Friday, March 29, 2024
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अयोध्या में ‘जमीन’ पर विवादों की खेती: सौदों पर उठे सारे सवालों के ‘बीज’ दुर्गा+अरविन्द यादव ही

दावा है कि अयोध्या में रिपोर्टिंग के दौरान श्यामलाल यादव का 'गाइड' दुर्गा यादव ही था। AAP सांसद संजय सिंह के 'गाइड' अरविंद यादव से दुर्गा की करीबी अयोध्या में जगजाहिर। एक तथ्य यह भी कि दुर्गा यादव खुद जमीन के सौदों से जुड़ा रहा है।

अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) को विवादित बनाने के मकसद से ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने जमीनों की खरीद पर किस तरह फैक्ट गढ़े, यह हम अपनी रिपोर्ट में आपको बता चुके हैं। इस तरह की रिपोर्टों को लेकर अयोध्या के लोगों की प्रतिक्रियाओं से भी आपको अवगत करा चुके हैं। जमीन सौदों की पड़ताल के दौरान गाली-गलौज करने वाले कथित पत्रकार के बारे में भी बता चुके हैं। इस पूरे विवाद में अयोध्या के एक स्थानीय पत्रकार जिसका नाम दुर्गा प्रसाद यादव (DP Yadav) है, की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। कई ऐसे ‘संयोग’ हैं जो इस पत्रकार के लिंक आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में जमीन सौदों (Land Deals In Ayodhya) को लेकर रिपोर्ट करने वाले श्यामलाल यादव से होने का इशारा करते हैं। एक और यादव हैं- अरविन्द जो खुद को किसान नेता बताते हैं, उनके तार भी इन सबसे जुड़े हुए हैं। अयोध्या में जमीन सौदों को विवादित बताने वाली आप जितनी भी रिपोर्ट देखेंगे उसमें आपको अरविन्द यादव दिख जाएँगे।

दावा है कि अयोध्या में रिपोर्टिंग के दौरान श्यामलाल यादव का ‘गाइड’ दुर्गा यादव ही था। AAP सांसद संजय सिंह के ‘गाइड’ अरविंद यादव से दुर्गा की करीबी को लेकर अयोध्या में आपको कोई भी बता देगा। एक तथ्य यह भी है कि दुर्गा यादव खुद जमीन के सौदों से जुड़ा रहा है। जिन जगहों के जमीन सौदों को लेकर ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट में सवाल उठाए गए हैं, उनमें से एक जगह दुर्गा की जमीन भी है। हमने इस संबंध में सांसद संजय यादव से लेकर पत्रकार श्यामलाल यादव तक से सवाल किए, लेकिन उनके जवाब का आज भी इंतजार है।

JK न्यूज का संवाददाता दुर्गा यादव

दुर्गा यादव अयोध्या में JK News न्यूज के संवाददाता हैं। दुर्गा यादव के फेसबुक प्रोफाइल को खँगालने पर आपको तमाम वे न्यूज मिल जाएँगे जो अयोध्या में जमीन सौदों को विवादित बताते हैं। संजय सिंह के बरहटा माँझा दौरे की खबर भी मिल जाएगी। 22 दिसंबर 2021 को ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में जमीन सौदों पर रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद दुर्गा ने भी लंबा-चौड़ा पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट में समाजवादी पार्टी के कई नेताओं और कुछ पत्रकारों को भी टैग किया है। इसके बाद 28 दिसंबर को संजय सिंह ने बरहटा का दौरा किया। उन लोगों से मुलाकात की जिन्हें दुर्गा यादव ने अपनी कथित ग्राउंड रिपोर्ट में MRVT ट्रस्ट द्वारा पीड़ित बताया था।

दुर्गा यादव और अरविन्द यादव बेहद करीबी बताए जाते हैं

दुर्गा की रिपोर्ट में सौदों को लेकर बड़े दावे करने वाले अरविन्द कुमार यादव, संजय सिंह के दौरे के दौरान उनके साथ भी देखे जा सकते हैं। अरविन्द यादव को लेकर दुर्गा यादव फेसबुक पर पोस्ट भी करते रहते हैं। इन पोस्टों में वे उन्हें ‘किसानों का मसीहा’ बताते हैं। उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर आपत्ति भी जताते हैं।

