Saturday, October 5, 2024
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‘PM मोदी के भाषण में कहे गए तथ्यों का जवाब देने की बजाए झूठ का सहारा न ले विपक्ष’: जेटली

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष पर करारा प्रहार किया है। गुरुवार (फरवरी 7, 2019) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में दिए गए भाषण की चर्चा करते हुए जेटली ने कहा कि विपक्ष को नारेबाज़ी व झूठ का सहारा लेने की बजाए तथ्यों का जवाब देना चाहिए। अरुण जेटली ने सोशल मीडिया पर लिखा:

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में दिया गया जवाब सरकार के पांच वर्षों के काम का “रिपोर्ट कार्ड” है। क्या कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेता प्रधानमंत्री के भाषण में दिए गए तथ्यों का जवाब देंगे या फिर केवल नारों और झूठ का सहारा लेते रहेंगे। सत्य में अंतर्निहित शक्ति होती है। यह झूठी चर्चाओं को आसानी से ध्वस्त कर देता है।”

अरुण जेटली ने विपक्ष को चुनौती दी।

ज्ञात हो की प्रधानमंत्री ने गुरूवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार शाम (फरवरी 07, 2019) को विपक्ष की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने विपक्ष के हर आरोप का जवाब देते हुए कॉन्ग्रेस के 55 साल और अपनी सरकार के 55 महीने के विकास की तुलना की।

रोजगार के बढ़ रहे अवसरों के बारे में नरेंद्र मोदी ने कहा, “पिछले 4 वर्षों में देश में ऐसे 6 लाख 35 हजार नए प्रोफेशनल्स जुड़े। क्या आपको लगता है कि एक डॉक्टर ने अपना क्लिनिक या नर्सिंग होम खोला है, तो उसने सिर्फ एक व्यक्ति को ही नौकरी दी होगी, या कोई चार्टर्ड अकाउंटेंट सिर्फ एक व्यक्ति को नौकरी पर रखकर अपना दफ्तर चला रहा होगा? नहीं।”

पीएम मोदी के द्वारा संसद में कही गई मुख्य बातों को आप ऑपइंडिया पर पढ़ सकते हैं। पीएम ने महात्मा गाँधी और बाबासाहब आंबेडकर का जिक्र करते हुए विपक्ष को आड़े हाथों लिया। पीएम ने कहा कि मोदी पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेस को पता होना चाहिए कि जब वह मोदी पर उंगली उठाते हैं तो बाकी की चार उंगली उनकी तरफ ही होती है।

फिलहाल वित्त मंत्री अरुण जेटली का न्यूयॉर्क में इलाज़ चल रहा है। यही कारण है कि उनकी अनुपस्थिति में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था। जेटली के शरीर में कैंसर की पहचान हुई थी। हाल ही में उनकी सर्जरी हुई है। 14 मई 2018 को जेटली का दिल्ली के एम्स में गुर्दा प्रतिरोपण भी किया गया था। मीडिया में आई खबरों के अनुसार उनके स्वास्थ्य में तेज़ी से सुधार हो रहा है।

‘जम्मू कश्मीर में 450 आतंकी सक्रिय, लड़ाई अब निर्णायक दौर में’: भारतीय सेना

भारतीय सेना के अनुसार, जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ़ लड़ाई अब निर्णायक दौर में पहुँच गई है। सेना के उत्तरी कमान प्रमुख लेफ़्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में 16 आतंकी कैम्प मौज़ूद हैं। हालाँकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन सभी कैम्पों पर भारतीय सेना की पैनी नज़र है और जब भी घुसपैठ का प्रयास होता है, उसे विफल कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इन्हीं कैम्पों में आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि उन्हें भारतीय सीमा में घुसपैठ के लिए तैयार किया जा सके।

अलंकरण समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा:

“कश्मीर में पीर पंजाल के उत्तर की तरफ आतंकियों की संख्या सबसे ज्यादा है। उत्तर कश्मीर में 350 से 400 सक्रिय हैं। पीर पंजाल के दक्षिण की तरफ 50 आतंकी सक्रिय है। पीरपंजाल के दक्षिण की तरफ सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा रखा गया है और शांति माहौल बना हुआ है। ज्यादातर आंतक विरोधी आपरेशन पीर पंजाल के उत्तर में ही होते हैं।”

