Friday, April 26, 2024

विचार

…जब RSS के मंच से प्रणब मुखर्जी ने भरी थी ‘राष्ट्रवाद’ की हुँकार

RSS मुख्यालय में प्रणब मुखर्जी ने देश के प्राचीन इतिहास से लेकर उसकी संस्कृति तक जो कुछ कहा था, वह बीते कल में भी प्रासंगिक था और आने वाले कल में भी प्रासंगिक रहेगा।

प्रशांत भूषण के नहले पर सुप्रीम कोर्ट का दहला: कथित गाँधीवादी घेराबंदी बनाम ₹1 की इज्ज़त

यह फैसला देकर जजों ने अपनी सूझबूझ का परिचय तो दिया ही है, साथ ही किसी भी लोकतंत्र में नकारात्मक प्रेशर-ग्रुप्स को भी एक शानदार मैसेज दिया है कि वे कोर्ट को कोई हलवा न समझें।

एक लेख में 8 बार बु* शब्द का प्रयोग बताता है कि ‘दि प्रिंट’ का दिमाग कहाँ घुसा हुआ है

ऐसे लेखों का औचित्य क्या है? इससे किसका भला हो रहा है? क्या इसका औचित्य भोजपुरी बोलने वालों को नीचा दिखाना नहीं है।

राजदीप सरदेसाई: आज रिया की स्तुति से टीआरपी की तलाश, कभी गुजरात दंगों पर ‘प्रोपेगेंडा’ से सेंकी थी रोटियॉं

राजदीप को ना ही रिया चक्रवर्ती से और ना ही सुशांत सिंह राजपूत से ही संवेदना है। वह बस TRP की रेस में किसी तरह खुद को खबरों में बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं।

कट्टरपंथी इस्लामी उन्माद और हिंसक वामपंथी मनोवृत्ति से लड़ता निहत्था, असहाय हिन्दूः कानून की नैतिक दीवार के सहारे का सत्य

पेट्रोल बम, एके-47, मानव बम और अत्याधुनिक हथियारों के बरअक्स एक स्वयंसेवक की लाठी यकीनन नाकाफी है, भले उसके मन में पहाड़ों सा साहस है लेकिन व्यवहारवाद यही कहता है कि बंदूक के आगे लाठी काम नहीं आती।

ये पतित गैंग कंगना की 2009 की तस्वीरें क्यों दिखा रहा है? ‘माह लाइफ माह रुल्ज’ का वोक नारा भी वामपंथियों के लिए ही...

लेफ्ट-लिबरल्स को यह सवाल खुद से पूछना चाहिए कि क्या 'माय लाइफ माय रूल्स' का 'वोक' नारा भी सिर्फ पादुकोण या कपूर परिवार की बेटियों के अधिकारों के लिए ही है?

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: उसकी कमीज मेरी कमीज़ से सफेद कैसे? लोकतंत्र के लिए ये दाग अच्छे नहीं

सुप्रीम कोर्ट तक की निंदा करने वाले क्या सच में 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता' के पक्षधर हैं? या फिर ये बुद्धिजीवी का नक़ाब ओढ़े हुए...

सुशांत मामले में मीडिया ट्रायल पर रोने वाले राजदीप सरदेसाई की ‘त्रि-या चरित्र’ पत्रकारिता

राजदीप के लिए सुशांत भले बड़े स्टार नहीं थे पर रिया चकवर्ती का प्रोफाइल इतना बड़ा है कि उसे घंटों सफाई देने का मंच मुहैया कराया जाता है।

अपनों पर हमला करने में ऊर्जा बर्बाद न करें: जितिन प्रसाद का समर्थन कर कपिल सिब्बल ने कॉन्ग्रेस पर साधा निशाना

जितिन प्रसाद का सम​र्थन करते हुए कपिल सिब्बल ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है। कहा है कि अपनों की बजाए बीजेपी से लड़े कॉन्ग्रेस।

धर्मांतरण का धंधा, भगवाधारी जीसस और पापिनी टेरेसा: अजीत भारती का वीडियो । Ajeet Bharti on Conversion game and Mother Teresa

वेटिकन ने इन्हें ‘संत’ घोषित कर दिया। कैथोलिक चर्च बलात्कार, यौन शोषण, बच्चों के साथ जबरन समलैंगिक संबंध जैसे तमाम अपराधों का अड्डा है।

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