेय ने छानबीन के बाद बताया कि उसके हाथ-पैर एक साफी से पीछे की तरफ बँधे थे और दोनों आँखें फूटी हुई थीं। इसके अलावा गर्दन और जिस्म के अन्य हिस्सों में भी चोट के निशान थे।
जज संदीप जैन ने बताया कि वे अपने कार्यालय में बैठ कर कुछ जरूरी आदेश आशुलिपिक से लिखवा रहे थे। तभी 40- 50 वकील कार्यालय में घुस आए और अभद्रता करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए।
महिला डर कर उनके साथ सूरजपुर के अदालती परिसर गई तो वहाँ उससे उन कागजों पर जबरन साइन कराया गया जिसमें लिखा था कि वह स्वेच्छा से ₹50000 के बदले इस संबंध से अलग हो रही है। इस दौरान आरोपित शौहर महबूब के साथ उसके दो भाई भी थे।
आरोपित डीपीएस राठौड़ और स्थानीय नेता अजीत सिंह सबूत के बदले चिन्मयानन्द से सवा करोड़ रुपये माँग रहे थे। इस मामले में यूपी पुलिस की एसआईटी ने आरोपितों पर आईपीसी की धारा 385(रंगदारी) , 506 (धमकी देने) और 201 (सबूत नष्ट करने) के तहत केस दर्ज कर लिया है।
अबसार ने भगवान राम और माँ सीता को अश्लील अपशब्द कहे। उसे धमकी दी कि 'वो' आज 18% है, फिर भी सबकी फट रही है। उसने कहा कि जिस दिन वो 80% हो जाएगा, उस दिन हिन्दुओं को भगा-भगा कर मारेगा। क़ानून से बेख़ौफ़ अबसार ख़ान ने इसके बाद अपना नंबर और पता भी दे दिया।
महिला के सभी रिश्तेदार व पड़ोसी इस घटना से दुःखी थे और उन्होंने कहा कि जिस तरह की दरिंदगी हुई है, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्हें कुछ स्थानीय लोगों ने सूचना दी गई थी कि दफनाई गई महिला की लाश को कब्रगाह से निकालने के लिए कुछ लोग कब्र खोद रहे हैं।
चारों मुजरिमों द्वारा किसी तरह की याचिका दायर न करवाने के बाद अब तिहाड़
जेल प्रशासन इस तथ्य को ट्रायल कोर्ट के समक्ष रखेगा। उसके बाद ट्रायल कोर्ट कानूनन कभी भी मुजरिमों का डेथ-वारंट जारी कर सकता है।
अभियुक्त के रूप में शोएब अंसारी, तनवीर अंसारी, शमिमुल्ला, सराफत अंसारी और बुधन अंसारी को पुलिस अपने साथ ले गई है। कसियोटोल के 11 युवकों के विरुद्ध धार्मिक झंडा फाड़ने, गन्दा करने और धर्म विशेष को नीचा दिखाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी...
बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाला 17 साल का नाबालिग है। कोर्ट के निर्देश हमें उसका नाम बताने से रोकते हैं। लेकिन, आप समझ सकते हैं कि हिंदुओं के त्योहार के मौके पर इस तरह का दुष्कृत्य कौन कर सकता है।