भारत अपना 76वाँ गणतंत्र दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगा फहराकर पूरे देश को शुभकामनाएँ दीं। राष्ट्रपति ने इस दौरान देश के मातृभूमि के बलिदान देने वाले शूरवीरों को याद किया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती की भी बधाई दी। राष्ट्रपति ने इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में देश में हुई प्रगति को भी याद किया।
इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में 10,000 विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। इनमें पैरालंपिक खिलाड़ी, बेहतर प्रदर्शन करने वाले सरपंच, हथकरघा कारीगर, वन एवं वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता शामिल हैं। परेड में 16 राज्यों और केंद्र सरकार के 15 मंत्रालयों की कुल 31 झाँकियाँ निकाली गईं। पहली बार तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से झाँकी निकाली।
इस बार गणतंत्र दिवस की थीम ‘गोल्डन इंडिया- हेरिटेज एंड डेवलपमेंट’ है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि बने। उनके साथ 352 सदस्यीय इंडोनेशियाई मार्चिंग और बैंड दल परेड में भाग लिया। परेड से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
परेड के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट सिस्टम और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम समेत अत्याधुनिक रक्षा प्लेटफॉर्म प्रदर्शित किए गए। सेना की बैटल सर्विलांस सिस्टम ‘संजय’ और डीआरडीओ की ‘प्रलय’ सामरिक मिसाइल भी पहली बार प्रदर्शित की गई। इसके अलावा टी-90 ‘भीष्म’ टैंक, सरथ सैन्य वाहन, नाग मिसाइल सिस्टम और वाहन पर लगे पैदल सेना मोर्टार सिस्टम (ऐरावत) शामिल हुए।
वहीं, फ्लाईपास्ट में भारतीय वायुसेना के 40 विमान शामिल हुए। इनमें सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, सी-17 ग्लोबमास्टर और एसयू-30 लड़ाकू विमान शामिल हैं। इनमें 22 फाइटर जेट थे। भारतीय तटरक्षक बल के तीन डोर्नियर विमान भी इसमें हिस्सा लिए। वहीं, सिग्नल कोर के कर्मियों ने मोटरसाइकिल पर करतब का प्रदर्शन किया। इसके अलावा, 5,000 कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किया।
गणतंत्र दिवस की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए दिल्ली में अर्धसैनिक बलों की 70 से अधिक कंपनियों और 70,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। राजधानी में छह स्तरीय सुरक्षा घेरा है। इसमें चेहरे की पहचान करने वाले AI फीचर वाले 2,500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन रोधी प्रणाली, छत पर तैनात स्नाइपर और परेड मार्ग पर 200 से अधिक इमारतों में जाने पर रोक शामिल है।
इस साल जिन 16 राज्यों/UT की झाँकियाँ प्रदर्शित की गईं, उनमें गोवा, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखंड, गुजरात, आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़, दिल्ली, दादरा और नगर हवेली, और दमन और दीव शामिल हैं। इस बार उत्तर प्रदेश की झाँकी का थीम महाकुंभ रहा। झाँकी में समुद्र मंथन एवं उसमें निकलने वाले अमृत कलश को दिखाया गया है।
मध्य प्रदेश की झाँकी की थीम ‘चीता- द प्राइड ऑफ इंडिया’ है। इसमें कूनो नेशनल पार्क की प्राकृतिक सुंदरता और चीतों की झलक दिखाई गई। चार साल बाद इस बार दिल्ली की झाँकी प्रदर्शित की गई। दिल्ली की झाँकी की थीम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा है।