खुद जमीन की लड़ाई लड़ रहे दुर्गा यादव

गंजा गाँव की एक जमीन को लेकर दुर्गा यादव हाई कोर्ट में मुकदमा भी लड़ रहे हैं। गंजा गाँव का जिक्र ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट में भी है। दुर्गा यादव ने ऑपइंडिया के साथ बातचीत में गंजा गाँव में अपनी जमीन होने की बात मानते हुए बताया कि उचित मुआवजा नहीं मिलने पर उन्होंने केस कर रखा है। दुर्गा यादव के मुताबिक, “मैंने अयोध्या के जिलाधिकारी रहे अनुज कुमार झा पर मुकदमा किया था। इस मुकदमे के बाद मेरा स्थानीय मीडिया ने खूब नाम उछाला था। मैंने अधिकारियों के तमाम गलत कारनामों की जानकारी सबूतों के साथ हाई कोर्ट में जमा किया है। मुझे लगता है कि खबर आदि के लिए कागज़ वहीं से निकाले गए हैं।” इस पूरे मामले को दुर्गा यादव ने अपने फेसबुक पर भी नवम्बर 2021 में शेयर किया था।

IAS अनुज झा को लेकर दुर्गा यादव की नवम्बर 2021 की पोस्ट तथा उस समय प्रकाशित खबरें

IAS अनुज कुमार झा का नाम इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में भी है। यह भी दावा है कि IAS झा के केस में भी दुर्गा के सहयोगी अरविन्द यादव ही हैं।

‘अयोध्या के प्रोजेक्ट में अड़ंगा डालने के प्रयास’

ऑपइंडिया ने IAS अनुज कुमार झा से बात की। बातचीत के दौरान दुर्गा यादव द्वारा उन पर FIR के प्रयास और अरविन्द यादव द्वारा उनके खिलाफ लगातार आवाज उठाने की वजह पूछी गई। अनुज झा के मुताबिक, “मेरे ऊपर जो भी आरोप लगा रहे हैं वो झूठे हैं। मेरी जिम्मेदारी अयोध्या के शासकीय प्रोजेक्ट को पूरा करने की थी जिसे मैं कर रहा था। बीच मे अड़ंगा डालने के प्रयास किए गए। मैंने उन्हें सफल नहीं होने दिया। इसी वजह से मेरे विरुद्ध 156(3) के तहत कोर्ट में केस की याचिका डाली गई थी। बाकी मैंने अपना वर्जन अपने ट्वीट में दे दिया है। उसे ही मेरा स्पष्टीकरण समझा जाए।”

एक रिपोर्ट 2020 की भी

दिसम्बर 2021 की रिपोर्ट से पहले इंडियन एक्सप्रेस ने 22 फरवरी 2020 को भी अयोध्या से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। यह रिपोर्ट दुर्गा यादव, अरविन्द यादव व कुछ अन्य के बयान पर बनी थी। उस रिपोर्ट में भी DM अनुज कुमार झा, MRVT ट्रस्ट और बरहटा माँझा को प्रमुखता दी गई थी।

2020 में भी इंडियन एक्सप्रेस ने अलापा था विवादों का राग

पत्रकार श्यामलाल यादव ने ई-मेल पर सम्पर्क करने को कहा

इंडियन एक्सप्रेस के श्यामलाल यादव ने ऑपइंडिया को बताया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट करीब लगभग 10 दिन तक अयोध्या के विभिन्न क्षेत्रों में जमीनी पड़ताल के आधार पर बनाई है। 15 किमी दूर जमीन को भी राम मंदिर निर्माण स्थल के 5 किलोमीटर के दायरे में बताने को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “दूरी एरियल डिस्टेंस के आधार पर निकाली है।” अन्य सवालों का जवाब देने से उन्होंने इनकार करते हुए ई-मेल भेजने को कहा। 2 जनवरी 2022 को हमने अपने सवालों के साथ उन्हें मेल किया था, जिसका जवाब खबर लिखे जाने तक नहीं मिला था। उनका पक्ष आने के बाद हम इस खबर को अपडेट करेंगे।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर और पत्रकार श्यामलाल यादव

