हैदराबाद का सोमाजीगुडा इलाका उस समय एक अजीब राजनीतिक नौटंकी का गवाह बना, जब वाईएसआरटीपी (YSRTP) की संस्थापक और पार्टी प्रमुख वाईएस शर्मिला रेड्डी की कार को पुलिस ने क्रेन से उठवा लिया। हैरानी की बात यह रही की इस दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला कार में ही बैठी रहीं।
हालाँकि, इसके बाद शर्मिला को हैदराबाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें मंगलवार (28 नवंबर, 2022) को दूसरी बार तब हिरासत में लिया गया जब वह हैदराबाद स्थित तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के ऑफिस व आवास (प्रगति भवन) की ओर बढ़ रही थीं। भारत राष्ट्र समिति के कार्यकर्ताओं पर शर्मिला के समर्थकों से मारपीट करने का आरोप है और वह इसी के विरोध में सीएम आवास तक जा रही थीं। शर्मिला को दो दिन में दूसरी बार हिरासत में लिया गया है।
यह हाई वोल्टेज ड्रामा उस समय देखा गया जब शर्मिला अपने काफिले से एक गाड़ी को खुद चला रही थीं। कार की विंडशील्ड और खिड़कियों को सोमवार को चेन्नाराओपेट में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया था। वाईएसआरटीपी प्रमुख को पुलिस ने सोमाजीगुडा सर्कल (Somajiguda circle) में रोक दिया। इस मामले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि जब क्रेन से कार को ले जाया जा रहा था तब वह अंदर ही बैठी रहीं। वह अपनी गाड़ी से नहीं उतरीं।
#WATCH | Hyderabad: Police drags away the car of YSRTP Chief Sharmila Reddy with the help of a crane, even as she sits inside it for protesting against the Telangana CM KCR pic.twitter.com/ojWVPmUciW
— ANI (@ANI) November 29, 2022
दरअसल वाईएसआरटीपी के कई कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने मंगलवार (29 नवंबर, 2022) को शर्मिला की कार को हिरासत में लेने से रोकने के लिए घेर लिया। उन्होंने खुद को टोयोटा एसयूवी में बंद कर लिया लेकिन पुलिस ने एक क्रेन को बुला लिया। हालाँकि, उन्होंने गाड़ी से बाहर निकलने से इनकार कर दिया। क्रेन ने एसयूवी को उठा लिया जबकि शर्मिला गाड़ी के अंदर बैठी हुई थीं। इस दौरान उन्होंने अपने ड्राइवर और निजी सुरक्षा अधिकारी को गाड़ी को छोड़ देने को कहा। पुलिस ने उन्हें बाहर निकलने के लिए मनाने की काफी कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानीं।
इससे पहले सोमवार (28 नवंबर 2022) को शर्मिला के काफिले पर टीआरएस के समर्थकों ने हमला कर दिया था और बाद में उनकी गिरफ्तारी से वारंगल जिले में उनकी पदयात्रा के दौरान तनाव पैदा हो गया था। पुलिस ने शर्मिला की पदयात्रा को रोक दिया था और उन्हें और वाईएसआरटीपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को चेन्नारोपेटा मंडल में गिरफ्तार कर लिया था। शर्मिला को कथित तौर पर टीआरएस विधायक पी. सुदर्शन रेड्डी के बारे में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद गिरफ्तार किया गया था।