Friday, April 4, 2025
Homeदेश-समाजरजिया खातून ने इस्लामी भीड़ को दिए हथियार, आरिफ-आसिफ ने महिलाओं का साड़ी-ब्लाउज खींचा:...

रजिया खातून ने इस्लामी भीड़ को दिए हथियार, आरिफ-आसिफ ने महिलाओं का साड़ी-ब्लाउज खींचा: झारखंड में त्योहार पर जनजातीय समाज का उत्पीड़न, बंदूक भी लहराया

सामने आए वीडियो में एक लड़की ने अपने कंधे और गले पर लगे चोटों के निशान दिखाते हुए बताया कि रजिया खातून ने उसके साथ मारपीट की है। दिखने में नाबालिग लगने वाली उस लड़की ने बताया कि यात्रा के दौरान पीछे से आसिफ/आरिफ ने उनका ब्लाउज खींच लिया।

झारखंड की राजधानी राँची से सटे पिठौरिया के हेठबालू गाँव में सरना जनजातीय समुदाय के त्योहार सरहुल उत्सव के दौरान इस्लामी कट्टरपंथियों ने 1 अप्रैल को हमला कर दिया था। हमले में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के विरोध में जनजातीय समुदाय के लोगों ने गुरुवार (3 अप्रैल 2025) को राँची-पतरातू रोड को जाम कर दिया। सामने आए वीडियो में महिला ने छेड़छाड़ करने और बंदूक से गोली मारने का भी आरोप लगाया है।

महिलाओं का कहना है कि सरना पूजा करने जाने के दौरान इस्लामी भीड़ द्वारा उन पर लाठी-डंडे से हमला किया गया और कुल्हाड़ी-बंदूक आदि दिखाकर धमकी दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमले की मास्टरमाइंड रजिया खातून है। वहीं, आसिफ और आरिफ पर महिलाओं का ब्लाउज और साड़ी खींचकर उसे फाड़ने की कोशिश की।

इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें जनजातीय समुदाय की महिलाएँ बता रही हैं कि उनके साथ इस्लामी कट्टरपंथी हमलावरों ने किस तरह दुर्व्यवहार किया। वीडियो में एक लड़की ने अपने कंधे और गले पर लगे चोटों के निशान दिखाते हुए बताया कि रजिया खातून ने उसके साथ मारपीट की है। दिखने में नाबालिग लगने वाली उस लड़की ने बताया कि यात्रा के दौरान पीछे से आसिफ/आरिफ ने उनका ब्लाउज खींच लिया।

महिला ने बताया कि यात्रा में इस्लामी हमले के दौरान उसके पति पर हमला कर दिया, जिसकी वजह से उसके सिर में गहरी चोट आई है। महिला का कहना है कि उसके पति के सिर में खून जमा होने का खतरा है। महिला ने आशंका जाहिर की कि अगर उसके पति को कुछ होता है तो वह अपने बच्चे को लेकर कहाँ जाएगी। उसने चेतावनी देने के अंदाज में कहा कि अगर उसके पति को कुछ हुआ तो वह छोड़ेगी नहीं।

महिलाओं का कहना है कि हमला करने वालों में उनके गाँव के साथ-साथ आसपास के गाँवों के मुस्लिम भी शामिल थे। महिलाओं ने बताया कि हमलावरों में रजिया खातून के अलावा आसिफ अंसारी, आरिफ अंसारी, गुलशन अंसारी, गुलजार अंसारी, जुल्फान अंसारी आदि लोग भी शामिल थे। महिला ने कुल्हाड़ी दिखाते हुए कहा कि उसी से उसके भतीजे पर हमला किया गया था।

सरना पूजा के लिए निकली जनजातीय महिलाओं में बच्चियाँ से लेकर बुजुर्ग महिलाएँ तक शामिल थीं। इनमें से किसी को नहीं बख्शा गया। सरना महिलाओं का आरोप है कि सरना पूजा के लिए उन्होंने झंडा लगा रखा था। रजिया खातून ने उन झंडों को निकाल कर फेंक दिया। महिलाओं का कहना है कि रजिया ने उनसे कहा, “इस रास्ते से नहीं जाना है। तुम लोगों (जनजातीय) को अब यहाँ नहीं रहना है।”

इतना ही नहीं, महिलाओं ने यह भी कहा कि जब कट्टरपंथी मुस्लिम हमला कर रहे थे, तब रजिया सबको लाठी-हथियार दे रही थी। एक दूसरी महिला ने कहा कि रजिया खातून खुद भी सरना जनजातीय लोगों पर पत्थर फेंक रही थी। महिलाओं का आरोप है कि रजिया खातून ने बेटे ने झगड़े की शुरुआत की थी। वहीं, आसिफ अंसारी बंदूक तानकर सबको गोली मारने की धमकी दे रहा था।

