Thursday, June 19, 2025
Homeविविध विषयअन्यअगले तीन सालों में ₹3.5 लाख करोड़ तक पहुँच जाएगा भारत का फिनटेक बाजार,...

अगले तीन सालों में ₹3.5 लाख करोड़ तक पहुँच जाएगा भारत का फिनटेक बाजार, 30% की होगी हर साल बढ़त: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया- हमारी उपलब्धि के पास भी नहीं कोई मॉडर्न देश

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- भारतीय फिनटेक कंपनियों को लेकर वित्त मंत्री ने कहा है कि ये 'मेक इन इंडिया' के साथ-साथ 'मेक फॉर द वर्ल्ड' बनें और ग्लोबल बाजार पर राज करें

केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि अगले तीन सालों में भारत का फिनटेक मार्केट ₹3.5 लाख करोड़ की हो जाएगी। उन्होने फिनटेक बाजार में सालाना 30 फीसदी वृद्धि की उम्मीद जताई है।

वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय फिनटेक इनोवेशन में विश्वस्तरीय क्वालिटी उत्पाद बनाने की क्षमता है। फिनटेक कंपनियाँ देश के ग्रामीण क्षेत्रों को न केवल एक सामाजिक जिम्मेदारी की तरह लें, बल्कि नए बाजार अवसर के रूप में भी देख सकते हैं। इन कंपनियों को अब ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ भी बनना चाहिए।

वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ‘‘सीतारमण ने आश्वासन दिया कि सरकार फिनटेक उद्योग को समर्थन देना जारी रखेगी।’’

डिजिटल पेमेंट्स अवॉर्ड्स 2025 देने के मौके पर उन्होने कहा, भारत में फिनटेक क्रांति और भी फलेगी-फूलेगी। इस क्षेत्र में ‘काफी बड़ा’ अवसर अभी भी हैं। उन्होंने कहा, “मेरा विश्वास है कि इसके सर्वश्रेष्ठ अध्याय अभी लिखे जाने बाकी हैं।” उन्होने सभी नागरिकों को इससे जोड़ने और दुनिया को दिशा देने का आह्वान किया।

विश्व बैंक के एक रिपोर्ट का हवाले देते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए भारत पिछले 6 साल में 80 फीसदी वित्तीय समावेशन दर हासिल की है। वित्त मंत्री ने कहा, ” भारत अब डिजिटल भुगतान के लेनेदेन का करीब आधा हिस्सा यानी 48.5 फीसदी यूपीआई से कर रहा है” इतना ही नहीं दुनियाभर में 35 करोड़ से ज्यादा यूजर यूपीआई इकोसिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं। दुनिया के कई देश जैसे भूटान, फ्रांस, मॉरीशस, नेपाल, सिंगापुर,श्रीलंका और यूएई अब यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं।

वित्त मंत्री के मुताबिक भारत में जितना इनोवेशन हो रहा है वो दूसरे देशों के लिए सपने से कम नहीं है। उन्होंने कहा, “कई उन्नत देश हमारी फिनटेक कंपनियों द्वारा बनाए गए रफ्तार के करीब भी नहीं हैं, यह भारतीय फिनटेक क्षेत्र के लिए बहुत ही काबिले तारीफ है,”

भारत की कंपनियों और एक्सपोर्टरों का लक्ष्य अब ग्लोबल मार्केट पर कब्जा होना चाहिए। हमारे पास टैलेंट है, उच्च मापदंड और हर समस्या का समाधान मौजूद हैं।

कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन पेमेंट ऐप लाइफलाइन बन गयी। जब सभी अपने घर में बंद थे और बाहर सुनसान था तो बगैर संपर्क में आए भुगतान और डोरस्टेप बैंकिंग को मजबूत किया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, भारत का डिजिटल भुगतान सूचकांक, जो डिजिटल भुगतान के समग्र उपयोग को मापता है, पिछले पाँच वर्षों में चौगुना हो गया है, 2018 में 100 से 2024 में 465 तक। दुनिया के सभी डिजिटल भुगतान लेनदेन का 48.5% से अधिक भारत में होता है। 35 करोड़ से अधिक यूजर्स UPI का इस्तेमाल करते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कैसे-कैसे होना चाहिए संभल में दंगा… व्हॉट्सऐप ग्रुप पर सब तय हुआ: एडमिन सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क निकला, 1000+ पन्नों की चार्जशीट में दुबई...

संभल हिंसा में SIT की चार्जशीट में खुलासा हुआ कि दुबई में बैठा साजिशकर्ता शारिक साठा है और उसने ही हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन की हत्या की साजिश रची थी।

मंत्रोच्चार के साथ क्रोएशिया में हुआ प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत, कई प्रोजेक्ट्स पर भी हस्ताक्षर : PM ने कहा- आतंकवाद मानवता का दुश्मन, रक्षा...

प्रधानमंत्री मोदी ने क्रोशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ राष्ट्रपति जोरन मिलानोविच से मुलाकात की। दोनों देशों ने कई क्षेत्रों में साथ काम करने की बात कही।
- विज्ञापन -