उत्तर प्रदेश के बरेली के गौसगंज में मुहर्रम के दिन उपद्रव करने वाले आरोपितों के खिलाफ योगी सरकार ने बुलडोजर एक्शन लिया है। खबर आ रही है कि आरोपित इरशाद के दो मकानों के अवैध निर्माण को प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर गिरा दिया।
मुहर्रम के दिन उपद्रव करने वालों के खिलाफ सरकार का यह निर्णय राजस्व विभाग की टीम द्वारा जाँच करने के बाद लिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, 21 और 22 जुलाई को राजस्व विभाग की टीम गौसगंज गाँव में जाँच करने पहुँची थी, जहाँ उन्होंने पाया कि मजहबी स्थल समेत 16 निर्माण अतिक्रमण करके बनाए गए हैं। ये निर्माण ग्राम समाज की जमीन पर हैं।
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— Bareilly Police (@bareillypolice) July 22, 2024
टीम ने इन इमारतों को चिह्नित किया, उस पर लाल निशान लगाए और अधिकारियों ने बताया कि जाँच रिपोर्ट के आधार पर अतिक्रमण पर बुलडोजर चलेगा। अब इरशाद के घर पर बुलडोजर चलने की बात सामने आई है।
बरेली के थाना शाही के गौसगंज में 17 जुलाई को मुहर्रम के वक्त बवाल हुआ था। जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने मंदिर के आगे हल्ला किया था जिसके बाद दोनों पक्षों में बहस हुई और देखते ही देखते ही ये बहस पत्थरबाजी में बदल गई थी।
घटना में कई लोग चोटिल हो गए थे और इलाके का माहौल भी बिगड़ गया था। इस दौरान इस्लामवादियों ने हिंदू समुदाय के घरों को भी निशाना बनाया था, उनकी महिलाओं से छेड़छाड़ की थी। साथ ही हिंदुओं को गंभीर परिणाम भुगतने की भी धमकी दी थी।
उस दिन तो मामले को किसी तरह फोर्स बुलाकर शांत कराया गया था, लेकिन फिर पुलिस ने एक्शन में आकर आरोपितों को पकड़ना शुरू किया। मामले में 50 नामजद समेत 65 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई और फिर एक हफ्ते के भीतर 35 को गिरफ्तारियाँ हुईं। इनमें उपद्रव के आरोपित आलमगीर और निजाकत अली को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था।
वहीं इस एसपी दक्षिणी मानुष पारीक ने बताया कि आरोपियों में से कुछ पर रासुका की कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में सिपाही नफीस अहमद को निलंबित भी किया गया है। इसके अलावा हेड कांस्टेबल राजवीर सिंह, सिपाही सुहेल अहमद और गुलफाम को लाइन हाजिर किया गया है।