Tuesday, May 20, 2025
Homeदेश-समाजबंद पड़े मदरसे में 8 साल की बच्ची से 55 वर्षीय मौलवी शमसुल हक...

बंद पड़े मदरसे में 8 साल की बच्ची से 55 वर्षीय मौलवी शमसुल हक ने किया रेप, खून से लथपथ छोड़कर फरार: महराजगंज की घटना

यह मामला सामने आने के बाद से मासूम को शिकार बनाने वाले मौलवी शमसुल हक को लेकर लोग भड़के हुए हैं। बता दें कि पीड़ित बच्ची और आरोपित दोनों एक ही समुदाय के हैं।

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के सोनौली थाना क्षेत्र से एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। सोमवार (9 अगस्त, 2022) की सुबह बंद पड़े मदरसे में 55 वर्षीय अधेड़ मौलवी ने आठ वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। मौलवी रेप के बाद बच्ची को खून से लथपथ छोड़कर फरार हो गया। इस मामले में पुलिस ने दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह बात सामने आई है कि सोमवार की सुबह मासूम बच्ची घर से किराने की दुकान पर सामान खरीदने जा रह थी। तभी रास्ते में 55 वर्षीय अधेड़ शमसुल हक मिल गया। उसने मासूम बच्ची को बहला-फुसलाकर बगल में स्थित एक बंद पड़े पुराने मदरसे में ले गया। जहाँ उसके साथ रेप करने के बाद खून से लथपथ छोड़कर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि खून से लथपथ बच्ची जब रोते हुए घर पहुँची तो उसकी हालत देख परिजन बदहवास हो गए।

जिसके बाद बच्ची को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती करवाया और पुलिस को दुष्कर्म की घटना के बारे सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने घटनास्थल को सील कर जाँच पड़ताल शुरू कर दी है। यह मामला सामने आने के बाद से मासूम को शिकार बनाने वाले मौलवी शमसुल हक को लेकर लोग भड़के हुए हैं। बता दें कि पीड़ित बच्ची और आरोपित दोनों एक ही समुदाय के हैं।

वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए सीओ नौतनवा अनुज कुमार सिंह ने बताया कि पॉक्सो एक्ट के तहत आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज का लिया गया है। उन्होंने बताया कि सीओ के नेतृत्व में थानाध्यक्ष सोनौली महेन्द्र यादव व परसामलिक थानाध्यक्ष गोरखनाथ सरोज ने आरोपित शमसुल हक़ को गिरफ्तार कर लिया है। वह परसामलिक क्षेत्र में छिपा हुआ था। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपित के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कौन हैं मोहिनी मोहन दत्ता जिनके लिए ₹588 करोड़ की प्रॉपर्टी छोड़कर गए हैं रतन टाटा: पहले वसीयत पर उठाया सवाल, अब किया स्वीकार

मोहिनी दत्ता को रतन की वसीयत में 588 करोड़ रुपए मिले। लोगों के मन में सवाल है कि परिवार के बाहर वसीयत में हिस्सा पाने वाले मोहिनी मोहन दत्ता आखिर कौन है।

इस्लामी हिंसा ने शरणार्थी बनाया, मिशनरी ताक़तों ने मार डाला… जब त्रिपुरा के बागबेर में हुआ हिन्दुओं का नरसंहार, चर्चों के पैसे से पलता...

NLFT एक ईसाई उग्रवादी संगठन था। इसका समर्थन कई चर्चों और विदेशी मिशनरी नेटवर्क से होता था। वे त्रिपुरा को एक स्वतंत्र ईसाई मुल्क बनाना चाहते थे।
- विज्ञापन -