शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने 6 जनवरी को इंदिरा गाँधी के हत्यारों को याद किया। अमृतसर के दरबार साहिब परिसर स्थित गुरुद्वारा झंडा बुंगा में उन्हें श्रद्धांजलि दी।
6 जनवरी 1989 वह तारीख है, जिस दिन सुबह 6 बजे दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह को फाँसी दी गई थी।
इंदिरा ने पुराने कॉन्ग्रेस को फुस्स कर एक ऐसी कॉन्ग्रेस खड़ी कर ली जहाँ उनके चाटुकारों ने 'इण्डिया इज इंदिरा एंड इंदिरा इज इण्डिया' कहने में भी संकोच नहीं किया।
"....क्योंकि आपने तो जानबूझकर विकृत तथ्यों और झूठी बातों का प्रचार किया है। परन्तु जो सच है, वह तो लिपिबद्ध हो जाए… आपके शासन में एक बन्दी के रूप में मैं भी सन्तोषपूर्वक मरूँगा।"