लेफ़्टिनेंट जनरल सिंह ने कश्मीरी युवकों के आतंकवादी गुटों में शामिल होने पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवकों के आतंकी संगठनों में शामिल होने को लेकर सेना चिंतित है। बकौल लेफ़्टिनेंट जनरल सिंह, वर्ष 2018 में 191 कश्मीरी युवाओं ने आतंकी संगठनों का दामन थाम लिया है। हालाँकि, उन्होंने कहा कि सेना द्वारा युवाओं और उनके परिवारों तक पहुँच कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। ताज़ा आँकड़ों का हवाला देते हुए रणबीर सिंह ने बताया कि पिछले पाँच से छह महीने में युवाओं के आतंक की राह पकड़ने में कमी आई है।

सेना द्वारा आतंकियों के ख़िलाफ़ चलाए जा रहे अभियान के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकियों के ख़िलाफ़ पूरी सख़्ती से कार्रवाई की जा रही है। सेना के अभियान की सफलता के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा:

“पिछले पाँच वर्षों में 836 आतंकियों को मार गिराया गया है। इनमें से 490 आतंकवादी पाकिस्तानी थे। 2016 में पथराव शुरू हुआ था तो सैकड़ों की संख्या में लोग पत्थर मारने के लिए बाहर निकलते थे, लेकिन अब इसमें कमी आई है। अब कभी कभार ही 15 -20 की संख्या में पत्थरबाज सामने आ रहे हैं।”

लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने पाकिस्तान को भी कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने पाकिस्तानी सेना को चेतावनी देते हुए कहा कि वो भारतीय सरजमीं को किसी भी प्रकार का नुक़सान पहुँचाने का प्रयास भी न करे। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान द्वारा ऐसी कोई हरकत की भी जाती है, तो भारतीय सेना उनका मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है और तैयार भी है। उन्होंने देशवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी को भी देश के अंदर आतंक फैलाने की इज़ाजत नहीं दी जाएगी।

लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने बताया कि पाकिस्तान अब भारत में आतंक फैलाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए कश्मीर के युवाओं को भड़का कर हिंसा की तरफ ले जाने की कोशिश हो रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद समर्थक या सेना विरोधी बयानबाज़ी से भारतीय सेना के जवानों के हौसलों पर कोई असर नहीं पड़ता है

उन्होंने उत्तरी कमान मुख्यालय उधमपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सेना सिर्फ आतंक विरोधी गतिविधियों को ही सफलतापूर्वक नहीं संचालित कर रही है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में भी लोगों के काम आ रही है।

ओवैसी ने भारत रत्न को कहा ब्राह्मणों का क्लब

AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष व संसद असदुद्दीन ओवैसी ने भारत रत्न को लेकर विवादस्पद बयान दिया है। अपने बयान में ओवैसी ने कहा कि सच तो यह है कि भारत रत्न ब्राह्मणों का क्लब है।

ओवैसी ने कहा कि सच यह भी है कि इस पुरस्कार के लिए कभी पारदर्शिता रही ही नहीं है। देश के सर्वोच्च पुरस्कार के बारे में ओवैसी द्वारा दिया गया यह बयान न सिर्फ दुखद है बल्कि बेहद शर्मनाक भी है।

दरअसल कुछ दिनों पहले सरकार ने भारत रत्न सम्मान सेनानाजी देशमुख, प्रणब मुखर्जी और भूपेन हजारिका को सम्मानित किया था। जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले भी कर्नाटक जेडीएस के नेता दानिश अली ने देश के इस सर्वोच्च सम्मान के लिए विवादित बयान दिया था।

जनता दल सेकुलर (JDS) के नेता दानिश अली ने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नागपुर में आरएसएस मुख्यालय में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, इसलिए उन्हें भारत रत्न सम्मान दिया गया है।

आपको बता दें कि इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर सरकार ने भारत रत्न के अलावा 112 विभूतियों को पद्म पुरस्कारों से नवाजा , जिसमें चार पद्म विभूषण, 14 पद्म भूषण और 94 पद्म श्री शामिल हैं।

