हाल ही में ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में ED ने चार्जशीट दायर की, जिसमें सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के नाम हैं। अब रॉबर्ट वाड्रा के ख़िलाफ़ ED ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लगातार 3 दिन उनसे कुल 16 घंटे की पूछताछ हुई। अब ख़बर आ रही है कि प्रवर्तन निदेशालय ने उनके ख़िलाफ़ 3 चार्जशीट तैयार करके रखी हुई है। ये तीनों मामले मनी लॉन्ड्रिंग के हैं। चार्जशीट दायर किए जाने के साथ ही इन तीनों मामलों में रॉबर्ट वाड्रा के ख़िलाफ़ आरोप तय करने का रास्ता भी साफ़ हो जाएगा।
संजय भंडारी के साथ रॉबर्ट वाड्रा के संबंध
दो अन्य मामले भगोड़े हथियार कारोबारी संजय भंडारी के साथ उनके संबंधों से जुड़े हुए हैं। उसने रक्षा समझौतों के जरिए लंदन में अकूत संपत्ति जमा की। बीकानेर में एक जमीन के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी इन दोनों पर हैं। उधर सोनिया-राहुल के ख़िलाफ़ ED ने हाल ही में चार्जशीट दायर की। आरोप है कि उन्होंने YIL (यंग इंडिया लिमिटेड) के जरिए AJL (एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड) की 5000 करोड़ रुपए की संपत्ति हड़प ली। YIL में 76% शेयर सोनिया-राहुल के हैं, मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के निधन के बाद बाकी के 24% शेयरों के मालिक भी यही लोग हो गए।
‘नेशनल हेराल्ड’ अख़बार चलाने वाली कंपनी AJL को कॉन्ग्रेस पार्टी ने 90 लाख का ऋण दिया था। AJL ने 50 लाख रुपए देकर उसकी सारी संपत्तियों पर कब्ज़ा कर लिया। उधर रॉबर्ट वाड्रा पर गुरुग्राम में 7.5 करोड़ रुपए की जमीन ख़रीद कर 58 करोड़ रुपए में बेचने के आरोप हैं। CC थम्पी और संजय भंडारी के साथ मिलकर उनपर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। स्विट्जरलैंड की कंपनी Pilatus से 75 ट्रेनर एयरक्राफ्ट की ख़रीद में इन दोनों ने पैसे कमाए थे। ED ने पूरे मनी ट्रेल का विवरण तैयार किया है।
बीकानेर, फरीदाबाद और गौतम बुद्ध नगर में भी ख़रीदी ज़मीन
संजय भंडारी की दुबई स्थित कंपनी के खाते में दलाली की 310 करोड़ रुपए की रकम भेजी गई। इस कंपनी का नाम ‘ऑफसेट इंडिया सोलूशन्स FZC’ है। इन रुपयों का बाद में दुबई व लंदन में संपत्ति ख़रीदने के लिए इस्तेमाल किया गया। ED ने 150 करोड़ रुपयों का पता लगाया और संजय भंडारी की 26 करोड़ रुपए की संपत्तियाँ जब्त की। लंदन में संजय भंडारी द्वारा ख़रीदी गई संपत्तियों से रॉबर्ट वाड्रा के भी तार जुड़े। एक अन्य मामला बीकानेर लैंड डील का भी है।
राजस्थान के बीकानेर में रॉबर्ट वाड्रा ने विस्थापितों के लिए जमीन ख़रीदने का दावा किया। बताया जाता है कि इसके लिए उन्होंने अपने सहयोगियों के माध्यम से फ़र्ज़ी प्रमाण-पत्रों का सहारा लिया। उनकी कंपनी ‘Skylight Hospitality’ के माध्यम से 275 बीघा जमीन ख़रीदी गई। मात्र 72 लाख रुपए में इन जमीनों को ख़रीद कर इन्हें 5.20 करोड़ रुपए में बेचा गया। एक अन्य मामले में प्रियंका गाँधी भी आरोपित हैं, जिसमें 21 नवंबर, 2023 को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की जा चुकी है।
📌Priyanka Vadra forced Rana Kapoor of Yes Bank to buy a 2Cr painting
— Sanju Verma (@Sanju_Verma_) April 18, 2025
📌Rahul Gandhi&Sonia fraudulently bought 76% stake in Young Indian Ltd
📌Robert Vadra bought land from Omkareshwar for Zero&sold it for 58Cr to DLF
Poori ki poori daal kaali hai yahan:)#NationalHeraldScam pic.twitter.com/YEStDQzMiI
रॉबर्ट वाड्रा, प्रियंका गाँधी और CC थम्पी ने मिलकर हरियाणा के फरीदाबाद में 2005-08 के बीच रिटेलर HL पाहवा से 531 एकड़ ज़मीन ख़रीदी। उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में 12 एकड़ ज़मीन ख़रीद के एक मामले में भी वाड्रा और थम्पी के विरुद्ध जाँच चल रही है। तीनों ने मिलकर उस ज़मीन को वापस पाहवा को बेचा, फिर पाहवा ने उस ज़मीन को DLF को बेच दिया। 22 दिसंबर, 2023 को जब कोर्ट ने चारजधीत का संज्ञान लेकर आरोप तय करने शुरू किए, तब रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गाँधी इस मामले में आरोपित नहीं थे।