पश्चिम बंगाल के हिन्दुओं ने माँग की है कि मुर्शिदाबाद में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए। मुस्लिमों की हिंसा के चलते भागे हिन्दुओं ने बताया है कि इस्लामी भीड़ पानी तक में जहर मिला रही है। मुर्शिदाबाद में इस्लामी भीड़ की हिंसा के चलते 3 हिन्दुओं की मौतों के बाद पश्चिम बंगाल के DGP राजीव कुमार ने दावा किया है कि स्थिति नियंत्रण में है।
ANI से बात करते हुए इस्लामी हिंसा के पीड़ित एक हिन्दू ने बताया, “सारे घर जलाए गए, सारी दुकानें जलाई गई हैं। सब लूट लिया है। इनका इरादा ही ऐसा है कि हिन्दू लोग हैं, मारो-पीटो जो मन हो करो। हमलोग यहाँ चाहते हैं कि स्थायी रूप से BSF रहे। तोड़फोड़ के बाद 4 घंटे तक पुलिस का कोई नामोनिशान नहीं होता।”
#WATCH | Murshidabad | A local, Manoj Ghosh says, "They burnt the shops and vandalised houses. We want BSF presence here permanently if things are to be peaceful… A police station is very close to here, but they didn't come." https://t.co/kcepFkV4i1 pic.twitter.com/44OWmmtkIz
— ANI (@ANI) April 13, 2025
पीड़ित ने बताया कि पुलिस थाना हिंसा वाली जगह से कुछ ही दूर है लेकिन इस्लामी भीड़ की हिंसा के दौरान कोई उन्हें बचाने नहीं आया। एक पीड़ित हिन्दू ने बताया कि हर शुक्रवार (जुमे) को यहाँ बवाल होता है। उन्होंने माँग की कि राज्य में ममता बनर्जी की सरकार हटा कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
रोते हुए पीड़ित महिला ने बताया, “हमको सुरक्षा चाहिए और कुछ नहीं। हमलोग का दुकान तोड़ दिया, आदमी को मारकाट दिया, दुकान लूटपाट कर ले गए। चुरा के सब ले गए। हमारे यहाँ छोटे-छोटे बच्चे हैं। घर में महिलाएँ हैं, हम कहाँ जाएँगे। चाकू-छुरी लेकर ये लोग घर में घुसते हैं।”
#WATCH | Murshidabad | A local vendor says, "We want security, nothing else. Our shops were vandalised… Where will we go, we have children and women in our families. They entered into our houses and vandalised everything." https://t.co/kcepFkVC7z pic.twitter.com/bKIqMYiwuL
— ANI (@ANI) April 13, 2025
मुर्शिदाबाद में मुस्लिमों की हिंसा के चलते बड़ी संख्या में हिन्दू इलाके छोड़ कर भी भागे हैं। आजतक की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मुर्शिदाबाद से बड़ी संख्या में हिन्दू परिवार इस्लामी कट्टरपंथियों के डर से मालदा जिले में भाग आए हैं। यहाँ इन लोगों ने स्कूलों और सार्वजनिक जगहों पर शरण ली है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि मालदा पहुँचे यह हिन्दू शरणार्थी मुर्शिदाबाद के धुलियान इलाके से भागे हैं। धुलियान में ही मंदिरों पर भी हमला हुआ था। यहाँ हिन्दुओं ने बताया है कि धुलियान में पानी की टंकियों में जहर मिला दिया गया है और घर लूट लिए गए हैं। हिन्दुओं ने बताया है कि उनका राशन तक लूट कर इस्लामी भीड़ ले गई है।
मुर्शिदाबाद से भागने वालों में महिलाओं और बच्चों की भी बड़ी तादाद है। कई बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएँ भी हिंसाग्रस्त इलाकों से भागी हैं। वहीं इस सब के बीच पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार ने दावा किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और अब कोई अशांति का माहौल नहीं है।
#WATCH | On Murshidabad violence, West Bengal DGP Rajeev Kumar says "The situation is fully under control." pic.twitter.com/xxoCn8NhBr
— ANI (@ANI) April 13, 2025
उनका यह बयान तब आया है जब कलकत्ता हाई कोर्ट ने मुर्शिदाबाद में बिगड़ते हालात देखकर शनिवार (12 अप्रैल, 2025) को केन्द्रीय बल तैनात करने का आदेश दिया था। केन्द्रीय बलों की तैनाती के बाद मुर्शिदाबाद में कुछ शान्ति आई है। हालाँकि, इस्लामी भीड़ ने BSF पर भी हमले किए हैं।
मुर्शिदाबाद में इस्लामी हिंसा में 3 लोगों की मौत हो चुकी है। 15 से अधिक पुल्सिकर्मी घायल हुए हैं। बड़ी संख्या में दुकानें लूटी, जलाई और तोड़ी गई हैं। पुलिस ने बताया है कि उसने हिंसा के बाद 150 लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है मुर्शिदाबाद में इन्टरनेट भी बंद है।
इस बीच भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य की ममता बनर्जी की सरकार हिंसा को रोकने के बजाय अब भी मुस्लिमों को बढ़ावा दे रही है। भाजपा ने पुलिस पर भी एक्शन ना लेने का आरोप जड़ा है।