Friday, May 10, 2024
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‘मेरा रेसलिंग से कोई लेना-देना नहीं, मैंने संन्यास ले लिया है’: WFI विवाद पर बोले पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह – नई फेडरेशन के काम से मैं पूर्णतः अलग

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि क्या करना है और क्या नहीं करना है, ये नई फेडरेशन का काम है, वो इन सबसे पूर्णतः अलग है। बता दें कि संजय सिंह की जीत के बाद फूल-माला के साथ स्वागत किए जाते हुए उनके साथ नए अध्यक्ष की तस्वीर आई थी।

बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट जैसे खिलाड़ियों की आपत्ति और पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के बाद बृजभूषण शरण सिंह को WFI (भारतीय कुश्ती संघ) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फिर से चुनाव हुआ और बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद फिर से विरोध चालू हो गया। अंततः केंद्रीय खेल मंत्रालय ने नवगठित पैनल के कामकाज पर रोक लगा दी और जूनियर चैंपियनशिप भी रद्द कर दी।

वहीं बृजभूषण शरण सिंह ने इस प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनका इन सबसे कोई वास्ता नहीं है। कैसरगंज से भाजपा सांसद ने कहा कि उन्होंने कुश्ती से संन्यास ले लिया है, और रेसलिंग अब उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि भविष्य में भी रेसलिंग से उनका कोई जुड़ाव नहीं रहेगा, अच्छा या बुरा लेकिन 12 वर्ष उन्होंने काम किया। भाजपा नेता ने कहा कि अब वो इस विवाद से हट गए हैं, नई फेडरेशन भी बन गई है।

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि क्या करना है और क्या नहीं करना है, ये नई फेडरेशन का काम है, वो इन सबसे पूर्णतः अलग है। बता दें कि संजय सिंह की जीत के बाद फूल-माला के साथ स्वागत किए जाते हुए उनके साथ नए अध्यक्ष की तस्वीर आई थी। क्या WFI की गतिविधियों को रोके जाने का ये भी एक कारण है? इस पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि फेसबुक पर उनके कितने फॉलोवर्स हैं और संजय सिंह कई वर्षों से रेसलिंग से जुड़े हुए हैं।

उन्होंने कहा कि कुश्ती से जुड़ा हर व्यक्ति उन्हें जानता ही है। वो पहले भी कह चुके हैं कि वो क्षत्रिय हैं और संजय सिंह भूमिहार, ऐसे में उन्हें उनका संबंधी बताया जा रहा है जो गलत है। बृजभूषण सिंह ने पूछा कि उन पर आरोप लगाने वाले यही पहलवान अपने घर के कार्यक्रमों में उन्हें नहीं बुलाते थे? भाजपा के आला नेताओं से मुलाकात के विषय में उन्होंने कहा कि रेसलिंग के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है। भाजपा सांसद ने कहा कि उन्हें निशाना बनाया गया, टुकड़े-टुकड़े गैंग और प्रियंका गाँधी जैसे लोग प्रदर्शनकारियों के साथ आ गए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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