Thursday, March 27, 2025
Homeदेश-समाज'अल्लाह की चीज थी, अल्लाह ने वापस ले ली': असद के एनकाउंटर पर बोला...

‘अल्लाह की चीज थी, अल्लाह ने वापस ले ली’: असद के एनकाउंटर पर बोला ‘चाचा’ अशरफ, नाना ने मजबूरी में किया कफन का इंतजाम

जब पत्रकारों ने असद एनकाउंटर पर अतीक अहमद और अशरफ अहमद से सवाल किए तो अतीक इस दौरान खामोश रहा, जबकि अशरफ ने कहा कि असद अल्लाह की चीज थी, अल्लाह ने वापस ले ली।

अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर के बाद उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अशरफ का बयान सामने आया है। उसने असद को अल्लाह की चीज बताया है। साथ ही आगे कहा कि अल्लाह ने अपनी चीज वापस ले ली है। वहीँ असद की लाश लेने उनके नाना झाँसी पहुँचे हैं। अतीक अहमद के घर और आस-पास की सुरक्षा को भी कड़ा कर दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असद के बारे में अशरफ का यह यह बयान 14 अप्रैल 2023 (शुक्रवार) का है। तब प्रयागराज में उत्तर प्रदेश पुलिस अतीक और उसके भाई अशरफ को पूछताछ के लिए ले जा रही थी तब एक पत्रकार ने असद के बारे में सवाल किया। इस दौरान अतीक अहमद खामोश रहा और चुपचाप पुलिस वालों के साथ चलता रहा। हालाँकि अशरफ ने इसका जवाब दिया और कहा, “अल्लाह की चीज थी। अल्लाह ने ले ली।” इस जवाब का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वहीं असद के अंतिम संस्कार के लिए शव लेने उनके नाना हामिद अली झाँसी पहुँच गए हैं। हामिद के साथ उनके वकील भी हैं। हामिद का कहना है कि उन्होंने असद को नहलाने और कफ़न आदि का इंतजाम कर रखा है। खुद के द्वारा किए जा रहे अंतिम संस्कार को हामिद ने असद की माँ की गैर मौजूदगी में मजबूरी बताया है।

इस बीच असद की लाश प्रयागराज लाने से पहले उनके घर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अतीक के घर के आगे भारी फ़ोर्स तैनात कर दिया गया है। जिस रास्ते से शव आना है उन सड़कों पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में सीधे तौर पर शामिल बताए जा रहे असद अहमद को लम्बी फरारी के बाद UP पुलिस की STF विंग ने 13 अप्रैल (गुरुवार) को ढेर कर दिया था। असद के साथ गुलाम भी मारा गया था जिसके घर वालों ने उसका शव लेने से मना कर दिया है। गुलाम भी उमेश पाल और 2 पुलिसकर्मियों की हत्या के CCTV फुटेज में गोलियाँ बरसाता दिखाई दिया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

संभल हिंसा के दौरान पुलिस की गोली से नहीं हुई मौतें, अवैध हथियारों से चली थी ताबड़तोड़ गोलियाँ: फॉरेंसिक रिपोर्ट से पुष्टि; पड़ताल में...

संभल में नवम्बर, 2024 में हुई हिंसा के दौरान सारी फायरिंग अवैध हथियारों से हुई थी। पुलिस ने इस दौरान गोलियाँ नहीं चलाई थीं।

न्यायपालिका में सुधार के लिए आया NJAC, पर सुप्रीम कोर्ट ने ही कर दिया खारिज: जज ही जज नियुक्त करेंगे, जज ही जज की...

सुप्रीम कोर्ट में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है। उस पर भाई-भतीजावाद के भी आरोप लगते रहते हैं। इसको देखते हुए न्यायिक सुधार की जरूरत है।
- विज्ञापन -