बिहार में 19 साल की लड़की का पिता के सामने गैंगरेप; फैज, अब्दुल, कालू, कासिम, तकसीर और अंसार आरोपित

बिहार के किशनगंज जिले में एक लड़की के साथ पिता के सामने 6 युवकों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। कोधोबड़ी थाना क्षेत्र में आरोपितों ने लड़की के पिता को बाँध कर उसकी 19 साल की बेटी के साथ गैंगरेप किया।

पीड़िता के पिता ने बताया, “कुछ लोगों ने देर रात पानी के बहाने उनके घर का गेट खुलवाया और उसके बाद उन्हें बंधक बनाकर गाँव से बाहर लेकर चले गए। उन्होंने कहा कि गाँव से बाहर ले जाकर दबंगों ने मुझे रस्सी से बाँध कर मेरे सामने मेरी बेटी का गैंगरेप किया।”

पीड़ित परिवार हाल ही उस गाँव में आकर रहने लगा था। पीड़िता के पिता ने थाने पहुँचकर आरोपितों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज करवाया है। आरोपितों ने पीड़ित परिवार को मुक़दमा लिखाने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। पीड़िता के पिता ने बताया कि सभी आरोपी गाँव के ही रहने वाले हैं, इनमें फैज आलम, अब्दुल मन्नान, कालू, कासिम, तकसीर और अंसार शामिल हैं। इनमें से दो आरोपित बिजली मिस्त्री का काम करते हैं, और इन्होंने ही पानी के बहाने पीड़ित परिवार के घर का दरवाज़ा खुलवाया था।

फ़िलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपितों की गिरफ़्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है। घटनास्थल पर पहुँचे एसपी कुमार आशीष ने कहा कि जल्द आरोपितों को गिरफ़्तार किया जाएगा, और उनके ख़िलाफ़ स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा। एसपी ने कहा कि गाँव वालों ने शुरुआत में पीड़िता और उसके पिता को पंचायत के जरिए मामले को निपटाने के लिए मनाया था, लेकिन अब मामला दर्ज करते हुए हमने लड़की को मेडिकल के लिए भेज दिया है।

क्या कहते हैं अपराध से जुड़े ये आँकड़े?

आँकड़ों के हिसाब से बिहार में, लालू के राज की तुलना में अभी अपराध पर बहुत हद तक लगाम लगी है, 2001-05 के बीच कुल मिलाकर जहाँ 18,189 हत्याएँ बिहार में हुई थी, वहीं 2014-18 के बीच हत्याओं के आँकड़ों में 25% की गिरावट देखी गई है।

इसी तरह लूट और रोड डकैती के मामले में नीतीश सरकार में क्रमशः 55% और 43% की गिरावट आई है। लेकिन बलात्कार के मामलों में 23% की वृद्धि देखी गई है, और इस पर लगाम नहीं लगा तो ऐसे अपराध सरकार के लिए चिंता का सबब बन सकते हैं।

भाई राहुल के साथ पहली बार बैठक में शामिल हुई प्रियंका गाँधी वाड्रा

कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा पार्टी मुख्यालय पहुँचकर पदभार संभालने के बाद अब चुनावी मोड में उतर गई हैं। कॉन्ग्रेस महासचिवों और विभिन्न प्रदेश के प्रभारियों की आज बैठक हुई, जिसमें प्रियंका गाँधी भी शामिल हुई। ये पहली बार है जब प्रियंका ने पार्टी की किसी आधिकारिक बैठक में शिरकत की। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने यह बैठक लोकसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बुलाई।

प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कहा कि 2019 में मिलकर पूरी ताकत से लड़ेंगे और उसके बाद आगे यूपी में सरकार बनाने के लिए भी पूरी ताकत लगाएँगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह 11 फरवरी को लखनऊ जाएँगी। प्रियंका गाँधी वाड्रा के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गाँधी भी लखनऊ जाएँगे। प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कहा, “कॉन्ग्रेस अध्यक्ष का जो भी आदेश होगा, वो मैं मानूँगी। मैं सिर्फ 2019 के लिए नहीं, लंबे वक़्त के लिए यूपी जा रही हूँ।”