महिलाओं का आरोप है कि इस बार के ईद में मुस्लिमों ने सड़कों के ऊपर झालर बाँध दिया था। जब वे सरना के लिए जा रहे थे, तो उनके झालर में इनका झंडा लग गया था। इसके बाद इस्लामी भीड़ भड़क उठी थी और उन लोगों पर हमला कर दिया था। एक अन्य महिला का कहा मुस्लिम उनके त्योहार में झमेला करते हैं।

जनजातीय समुदाय में आक्रोश

इस घटना के विरोध में सरना समुदाय के लोगों ने राँची-पतरातू रोड को सुबह नौ बजे से जाम कर दिया। इसके साथ ही पिठौरिया बाजार की सभी दुकानों को भी बंद करा दिया। आक्रोशित लोगों ने हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी की माँग की। हालाँकि, पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन लोगों का कहना है कि जब तक बाकी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।

पीड़ितों का आरोप है कि न सिर्फ उनकी शोभायात्रा को रोका गया, बल्कि पाहन (पुजारी) और अन्य लोगों के साथ मारपीट भी की गई। इस घटना में रवि पाहन, नगदेव पाहन, पईनभोरा मुंडा, संदीप मुंडा, विजय मुंडा, अजय मुंडा, अरविंद मुंडा, करण मुंडा घायल हो गए हैं। पीड़ितों ने बुधवार (2 अप्रैल 2025) को जाकर थाने में शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने FIR दर्ज की।

FIR में पुलिस ने आदम अंसारी, आरिफ अंसारी, मिंटु अंसारी और जुएफा अंसारी को नामजद किया है। वहीं, कई अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है। शिकायत में कहा गया है कि सरहुल की शोभायात्रा हेठबालू गाँव में हरगढ़ी स्थान पर पहुँची तो हमलावरों ने धारदार हथियारों से हमला कर दिया। हमलावर पहले से ही वहाँ घात लगाकर बैठे थे।

क्या है मामला?

दरअसल, मुस्लिम समाज के लोगों ने सड़क के दोनों तरफ झालर लगाया था। इसी दौरान जनजातीय समाज ने सरहुल के मौके पर पूजा वाले रास्ते में परंपरा के अनुसार सड़क के किनारे झंडा लगा दिया। एक दिन पूर्व भी दोनों पक्षों के बीच इसको लेकर तनातनी हो चुकी थी। 1 अप्रैल को जब सरहुल मनाने के लिए जनजातीय समाज के लोग जा रहे थे मुस्लिमों के लगाए झालर में ट्रैक्टर में फँसकर टूट गया।

इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने उन पर लाठी-डंडे, ईंट-कुल्हाड़ी से हमले कर दिए। सरहुल शोभायात्रा का नेतृत्व कर रहे पाहन सहित 8 लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं। वहीं मुस्लिम समाज का कहना है कि उनकी तरफ भी 4 लोगों को चोटें आई हैं। उसे पकड़ के पुलिस को सौंप दिया गया है। डीएसपी अमर कुमार पांडेय का कहना है कि साज-सज्जा को लेकर दोनों पक्षों में झड़प हुई थी।

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शासनकाल में समुदाय विशेष का दुस्साहस बढ़ गया है। हेमंत सोरेन न तो सरना स्थलों की रक्षा कर पा रहे हैं, न ही सरहुल उत्सव की सुरक्षा सुनिश्चित कर पा रहे हैं। उन्होंने सरहुल जुलूस में बाधा उत्पन्न करने वाले उपद्रवियों पर बिना विलंब सख्त कारवाई करने की अपील राँची पुलिस से की है।

बाबूलाल मरांडी ने कहा, “हेमंत सोरेन जी, फिर एक नौटंकी कीजिए – जैसे आपने पहले सरना स्थल आंदोलनकारियों पर मुक़दमा दर्ज कराया, फिर कार्रवाई रोक कर वाहवाही बटोरने का प्रयास किया। ठीक उसी तरह अब जनजातियों से प्राथमिकी दर्ज कराइए, फिर उसे निरस्त कर वाहवाही बटोरिए। ऐसे ही कुटिल राजनीति के माध्यम से जनजातीय समाज को बेवक़ूफ़ बनाकर भ्रमित करते रहिए।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

वक्फ बिल दोनों सदनों में पास, 12 घंटे चर्चा के बाद राज्यसभा में पड़े 128 वोट: मुस्लिम संगठन भड़के, ओवैसी ने भी लोकसभा में...

वक्फ संशोधन बिल राज्यसभा में 95 के मुकाबले 128 वोटों से पारित हो गया है। इसके विरोध में मुस्लिम संगठनों ने कोर्ट जाने की बात कही है।

जब लगातार 9 घंटे चला हिन्दुओं का कत्लेआम… मस्जिद की छतों से आग के गोले फेंकती थी पाकिस्तानी फ़ौज, कतार में खड़ा करा के...

सुबह 5 बजे पाकिस्तानी फ़ौज ने अस्पताल से सटी मस्जिद की छत से आग के गोले फेंकना शुरू किया और जिंजीरा में घुस गए। कँटीली तारों से इलाक़ा घेर दिया।
- विज्ञापन -