मालदा व मुर्शिदाबाद के बाद बाद अब पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में हिन्दू विरोधी हिंसा शुरू हो गई है। साधुओं पर भी हमले की ख़बर है। स्थानीय भाजपा विधायक शंकर घोष ने जानकारी दी कि रविवार (13 अप्रैल, 2025) को वार्ड संख्या 4 के 2 लड़के चरक पूजा के लिए महानंदा नदी का जल लेने गए थे, लेकिन नदी किनारे बैठे 5 लड़कों ने उन दोनों हिन्दू लड़कों पर बोतल फेंके। जब उन दोनों ने इसका विरोध किया तो उन्हें बुरी तरह पीटा गया। शंकर घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अब हिन्दू होना पाप हो गया है।
#WATCH | Darjeeling, West Bengal | Siliguri MLA and BJP leader Shankar Ghosh says, "… Yesterday, two boys from Ward 4 had gone to the Mahananda River to fulfil worship rituals of the Charak Puja. Five boys sitting next to the river threw a bottle at the two boys. When the two… pic.twitter.com/VO9M4Uiy1U
— ANI (@ANI) April 13, 2025
विधायक शंकर घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐसा माहौल बनाया है। दोनों घायल हिन्दू लड़कों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। शंकर घोष ने याद दिलाया कि कैसे शमशेरगंज में हरगोविंद दास और उनके बेटे चन्दन दास को घर में घुसकर मार डाला गया। उधर ‘रिपब्लिक बांग्ला’ ने अपनी ख़बर में 2 साधुओं पर हमले की ख़बर दी है। पीड़ित लड़कों में से एक माणिक सरकार ने बताया कि वो लोग चरक पूजा में लगे हुए थे, उसी दौरान उनपर बोतलों से हमला किया गया।
#BREAKING | Two more Sadhus attacked by violent mob in Siliguri
— Republic (@republic) April 14, 2025
Click on this link for all live updates: https://t.co/2b0FoFjy7d #siliguri pic.twitter.com/sMteoPookE
उन्होंने बताया कि विरोध करने पर कुछ देर बाद वो लोग ख़तरनाक हथियारों के साथ लौटे। घटनास्थल पर पत्थर और डंडे पड़े हुए देखा जा सकते हैं। वहीं साधुओं पर हमले के वीडियो में क्षतिग्रस्त गाड़ी देखी जा सकती है। घटना सिलीगुड़ी के ज्योतिनगर की है। ‘उत्तर बांग्ला संवाद’ के अनुसार, कई घरों में भी तोड़फोड़ की गई। टोटो क्षतिग्रस्त कर दिया गया। ईंट-पत्थर फेंके गए। सिलीगुड़ी के कमिश्नर C सुधाकर और डिप्टी कमिश्नर (हेडक्वार्टर) तन्मय सरकार मौके पर पहुँचे।
घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान कैम्प कर रहे हैं। शहर को अलर्ट पर रखा गया है, पुलिस स्थिति के नियंत्रण में होने की बात कह रही है। उधर मुर्शिदाबाद में राज्य के 23 दक्ष पुलिस अधिकारियों को मामला सँभालने के लिए भेजा गया है। मुर्शिदाबाद और मालदा में लगभग 400 हिन्दू परिवारों ने पलायन किया है। वक्फ कानून के विरोध के नाम पर दंगे हुए। मुस्लिम भीड़ ने रेलवे सेवा ठप्प कर दी। सार्वजनिक व प्राइवेट वाहनों को आग के हवाले किया गया।