कॉन्ग्रेस के नेताओं का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव में प्रियंका गाँधी वाड्रा पार्टी के बहुत काम आएँगी और उनके चुनाव प्रचार में रहने से कॉन्ग्रेस की सीटें बढ़ेंगी।



हज़रात, हज़रात, हज़रात… जब मोदी ने इतने बम मारे कि विपक्षी बेंच हुआ धुआँ-धुआँ


लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार शाम (फरवरी 07, 2019) को विपक्ष की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने विपक्ष के हर आरोप का जवाब देते हुए कॉन्ग्रेस के 55 साल और अपनी सरकार के 55 महीने के विकास की तुलना की। चुनाव से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन पर अपने अंदाज में करारा प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने एक बार यहाँ तक कहा कि कॉन्ग्रेस को अपने राज्यों में कॉन्ग्रेसियों को मोदी की तस्वीर लगानी चाहिए, ताकि उनमें मोदी का डर बना रहे।

हम लाए हैं आपके लिए मोदी के भाषण के वो बिंदु जब मोदी ने विपक्ष में बैठे सांसदों के इलाक़े को, सरदार खान के शब्दों में, ‘धुआँ-धुआँ’ कर दिया:

  • कुछ लोगों के लिए BC और AD की अपनी परिभाषा है। उनके लिए BC का मतलब Before Congress और AD का मतलब After Dynasty है।
  • आप कह रहे हैं मोदी संस्थानों को खत्म कर रहा है, उल्टा चोर चौकीदार को डाँटे। आपातकाल लगाया कॉन्ग्रेस ने, सेना का अपमान किया कॉन्ग्रेस ने और कहते हैं मोदी बर्बाद कर रहा है।
  • कॉन्ग्रेस ने 2004, 2009 और 2014 में अपने मैनीफेस्टो में कहा कि तीन साल के अंदर हर घर में बिजली।
  • कॉन्ग्रेस ने 2004, 2009 और 2014 में अपने मैनीफेस्टो में कहा कि तीन साल के अंदर हर घर में बिलजी पहुँचाएँगे। गरीब हटाओ की तरह हर घर में बिजली पहुँचाएँगे के वादे को भी कॉन्ग्रेस आगे बढ़ाती रही।
  • खड़गे को कविता से दिया जवाब: जब कभी झूठ की बस्ती में सच को तड़पते देखा है, तब मैंने अपने भीतर किसी बच्चे को सिसकते देखा है।
  • जब देश के खिलाड़ी कॉमनवेल्थ में जीतने की तैयारी कर रहे थे, तब ये लोग अपनी वेल्थ में लगे थे।
  • जो लोग भाग गए हैं, वह सुबह उठकर ट्विटर पर रो रहे हैं कि हम ₹9000 करोड़ लेकर भागे थे, हमारी ₹13000 करोड़ की संपत्ति जब्त हो गई है। आपने (कॉन्ग्रेस) लोगों को लूटने दिया, हमने उसके खिलाफ कानून बनाया।
  • इनके 55 सालों के शासन में कोई भी रक्षा सौदा बिना किसी दलाली के कोई रक्षा सौदा नहीं हुआ था, अब पारदर्शिता के साथ सौदे हो रहे हैं। इसलिए आत्मविश्वास के साथ झूठ बोले जा रहे हैं, 3-3 राजदारों को बाहर से लाया गया है। अब इन्हें चिंता हो रही है।
  • मैं महात्मा गाँधी जी की इच्छा पूरी कर रहा हूँ, कॉन्ग्रेस मुक्त भारत का सपना गाँधी जी का था।
  • बाबा साहब आंबेडकर ने एक बार कहा था कि कॉन्ग्रेस में शामिल होना आत्महत्या के समान होगा।
  • अहंकार के चलते कॉन्ग्रेस 400 से 40 पर आ गई और हम सेवाभाव की वजह से 2 से यहाँ तक आ गए हैं।
  • हमारी सरकार की पहचान ईमानदारी के लिए है। पारदर्शिता के लिए है। गरीबों के लिए है। भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के लिए है और तेज़ गति से काम करने के लिए है।
  • कुछ बिना सिर पैर की भी बातें हुई। लेकिन मैं मानता हूँ कि यह चुनाव का वर्ष है। स्वावभाविक है कि हर किसी की मजबूरी है। कुछ न कुछ बोलना ही पड़ता है। ये भी सही है कि यहाँ से जाने के बाद हमें जनता को अपने काम का हिसाब देना है।
  • खड़गे जी ने कहा कि मोदी जी जो बाहर बोलते हैं, वही राष्ट्रपति ने यहाँ कहा। इसका तात्पर्य है कि आप मानते हैं की आप बाहर कुछ और अंदर कुछ और बोलते हैं और हम हमेशा सच बोलते हैं वह संसद हो या कोई जनसभा।
  • खड़गे कहते हैं कि आपने पूरे देश को डरा रखा है, मैं कहता हूँ, भ्रष्टाचारियों को डरना ही चाहिए, मुझे इसीलिए देश ने चुना है, भ्रष्टों को डरना ही होगा और मोदी डरा कर ही रहेगा। मुझे यही ज़िम्मेदारी दी गयी है।
  • कॉन्ग्रेस ने देश में आपातकाल थोपा, लेकिन कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है। सेनाध्यक्ष को गुंडा कांग्रेस ने कहा, और कहते हैं कि मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है।
  • मोदी पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेस को पता होना चाहिए कि जब वह मोदी पर उंगली उठाते हैं तो बाकी की चार उंगली उनकी तरफ ही होती है। जो कहते हैं कि ये अमीरों की सरकार है, तो मैं कहता हूँ कि देश के गरीब ही मेरे अमीर हैं। गरीब ही मेरा इमान है, वही मेरी जिंदगी हैं, उन्ही के लिए जीता हूँ, उन्हीं के लिए यहाँ आया हूँ।
  • आप सर्जिकल स्ट्राइक की सोच भी कैसे सकते हैं। आपके समय सेना का बुरा हाल था। आपने सेना का बुरा हाल बना रखा था। कॉन्ग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि हमारी वायुसेना मजबूत हो। देश की रक्षा कर रहें जवानों के लिए कॉन्ग्रेस संवेदनहीन थी।
  • दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में एक तरफ हमारे खिलाड़ी पदक जीतने के लिए मेहनत कर रहें थे और कांग्रेस के लोग अपनी ‘वेल्थ’ बना रहें थे।
  • इतिहास गवाह है कॉन्ग्रेस पार्टी और यूपीए ने एक भी रक्षा सौदा बिना दलाली के नहीं किया। कॉन्ग्रेस पार्टी और इनकी यूपीए सरकार का कालखंड रक्षा सौदों में दलाली के बिना काम करता ही नहीं था।

