छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ईसाई मिशनरियों का खेल जोरों पर है। यहाँ धर्मांतरण के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच, रामनवमी के दिन हिंदूवादी संगठनों ने सरकंडा थाना क्षेत्र के बहतराई में प्रार्थना सभा के नाम पर हो रहे धर्मांतरण का भंडाफोड़ कर दिया। हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुँचकर जमकर नारेबाजी की और हंगामा मचाया। जिसके बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने पास्टर दीपक सिंह सिदार समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
धर्मांतरण की सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुँची। पुलिस के पहुँचते ही माहौल और तनावपूर्ण हो गया। सरकंडा थाना प्रभारी नीलेश पांडेय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे। पूछताछ में पता चला कि दीपा गोटेल अपने घर में प्रार्थना सभा करवा रही थीं। वहाँ पास्टर दीपक सिंह सिदार और उनकी पत्नी पूजा सिदार लोगों को मजहबी ज्ञान दे रहे थे। मौके से पुलिस ने दीपा गोटेल, दीपक सिंह सिदार, पूजा सिदार, गुरुविंदर सिंह, शिवकुमार धीवर और मधु कुमार केंवट को पकड़ा और थाने ले आई।
टीआई नीलेश पांडेय ने बताया, “शिकायत मिली थी कि प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण हो रहा है। जाँच के बाद छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्रय अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।” ऑपइंडिया के पास मौजूद एफआईआर की कॉपी भी इसकी पुष्टि करती है।
पुलिस को दी गई शिकायत में लिखा है, “निखिल आश्रम, अटल आवास में दीपा गोतेल एवं पास्टर दीपक सिंह सिदार और उसकी पत्नी पूजा सिदार के साथ ही गुरुविंदर सिंह, शिवकुमार धीवर और मधु कुमार केवरा के साथ करीब 50 लोगों को हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था।”
हिंदू संगठन के कार्यकर्ता राम सिंह ठाकुर ने कहा, “हर रविवार को बहतराई के अटल आवास में प्रार्थना सभा होती है। रामनवमी के दिन भी चंगाई सभा के बहाने हिंदुओं को बुलाया गया था। ये लोग लालच देकर भोले-भाले लोगों का धर्म बदलवाते हैं।” उन्होंने कहा कि कोनी, सकरी, सिविल लाइन और मस्तूरी के बाद अब सरकंडा में भी ये खेल शुरू हो गया है। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
स्थानीय लोगों में से एक शख्स ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “ये लोग पहले प्रलोभन देते हैं, फिर धीरे-धीरे दबाव बनाते हैं। हमारे मोहल्ले के कई लोग इन सभाओं में जा चुके हैं।” हिंदू संगठनों का कहना है कि बिलासपुर को धर्मांतरण का हब बनाने की साजिश रची जा रही है, और वो इसे रोकने के लिए हर कदम उठाएँगे।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ईसाई मिशनरी लंबे समय से सक्रिय हैं। अभी कुछ समय पहले भी पादरी समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। उस समय हिंदुओं को देवी-देवताओं के खिलाफ ऊल-जलूल बोलकर भ्रमित किया जा रहा था। बहरहाल, पुलिस अब मामले की गहराई से जाँच कर रही है। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ जारी है।