केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र में हिंदू से ईसाई बने परिवार की महिला का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से कराकर एक विवाद का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान कराया। इस दौरान गिरिराज सिंह ने हाथ जोड़कर महिला के परिवार से अपील की कि वे हिंदू रही महिला का दाह संस्कार करें। केंद्रीय मंत्री की अपील को परिवार ने मान लिया और महिला का सिमरिया घाट पर दाह संस्कार किया गया।
बिहार: ईसाई धर्म अपना चुके परिवार की महिला का हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कराने के लिए गिरिराज सिंह ने परिवार से विनती की, कहा- हिन्दू धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं।pic.twitter.com/fS79vdp6ui
— Utkarsh Kumar Singh (@UtkarshSingh_) February 15, 2020
इस मौके पर मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कोई लोभ देकर धर्म का परिवर्तन न करे। उन्होंने कहा, “कोई लोभ देकर किसी का धर्म परिवर्तन न करे। मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूँ कि धर्म से बड़ा कोई चीज नहीं होता है। किसी धर्म में चचेरे भाई-बहन में शादी होता है। मगर हमारे धर्म में ऐसा नहीं होता है… यही मेरा धर्म है। आदमी हम भी हैं और वे भी हैं। हम अपने धर्म की रक्षा करें। मैं आप लोगों से अपील करता हूँ कि धर्म से बड़ा कुछ नहीं है।”
दरअसल, एक हिंदू महिला के शव को उसके परिवार वाले ईसाई धर्म के रीति रिवाज मुताबिक दफनाने ले जा रहे थे। इसकी खबर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लग गई। बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुँच गए और महिला को दफनाने का विरोध किया। उन्होंने महिला का दाह-संस्कार हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार करने की विनती की, लेकिन वे नहीं माने। जिसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता गिरिराज सिंह के पास गए। गिरिराज सिंह के समझाने पर महिला के परिवार वाले मान गए और शव का दाह संस्कार किया गया।
इस दौरान गिरिराज सिंह ने धर्म परिवर्तन के खिलाफ सख्त कानून बनाने की माँग की, ताकि प्रलोभन देकर किसी का धर्म परिवर्तन न किया जा सके। उन्होंने दावा किया कि बिहार में हिंदुओं को जबरन ईसाई बनाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों खबर आई थी कि बिहार के नवादा जिले के 15 हिंदू परिवारों के 50 सदस्यों ने धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपना लिया है। नवादा के ताराटाड टोला में अब हिदू धर्म को मानने वाले महज तीन परिवार ही बचे हैं, लेकिन उन पर भी धर्मातरण के लिए दबाव है।
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