मोदी सरकार में किसानों की औसत मासिक आय में 25 प्रतिशत का वृद्धि

इनकम डबलिंग कमिटी के हवाले से कृषि मंत्रालय ने संसद में एक रिपोर्ट पेश की है। कृषि मंत्रालय की इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2012-13 की तुलना में वर्तमान समय में देश के किसानों की औसत आय बढ़ी है।

रिपोर्ट के मुताबिक 2012-13 में कृषि पर आधारित एक परिवार की औसत आय ₹6426 थी, जो अब बढ़कर ₹8058 हो गई है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार ने फरवरी 2016 में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा था। इसके लिए सरकार ने 13 अप्रैल 2016 को डबलिंग फार्मर्स इनकम कमिटी का भी गठन किया गया।

दरअसल पिछले दिनों संसद में सरकार से किसानों की आय को लेकर सवाल पूछा गया था, जिसके जवाब में कृषि व किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने संसद में बताया कि नेशनल सैम्पल सर्वे ऑर्गनाइजेशन ने देश के ग्रामीण क्षेत्रों में साल 2012-13 के दौरान सर्वे किया था।

इस सर्वे में प्रति कृषि परिवार की औसत मासिक आय ₹6426 थी। मंत्री ने आगे कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की रणनीति संबंधी रिपोर्ट पेश करने वाली समिति ने बताया कि किसान की आय प्रति वर्ष 2015-16 में बढ़कर ₹96,703 हो गई थी।