एक भुक्तभोगी पत्रकार

अयोध्या में एक और पत्रकार हैं। नाम है संदीप सिंह। NI न्यूज के सीनियर रिपोर्टर हैं। वे खुद को दुर्गा यादव से पीड़ित बताने है। ऑपइंडिया को उन्होंने बताया एक केस में दुर्गा यादव उनको धमका भी चुके हैं। संदीप सिंह ने बताया कि वे मूल रूप से सुल्तानपुर के रहने वाले हैं। करीब तीन साल पहले अयोध्या में कोचिंग शुरू करने के लिए दिल्ली के मुखर्जी नगर से आए थे। कोचिंग के लिए अयोध्या के गाँव जनौरा में एक जमीन का एग्रीमेंट करवाया। लेकिन उस जमीन को अयोध्या के एक बड़े भूमाफिया की नजर लग गई और संदीप के लिए परेशानियों की शुरुआत हो गई।

उन्होंने बताया, “मैंने एग्रीमेंट में 10 लाख रुपए से अधिक खर्च कर रखे थे इसलिए मैं पीछे नहीं हटा। कुछ समय बाद उसी जमीन के करीब एयरपोर्ट प्रस्तावित हो गया। ऐसा होने से जमीन की कीमतों में कई गुना वृद्धि हो गई। भूमाफियाओं द्वारा जमीन के असली मालिक को मुकदमे में फँसाया जाने लगा। उन्हें लगता था कि भूस्वामी गरीब दलित समाज से है तो वो डर जाएगा। लेकिन वहाँ मेरे भी पैसे लगे थे इसलिए उस लड़ाई में मैंने भूस्वामी का साथ दिया।”

संदीप सिंह और उनकी भूमि विवाद मामले में SDM का आदेश

जब संदीप सिंह को दी धमकी

संदीप सिंह बताते हैं, “जमीन का यह विवाद अयोध्या के उपजिलाधिकारी आयुष चौधरी के पास गया। उन्हें दबाव और प्रभाव में लेने की काफी कोशिश की गई। लेकिन आखिरकार 19 जून 2020 को उन्होंने निर्णय गरीब दलित के हक में दिया। यहीं से अयोध्या के उस भूमाफिया ने SDM आयुष चौधरी को भी अपना दुश्मन मान लिया। SDM आयुष के खिलाफ माहौल बनाने के लिए भूमाफिया ने दुर्गा यादव जैसे कथित पत्रकारों का सहारा लिया। दुर्गा यादव ने मुझे अयोध्या के एक स्थान पर बुलाकर SDM के खिलाफ बयानबाजी करवानी चाही थी। बाद में वो मुझे धमकाने मेरे कोचिंग सेंटर तक कुछ लोगों को लेकर आए। मुझ से पैसे की डिमांड भी की गई। इस बीच अपनी खुद की जमीन को बचाने के लिए मुझे कोर्ट कचहरी के इतने चक्कर लगाने पड़े कि दुर्गा यादव और उनके साथियों के कारनामों की सारी जानकारी हो गई।”

स्थानीय रघुबीर सिंह के दावे

रघुबीर सिंह अयोध्या के सिरसिंडा गाँव के निवासी हैं। अयोध्या में लम्बे समय से प्रॉपर्टी के काम से जुड़े हुए हैं। Earth Work नाम से कारोबार करते हैं। उनका दावा है कि जमीन के काम से जुड़े ज्यादातर लोग उनके मित्र हैं। उन्होंने ऑपइंडिया को बताया, “जब भ्रामक खबरों से धर्मनगरी को बदनाम करने की कोशिश होने लगी तो मैंने इसके खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया। खबर पब्लिश होने से लगभग 2 माह पहले स्थानीय पत्रकार दुर्गा यादव और आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह कुछ लोगों के साथ लखनऊ मीटिंग के लिए गए थे। संयोगवश मैं उस दिन लखनऊ में अपने एक परिचित के यहाँ था। मुझे भी पत्रकारपुरम चौराहे के पास स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर बुलाया गया।”

रघुबीर सिंह का दावा है कि वे उस मीटिंग का हिस्सा नहीं थे। लेकिन बाद में AAP के लखनऊ कार्यालय गए थे। इसी कार्यालय में संजय सिंह का आवास भी है। उनका दावा है, “संजय सिंह के करीब करीब हर अयोध्या दौरे में दुर्गा यादव उनके साथ रहे हैं। साथ ही दुर्गा यादव ही इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकार श्यामलाल यादव के भी सहयोगी बने।” रघुवीर सिंह ने बताया, “स्थानीय पत्रकार दुर्गा यादव अयोध्या जनपद में जमीनों के मामले में लिप्त है। उसने अयोध्या के भीखापुर की एक बैनामा जमीन की फर्जी एग्रीमेंट करवा रखी है।”

