छत्तीसगढ़ के कवर्धा में सांप्रदायिक तनाव की खबर है। यहाँ अख्तर और जावेद नाम के आरोपितों द्वारा सब्जी विक्रेता प्रकाश साहू की पिटाई के बाद हिन्दू संगठन आक्रोशित हैं। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने पीड़ित के पूरे परिवार पर भी हमला किया था। भाजपा ने राज्य सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। घटना के विरोध में कवर्धा बंद का भी एलान किया गया है। अब तक 3 आरोपितों की गिरफ्तारी की सूचना है। घटना शनिवार (19 नवम्बर, 2022) की बताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना शहर के लोहरा नाका चौक की है। यही वो जगह है जहाँ कुछ दिनों पहले झंडा लगाने के विवाद ने बड़ा रूप ले लिया था। यहाँ पर प्रकाश साहू अपने परिवार के साथ रहते हैं। वो सब्ज़ी बेच कर गुजर-बसर करते हैं। इस जगह पर पक्की सड़क का निर्माण हो रहा है। इस निर्माण कार्य के लिए गिराए जा रहे मैटेरियल को ठेकेदार सड़क के एक हिस्से में गिरा रहा था। वहाँ मौजूद प्रकाश साहू ने ठेकेदार से सामान थोड़ी दूर गिराने के लिए कहा। इसी के चलते दोनों के बीच बहस होने लगी।
बताया जा रहा है कि इसी दौरान आरोपित अख्तर खान वहाँ पहुँच गया। अख्तर ने बीच में पड़ते हुए प्रकाश साहू को हड़काना शुरू कर दिया। प्रकाश ने अख्तर को बीच में न पड़ने के लिए कहा। इसी बात पर दोनों पक्षों में बातचीत से शुरू हुआ विवाद मारपीट में बदल गया। इस बीच प्रकाश के परिवार से कुछ महिलाएँ भी विवाद वाली जगह पहुँच गईं। प्रकाश के परिजनों का आरोप है कि अख्तर ने अपने कई साथियों को बुला लिया। शिकायत में बताया गया है कि अख्तर और उसके साथियों ने इस दौरान प्रकाश के साथ उनकी बहन राधिका व घर के अन्य सदस्यों की पिटाई की।
गत साढ़े चार सालों से छत्तीसगढ़ के धर्मनगरी कवर्धा में एक वर्ग विशेष समुदाय का आतंक अपने चरम पर हैं!!@bhupeshbaghel जी, ये क्या हो रहा हैं कवर्धा में? और यह लोग किसकी शह और सरंक्षण से कवर्धा में आतंक और अशांति का माहौल उत्पन्न कर रहे हैं? क्या यही है कांग्रेस का नवा छत्तीसगढ़? pic.twitter.com/2nXCGy9zV0
— Durgesh Thakur (@CGDurgeshThakur) November 20, 2022
पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमलावरों ने उन्हें जान से मार डालने की धमकी भी दी। घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुँच गई। प्रकाश की बहन राधिका की शिकायत पर अख्तर और जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक मामले की जाँच की जा रही है। वहीं हिन्दू संगठनों ने इस घटना पर आक्रोश जताया है। घटना के विरोध में विहिप और भाजपा नेताओं ने राजनांदगाँव मार्ग पर जाम लगा दिया। इस दौरान पुलिस पर आरोपितों को संरक्षण देने के भी आरोप लगे।
प्रदर्शन में शामिल पूर्व संसदीय सचिव मोतीराम चंद्रवती ने छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री मोहम्मद अकबर पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोहम्मद अकबर ही ऐसे तत्वों को संरक्षण देते हैं। घटना के विरोध में हिन्दू संगठनों ने कवर्धा बंद का भी एलान किया। इस दौरान मोहम्मद अकबर के इस्तीफे की भी माँग करते हुए प्रदेश सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया गया। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।