इसका मतलब ये है कि किसानों की प्रति माह औसत आय ₹8058.58 है। इस तरह 2012-13 के मुकाबले 2015-16 में किसानों की प्रतिमाह आय ₹1632.58 बढ़ी है।

आँकड़ों के साथ लोकसभा में रोजगार पर विपक्ष के बनाए माहौल की धज्जियाँ उड़ाई PM मोदी ने

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार शाम (फरवरी 07, 2019) को विपक्ष की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने विपक्ष के हर आरोप का जवाब देते हुए कॉन्ग्रेस के 55 साल और अपनी सरकार के 55 महीने के विकास की तुलना की। चुनाव से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन पर अपने अंदाज में करारा प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश ने 30 साल तक मिलावट की स्थिति देखी है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 में 30 साल के बाद देश की जनता ने पूर्ण बहुमत की सरकार दी और आज देश को अनुभव हो गया है कि मिलावटी सरकार क्या होती थी और पूर्ण बहुमत की सरकार के क्या मायने हैं।

रोजगार के विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आँकड़े पेश करते हुए कहा, “हमारी सरकार असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए पेंशन योजना लेकर आई, हमने मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय बनाया और घुमंतू समुदाय के लिए बोर्ड बनाया।”

अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा, “होटल का उद्योग काफी तेजी से बढ़ा हैं, क्या इससे लोगों को रोजगार नहीं मिलता है। पिछले साढ़े 4 वर्षों में अप्रूव्ड होटलों की संख्या में 50% की बढ़ोतरी हुई है। वो होटल भी नौकरी दे रहे हैं, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है। एक अनुमान के मुताबिक पिछले 4 साल में 1 करोड़ 25 लाख रोजगार केवल ट्रांसपॉर्ट सेक्टर में उत्पन्न हुए।”

PM मोदी ने कहा कि संगठित क्षेत्र केवल 10% रोजगार देता है, असंगठित क्षेत्र 90% रोजगार देता है। उन्होंने कहा कि 55 साल की सरकार में रोजगार का कोई एजेंडा नहीं था, पिछले 15 महीनों में 1 करोड़ 80 लाख लोग ईपीएफओ से जुड़े हैं। फिर भी अगर विपक्ष कहता है कि रोजगार नहीं है, तो फिर क्या ये लोग अपने आप जुड़ गए? नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमने देश के गरीबों के सपने को पूरा करने का काम किया और सामाजिक न्याय के साथ इंसाफ किया।”

रोजगार के बढ़ रहे अवसरों के बारे में नरेंद्र मोदी ने कहा, “पिछले 4 वर्षों में देश में ऐसे 6 लाख 35 हजार नए प्रोफेशनल्स जुड़े। क्या आपको लगता है कि एक डॉक्टर ने अपना क्लिनिक या नर्सिंग होम खोला है, तो उसने सिर्फ एक व्यक्ति को ही नौकरी दी होगी, या कोई चार्टर्ड अकाउंटेंट सिर्फ एक व्यक्ति को नौकरी पर रखकर अपना दफ्तर चला रहा होगा? नहीं”

विपक्ष को रोजगार के आँकड़ों से जवाब में प्रधानमंत्री ने व्यंग्य करते हुए कहा, “इसके अलावा एक और तथ्य है। हमारे देश में मार्च 2014 में करीब-करीब 65 लाख लोगों को नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में रजिस्टर किया गया था। पिछले साल अक्टूबर में ये संख्या बढ़कर करीब 1 करोड़ 20 लाख हो गई है। क्या ये भी बिना नई नौकरी के ही हो गया?”