रघुवीर सिंह से बातचीत

रघुबीर सिंह ने दावा किया, “इस साजिश को रचने वालों के खिलाफ मेरे पास पक्के सबूत हैं। साजिश के मुख्य सूत्रधार ने खुद ही जमीनों के फर्जी एग्रीमेंट करवा रखे हैं। उसका यही काम है। वो आधिकारियों से उगाही का प्रयास करता रहता है। अगर सरकार इस मामले की जाँच के लिए कोई टीम गठित करेगी तो मैं सभी सबूत देने को तैयार हूँ।”

रघुवीर सिंह का दावा है कि पहले से बैनामा भूमि का फर्जी एग्रीमेंट दुर्गा यादव ने करवा रखा है

AAP के यूपी अध्यक्ष बोले- संजय सिंह से बात करिए

ऑपइंडिया ने लखनऊ में हुई मीटिंग के दावे पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह से बात की। उन्होंने बताया, “अयोध्या जमीन सौदों से जुड़े मामलों की मुझे बहुत अधिक जानकारी नहीं है। इस मामले में हुई मीटिंग या किसी भी अन्य सवाल का जवाब हमारे सांसद जी (संजय सिंह) ही देंगे। बेहतर होगा कि आप उनसे बात कीजिए।”

संजय सिंह ने भी नहीं दिया जवाब

सांसद संजय सिंह ने 28 दिसम्बर 2021 को बरहटा माँझा जाकर स्थानीय लोगों से मिलने की तस्वीरें शेयर की थी। उन्होंने दलितों की जमीनों के साथ हेराफेरी का आरोप लगाया था। संजय सिंह और दुर्गा यादव के बीच अरविन्द यादव कॉमन कड़ी हैं। संजय सिंह के साथ अरविन्द यादव लगातार दौरे पर दिखते हैं। ऑपइंडिया ने सांसद संजय सिंह का पक्ष जानने के लिए उनको कई बार कॉल किया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। 2 जनवरी 2022 को हमने उन्हें ईमेल के जरिए भी अपने सवाल भेजे हैं, लेकिन जवाब खबर लिखे जाने तक नहीं मिला।

दुर्गा यादव और संजय सिंह के बीच कॉमन कड़ी है अरविन्द यादव

कौन हैं अरविन्द यादव

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अरविन्द यादव भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष हैं। जुलाई 2021 में जिला प्रशासन ने उन पर कार्रवाई की थी। साल 2022 में उन्हें राकेश टिकैत द्वारा प्रशस्ति-पत्र भी मिला था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के 1 दिन बाद मौके पर पहुँचे आज तक संवादताता ने भी अपनी रिपोर्ट मुख्य रूप से अरविन्द यादव के बयानों के आधार पर तैयार की थी।

दुर्गा यादव ने माना, इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकार मिले थे

दुर्गा यादव का कहना है, “मैं संजय सिंह के बरहटा माँझा सहित अन्य दौरों पर अपने ऊपर के अधिकारियों के आदेश से JK न्यूज के लिए कवर करने गया था। मेरी घनिष्ठता आप के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह से भी नहीं है। पूर्व DM के खिलाफ 156 (3) के तहत केस दायर करने के बाद से मेरा नाम जिले भर के अख़बारों में निकला था। भीखापुर की जिस जमीन पर मेरे ऊपर धोखाधड़ी का आरोप लग रहा है, वो भी सरासर गलत है। जमीन मेरे एक रिश्तेदार की थी। उससे जुड़ी सभी चीजें अदालत में विचाराधीन हैं।”

ऑपइंडिया को दुर्गा यादव ने बताया, “मुझ पर लगाए जा रहे सभी आरोप निराधार हैं। मैंने एयरपोर्ट के बगल गंजा गाँव में मौजूद जमीनों पर तब जिलाधिकारी रहे अनुज झा द्वारा किए गए गलत आदेश के विरुद्ध आवाज उठाई थी। तभी से कई लोग मेरे पीछे पड़े हैं। जो लोग मेरे बारे में बयान दिए हैं मैं उन्हें जानता भी नहीं। मैं कभी भी संजय सिंह से मिलने लखनऊ नहीं गया। यहाँ तक कि मैं उन्हें ठीक से जानता भी नहीं। इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकार श्यामलाल यादव अपनी ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए मुझसे एक बार मिले थे। उन्होंने मुझसे मेरी अपनी व्यक्तिगत जमीन आदि के विवाद के कागज माँगे थे।”

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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