Wednesday, May 29, 2024
Homeदेश-समाजलेखक नीलोत्पल मृणाल पर 10 साल तक रेप करने का आरोप, FIR दर्ज: पीड़िता...

लेखक नीलोत्पल मृणाल पर 10 साल तक रेप करने का आरोप, FIR दर्ज: पीड़िता ने कहा- पुलिस से भी दिलवाई जाती थी धमकी

नीलोत्पल मृणाल के खिलाफ गोरखपुर की महिला ने तिमारपुर में केस दर्ज कराया। पीड़िता के अनुसार मृणाल ने उसे 10 साल तक शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाए।

लेखक और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित नीलोत्पल मृणाल पर एक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की रहने वाली 32 साल की महिला ने रेप का आरोप लगाया है। लेखक के खिलाफ दिल्ली के तिमारपुर पुलिस स्टेशन में बलात्कार का केस दर्ज हुआ है। महिला का आरोप है कि लेखक ने शादी का झाँसा देकर उससे 10 साल तक दुष्कर्म किया।

इस बारे में जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस ने ANI से कहा कि एक महिला की शिकायत पर लेखक के खिलाफ तिमारपुर थाना क्षेत्र में दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। घटना की जाँच चल रही है। रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने अपनी FIR में ये भी कहा है कि एक पुलिस अधिकारी ने भी उस लेखक पर केस दर्ज करने को लेकर धमकाया है। अधिकारी ने महिला और उसके पिता पर केस वापस लेने का दवाब भी बनाया था। उसने महिला के पिता से कहा कि अगर उसकी बेटी केस करेगी तो उस पर लेखक से पैसे के लिए ब्लैकमेल करने का आरोप लगा दिया जाएगा।

साल 2013 में लेखक से मिली थी महिला

बता दें कि महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि वो संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा की तैयारी करने के दौरान साल 2013 में लेखक से मिली थी और बाद में उनकी दोस्ती हो गई। इसके बाद लेखक ने उससे शादी का वादा करके उसका फायदा उठाया। वो दस सालों से दुष्कर्म की शिकार है। वहीं कोर्ट ने लेखक की गिरफ्तारी पर 31 मई तक रोक लगा दी है। दरअसल लेखक की तरफ से कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आदेश पारित किया है।   

कौन है नीलोत्पल मृणाल?

मूलरूप से झारखंड निवासी नीलोत्पल मृणाल साहित्य जगत का जाना-माना नाम हैं। उन्हें साल 2016 में मशहूर बुक ‘डार्क हॉर्स’ के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। नीलोत्पल मृणाल का जन्म 25 दिसंबर 1984 में दुमुका में हुआ था। ‘डार्क हॉर्स’ के अलावा उनकी किताब ‘औघड़’ भी काफी चर्चा में रही है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘ये छूटा तो मेरी जान को खतरा होगा’ : स्वाति मालीवाल के बयान के बाद 3 दिन और बढ़ी विभव कुमार की हिरासत, वकील...

विभव कुमार की बेल की सुनवाई के बीच बताया जा रहा है एक समय आया जब स्वाति मालीवाल सारी जिरह के बीच रोने तक लगी थीं।

‘सपने आते हैं EVM से वोट डाले जा रहे हैं, लेकिन कोई उन्हें गिन नहीं रहा’: विदेश में बैठकर ‘बुद्धिजीवी’ प्रोफेसर फैला रही भारतीय...

निताशा कौल ने ईवीएम का रोना रोकर कॉन्ग्रेस के उस प्रोपगेंडे को हवा दी जिसमें चुनावों में अपनी हार होती देख कॉन्ग्रेसी ईवीएम को दोष देते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -