राज्य की जनसंख्या वृद्धि दर को स्थिर करने के लिए, असम मंत्रिमंडल ने 1 जनवरी 2021 के बाद राज्य में दो से अधिक बच्चों को सरकारी नौकरी न देने का फ़ैसला किया। पंचायती राज और नगर निकाय चुनाव के लिए राज्य में पहले से ही दो-बच्चे का मानक लागू था, और अब उसी मानक को राज्य स्तर की सरकारी नौकरियों तक बढ़ाया गया है। इस फ़ैसले को लेकर समाचार पढ़ते हुए, NDTV की एंकर सोनल मेहरोत्रा कपूर ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को बदनाम करने के लिए झूठ बोलने और फ़र्ज़ी ख़बरें फैलाने का विकल्प चुना। यह हम नहीं कह रहे, खुद NDTV का वीडियो इसका जीता-जागता प्रमाण है।
NDTV की एंकर सोनल मेहरोत्रा कपूर ने असम में सरकारी नौकरियों के लिए दो-बच्चे से संबंधित खबर को पढ़ते हुए दावा किया कि दो से अधिक बच्चे वाले लोग असम में सरकारी नौकरी पाने के पात्र नहीं होंगे, जबकि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के ख़ुद 6 बच्चे हैं।
बड़े ही नाटकीय अंदाज़ में, सोनल मेहरोत्रा कपूर ने अपने दर्शकों को बताया कि दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री के ख़ुद के 6 बच्चे हैं, लेकिन उन्होंने इस दो-बाल नीति को लागू करने का फ़ैसला किया है।
इस वीडियो को NDTV ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर भी शेयर किया था लेकिन, अब लगता है कि इसे NDTV ने डिलीट कर दिया है। लेकिन तकनीक के इस दौर में अगर वीडियो शेयर करने और डिलीट करने का ऑप्शन है तो समय रहते डाउनलोड करने का अवसर भी इसी तकनीक ने दिया है। ऊपर आप उसी डाउनलोड किए वीडियो को देख सकते हैं।
दरअसल, NDTV की एंकर सोनल मेहरोत्रा ख़ुद सच्चाई से कोसों दूर हैं क्योंकि उन्हें नहीं मालूम कि असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के 6 बच्चे नहीं हैं। वास्तव में, असम के मुख्यमंत्री अविवाहित हैं और एकल जीवन जीते हैं।
![](https://i0.wp.com/www.opindia.com/wp-content/uploads/2019/10/IMG_7169.jpg?w=696&ssl=1)
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब NDTV के एंकर्स ने झूठ फैलाने में कोई दिलचस्पी ली हो।
इससे पहले 2018 में, NDTV ने अपने सोशल चैनल्स पर हेडिंग के साथ एक न्यूज़ अपलोड और शेयर की थी – ‘असम बीजेपी विधायक के भतीजे, ‘नागरिक सूची में नहीं हैं, ऐसा भी होता है’ इस फ़र्ज़ी ख़बर में बीजेपी सांसद बिजोया चक्रवर्ती और जयदीप फुकन की फ़ोटो थी, जो गुवाहाटी के निवासी थे। तब जयदीप ने ट्विटर पर यह दावा किया था कि उनका नाम वास्तव में NRC सूची में है और वह भाजपा सांसद के भतीजे नहीं हैं।
जयदीप ने NDTV को एक आधिकारिक मेल भी लिखा था, जिसमें उन्हें उनके द्वारा प्रकाशित अप्रासंगिक न्यूज़ से उनकी फ़ोटो को तुरंत हटाने के लिए कहा था।