इसके साथ ही युवाओं के रोजगार से जुड़ने के तथ्य पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि सितंबर 2017 से लेकर नवंबर 2018 तक यानि करीब-करीब 15 महीने में लगभग 1 करोड़ 80 लाख लोगों ने पहली बार प्रॉविडेंट फंड का पैसा कटाना शुरू किया है। इनमें से भी 64% लोग 28 साल से कम आयु के हैं।

कर्नाटक में फिर तोड़ी गई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ, इलाके में भारी तनाव

कर्नाटक में हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने का क्रम जारी है। बीते दिनों से लगातार न सिर्फ़ मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएँ बढ़ी हैं, बल्कि सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश भी की जा रही है। ताजा मामला प्रदेश के मांड्या जिले का है, जहाँ मंदिरों में तोड़-फोड़ की गई है।

एक तरफ़ जहाँ बेसागाराहल्ली थाना क्षेत्र में विभिन्न गाँवों में उपद्रवी तत्वों ने मंदिरों में तोड़फोड़ करते हुए मूर्तियों को नुकसान पहुँचाया है, वहीं दूसरी ओर इलाके में सांप्रदायिक तनाव भी फैल गया है। बेसागाराहल्ली गाँव के नज़दीक पट्टालादम्मा मंदिर में मूर्तियों को तोड़ा गया है।

बता दें कि, यहाँ पर न सिर्फ़ भगवान की मूर्तियों को तोड़ा गया है, बल्कि मूर्तियों की चोरी भी हुई है। ख़बर की मानें तो मूर्ति का सिर पास के खेत से बरामद हुआ है। वहीं पन्नेडोड्डी और होम्बलेगौड़ानाडोड्डी गाँव में भी भगवान हनुमान की कांस्य प्रतिमा टूटी मिली है।

मूर्तियों को तोड़ने के बाद से इलाके में तनाव

बेसागाराहल्ली के साथ अन्य गाँव में हुई मूर्तियों के तोड़फोड़ के चलते आसपास के इलाके में माहौल तनावग्रस्त हो गया है। टूटी हुई मूर्तियों को देखकर लोगों में गुस्सा है। मूर्तियों के हिस्से अलग-अलग विभिन्न दिशाओं में फेंके मिले हैं। पास के गाँव के एक युवक ने कहा कि गाँवों में कुछ उपद्रवी तत्व लगातार सांप्रदायिक तनाव फै़लाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को इसपर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

घटना के बाद, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंदिरों का दौरा करते हुए मामले में केस दर्ज कर लिया है। अधिकारी ने कहा कि जल्द ही आरोपितों को जल्द ही गिरफ़्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों के पास पुलिस की पेट्रोलिंग को भी बढ़ाया जाएगा।

कमलनाथ के मंत्री गोविंद सिंह कदमों में पड़े फ़रियादी को दुत्कार कर आगे बढ़ गए

मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस सरकार में मंत्री गोविंद सिंह से जुड़ा एक विवादास्पद वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मंत्री जी के पैरों पर एक फ़रियादी गिर पड़ा इसके बावजूद मंत्री जी का दिल नहीं पसीजा और वो उस फ़रियादी को नज़रअंदाज करके निकल गए।

कमलनाथ सरकार में मंत्री के इस व्यवहार की सोशल मीडिया में जमकर आलोचना हो रही है। इससे पहले भी कई बार गोविंद सिंह ने विवादास्पद बयान दिया है। सीबीआई के नए निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला को लेकर भी उन्होंने विवादित बयान दिया था।

दरअसल कमल नाथ सरकार की ओर से मध्य प्रदेश डीजीपी को पद से हटाने के पांच दिनों बाद ऋषि कुमार शुक्ला को केंद्र सरकार ने सीबीआई का निदेशक बना दिया था। इसके बाद गोविंद सिंह ने उन्हें राज्य का सबसे बुज़दिल, कायर और अक्षम अधिकारी कहा था।

जानकारी के लिए बता दें कि गोविंद सिंह कॉन्ग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनने के बाद मनचाहा मंत्री पद नहीं मिलने की वजह से गोविंद सिंह भी नाराज़ हो गए थे।

इसके बाद कमलनाथ ने गोविंद सिंह को सहकारिता एवं संसदीय कार्य विभाग के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग भी सौंप दिया। इस बात से यह समझा जा सकता है कि गोविंद सिंह मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता हैं। गोविंद सिंह ने एक सामान्य व्यक्ति के साथ जो व्यवहार किया है वह किसी भी तरह से क्षम्य नहीं है।